अलीबाबा और जैक मा को भारतीय कोर्ट ने भेजा समन, फेक न्यूज फैलाने का आरोप

Sunday, Jul 26, 2020 - 01:32 PM (IST)

बिजनेस डेस्कः चीन की दिग्गज कंपनी अलीबाबा और इसके फाउंडर जैक मा को एक भारतीय कोर्ट ने समन भेजा है। यह समन उस केस में भेजा गया है, जिसमें कंपनी ने भारत में एक कर्मचारी को कथित रूप से गलत तरीके से नौकरी से निकाल दिया था। कंपनी पर केस करने वाले पूर्व कर्मचारी का कहना है कि कंपनी के ऐप पर एक फेक न्यूज फैलाई जा रही है, जिसके खिलाफ कर्मचारी ने बोला था और फिर उसे नौकरी से निकाल दिया गया।

चीन के 59 ऐप बैन 
कुछ हफ्ते पहले ही भारत ने चीन के 59 ऐप को बैन किया है। इनमें अलीबाबा का ऐप यूसी न्यूज और यूसी ब्राउजर भी शामिल है। ये बैन लद्दाख में सीमा पर भारत और चीन के सैनिकों के बीच हुए तनाव के बाद लगाया गया, जिसमें भारत के 20 जवान शहीद हो गए थे। भारत ने राष्ट्रीय सुरक्षा पर खतरे का हवाला देते हुए ये बैन लगाया है। इस बैन की चीन ने आलोचना भी की थी। इसके बाद भारत ने सभी प्रभावित कंपनियों से लिखित रूप से जवाब मांगा था कि उन्होंने कंटेंट सेंसर किया था या किसी विदेशी सरकार के लिए काम किया था।

चीन विरोधी कंटेंट को सेंसर करती थी कंपनी
20 जुलाई की इस कोर्ट की फाइलिंग के अनुसार अलीबाबा की यूसी वेब के एक पूर्व कर्मचारी पुष्पेंद्र सिंह परमार ने आरोप लगाया कि कंपनी चीन के खिलाफ सभी कंटेंट को सेंसर करती थी और इसके यूसी ब्राउजर और यूसी न्यूज ऐप फेक न्यूज चलाते थे, जिससे सामाजिक और राजनीतिक अस्थिरता पैदा हो।

गुरुग्राम के एक जिला कोर्ट की सिविल जज सोनिया शेओकांड ने अलीबाबा, जैक मा और करीब दर्जन भर लोगों के खिलाफ समन जारी किया है। उनसे कहा गया है कि वह 29 जुलाई तक खुद कोर्ट में आएं या अपने वकील को कोर्ट में भेजें। जज ने कंपनी और इसके एग्जिक्युटिव्स से 30 दिन के अंदर लिखित जवाब भी देने को कहा है।

मुकदमे की खास बातें

  • पुष्पेंद्र सिंह परमार ने 200 पेज की याचिका में यूसी न्यूज की कुछ पोस्ट की क्लिप भी लगाई हैं। इन क्लिप में दिखाई गई खबरों को परमार ने फर्जी बताया है।
  • 2017 के एक पोस्ट का शीर्षक है 'आज मध्यरात्रि से 2,000 रुपए के नोट बैन हो जाएंगे।' वहीं, 2018 के एक पोस्ट की हेडलाइन में कहा गया है कि 'अभी-अभी भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध शुरू हो गया है।' कंपनी चीन विरोधी कंटेंट को सेंसर करने के लिए "India-China border" और "Sino-India war" जैसे की-वर्ड का इस्तेमाल करती थी।
  • परमार ने चीन विरोधी कंटेंट को सेंसर करने के लिए कंपनी की ओर से इस्तेमाल किए जाने वाले संवेदनशील शब्दों की सूची भी पेश की है।

jyoti choudhary

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