अमूल बड़ा ब्रांड, 5 साल में 50,000 करोड़ रुपए बिक्री का लक्ष्य: सोढी

Saturday, May 13, 2017 - 07:15 PM (IST)

कोलकाताः रोजमर्रा के उपभोग का सामान बनाने वाली दूसरी एफएमसीजी कंपनियों के मुकाबले अमूल बड़ा ब्रांड है और आगामी चार-पांच साल के दौरान उसका 50,000 करोड़ रुपए बिक्री का लक्ष्य है। गुजरात सहकारी दुग्ध विपणन संघ लिमिटेड (जीसीएमएमएफ) के प्रबंध निदेशक आर.एस. सोढी ने आज यहां यह दावा किया।   

सोढी न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम के आधिकारिक प्रायोजक की घोषणा करने के मौके पर यहां पहुंचे हैं। उन्होंने कहा कि अमूल ब्रांड पूरी तरह से जीसीएमएमएफ के स्वामित्व में है और गुजरात में औपचारिक वितरण नैटवर्क के अलावा 18,000 ग्रामीण सहकारी समितियों के जरिए भी इसके उत्पादों की बिक्री की जाती है।   

सोढी ने कहा, ‘‘यदि इसे भी संज्ञान में लिया जाता है तो अमूल की कुल बिक्री 38,000 करोड़ रुपए से अधिक होगी। इसमें जीसीएमएमएफ के औपचारिक नेटवर्क के जरिए होने वाला 27,000 करोड़ रुपए का कारोबार भी शामिल है। यह आंकड़ा एफएमसीजी क्षेत्र में सबसे ऊंचा है।’’ अपनी ताजा पहल में अमूल चॉकलेट उत्पादन क्षमता को 5 गुणा बढ़ाना चाहता है और उसे इस योजना पर 150 करोड़ रुपए की लागत आने का अनुमान है।   

सोढी ने वर्ष 2021 तक अमूल का 50,000 करोड़ रुपए का बिक्री लक्ष्य रखते हुए कहा कि इस दौरान उसके दूध उत्पादन में सालाना 14 प्रतिशत दर से वृद्धि की उम्मीद है जबकि इस दौरान मूल्य वृद्धि 6 से 7 प्रतिशत रहने का अनुमान है। सोढी ने यह भी बताया कि गुजरात सहकारी दुग्ध विपणन महासंघ आने वाले समय में 5 नए एकीकृत संयंत्र लगाने पर भी काम कर रहा है। यह संयंत्र गुजरात, मुंबई, पुणे और पश्चिम बंगाल में लगाए जाएंगे। इस पर सालाना 800 करोड़ रुपए का पूंजी व्यय होने का अनुमान है।   सोढी ने कहा कि उनकी तमिलनाडु और केरल के बाजारों में भी पहुंचने की योजना है। 
 

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