ATF से नहीं हाइड्रोजन से उड़ेंगे हवाई जहाज, 2035 तक शुरू होगा परिचालन

Tuesday, Sep 22, 2020 - 03:45 PM (IST)

​​​​​नई दिल्ली: विमान बनाने वाली कंपनी एयरबस ने सोमवार को कहा कि हाइड्रोजन से चलने वाले और शून्य उत्सर्जन करने वाले व्यवसायिक विमानों का परिचालन 2035 तक शुरू हो सकता है। बता दें कि अभी हवाई जहाज को उड़ाने के लिए एटीएफ का इस्तेमाल होता है।


विमान निर्माता कंपनी ने अपने बयान में कहा कि जलवायु के हिसाब से तटस्थ एवं शून्य-उत्सर्जन वाले व्यवसायिक विमान के लिए तीन अवधारणाएं हैं और तीनों का कोडनेम 'जीरो ई' (Zero E) है। इसमें कहा गया है कि पहली अवधारणा टर्बोफैन (एक जेट इंजन जिसमें टरबाइन से चलने वाला पंखा होता है जो इंजन को मजबूती प्रदान करता है) डिजाइन वाला होगा। इस विमान की क्षमता 120 से 200 यात्रियों की होगी, जिसका रेंज 2000 समुद्री मील से अधिक का होगा।


बयान में बताया गया है कि टर्बोफैन डिज़ाइन विमान के अंतर महाद्वीपीय परिचालन में सक्षम बनायेगा और दहन के माध्यम से जेट ईंधन की बजाय हाइड्रोजन पर चलने वाले एक परिवर्तित गैस-टरबाइन इंजन द्वारा संचालित किया जाएगा। एयरबस के भारत के अध्यक्ष रेमी मिल्लार्ड ने कहा, 'हमारा मानना है कि हाइड्रोजन भविष्य में धीरे धीरे प्रतिस्पर्धी लागत वाला बन जायेगा क्योंकि न केवल विमानन बल्कि अन्य उद्योग भी हाइड्रोजन उर्जा स्रोत की तरफ कदम बढायेंगे।

rajesh kumar

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