Air India ने रातों रात 50 पायलटों को नौकरी से निकाला, ICPA ने कहा- ये क्या हो रहा है?

Saturday, Aug 15, 2020 - 04:30 PM (IST)

नई दिल्ली: एयर इंडिया (Air India) के पायलटों ने 50 पायलटों को नौकरी से निकालने के मुद्दे को लेकर प्रंबधन से हस्तक्षेप करने की मांग की है। शुक्रवार को इंडियन कमर्शियल पायलट्स एसोसिएशन (ICPA) ने एयर इंडिया के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक राजीव बंसल को पत्र लिखा है। इस पत्र में पायलटों को गैरकानूनी तरीके से टर्मिनेट करने के खिलाफ तुरंत हस्तक्षेप करने की मांग की गई है।



यह एक सदमे की बात है- ICPA
वहीं, ICPA ने एक ट्वीट में कहा, ‘ये क्या हो रहा है? बिना उचित प्रक्रिया अपनाए रातों-रात हमारे लगभग 50 पायलटों की सेवाएं समाप्त कर दी गईं। इस महामारी के समय में राष्ट्र की सेवा करने वालों के लिए यह एक सदमे की बात है।' उन्होंने कहा कि हमें यह भी पता चला है कि दक्षिण क्षेत्र में पांच साल पूरे करने वाले कई बेस क्रू के कॉन्ट्रैक्ट का नवीनीकरण नहीं किया जा रहा। दक्षिणी क्षेत्र में भी करीब 18 केबिन क्रू की सेवाएं भी समाप्त कर दी गई है।



ICPA ने एयर इंडिया के सीएमडी को लिखे अपने पत्र में कहा है कि बीते साल जिन पायलटों ने इस्तीफे दिए थे और फिर 6 महीने की नोटिस अवधि में अपने इस्तीफे वापस भी ले लिए थे। उन्हें गुरूवार की रात 10 बजे सेवा से बर्खास्त कर दिया है। दूसरी ओर निकाले गए पायलटों का आरोप है कि क्रू को उनके इस्तीफों की स्वीकृति और उसके बाद नोटिस पीरियड आदि के बारे में सूचित ही नही किया गया।



हास्यप्राद और गंभीर उल्लंघन
पत्र में कहा गया कि 13 अगस्त को कार्यालय बंद होने की वजह से जाहिर है इन पायलटों की सेवाएं समाप्त हो गई थी, लेकिन इसके बाद एक पायलट की 14 अगस्त को एआई 804/506 को संचालित करने की ड्यूटी लगाई गई। जाहिर है इन फ्लाइट्स को उड़ाने वाले पायलट 13 अगस्त के बाद तकनीकी रूप से एयर इंडिया के कर्मचारी नहीं थे। लेकिन यह उड़ान की सुरक्षा को लेकर एक हास्यप्राद और गंभीर उल्लंघन है। गौर करें कि इस विमान को उड़ाने वाले पायलट की मानसिक स्थिति क्या होगी जिसकी सेवाएं ही समाप्त कर दी गईं हैं। बता दें कि नागरिक उड्डयन मंत्रालय और एयर इंडिया ने अपने कर्मचारियों का विश्वास दिलाया था कि अन्य एयरलाइनों की तरह एयर इंडिया अपने किसी भी कर्मचारी को नहीं निकालेगी।

rajesh kumar

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