लॉकडाउनः एयर डेक्कन ने बंद किया कामकाज, सभी कर्मचारियों को अगले आदेश तक बिना वेतन छुट्टी पर भेजा
Sunday, Apr 05, 2020 - 06:43 PM (IST)
नई दिल्लीः क्षेत्रीय विमानन कंपनी एयर डेक्कन कोरोना वायरस संकट की वजह से पैदा हुए दबाव को नहीं झेल पा रही है और अपना परिचालन बंद करने की घोषणा की है। साथ ही उसने सभी कर्मचारियों को बिना वेतन के छुट्टी पर भेज दिया है। कोरोना वायरस संकट से निपटने के लिए सरकार ने देश में 21 दिन का ‘प्रतिबंध' लगा रखा है। इस राष्ट्रव्यापी बंदी से विमानन क्षेत्र बुरी तरह प्रभावित हुआ है। एयर डेक्कन पहली विमानन कंपनी बन गई है जो इस दबाव को नहीं झेल पाई है।
एयर डेक्कन के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) अरुण कुमार सिंह ने कर्मचारियों को भेजे ई-मेल में कहा, ‘‘मौजूदा घरेलू और वैश्विक मुद्दों की वजह से नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने 14 अप्रैल तक सभी वाणिज्यिक उड़ानें बंद करने का निर्देश दिया है। ऐसे में एयर डेक्कन के पास अगले नोटिस तक अपना परिचालन बंद करने के अलावा कोई विकल्प नहीं है।'' उन्होंने कहा, ‘‘भारी मन से मुझे यह सूचित करना पड़ रहा है कि एयर डेक्कन के सभी स्थाई, अस्थाई और ठेका कर्मचारियों को तत्काल प्रभाव से बिना वेतन के छुट्टी पर भेजा जा रहा है।''
2003 में शुरू हुई थी एयर डेक्कन, 2007 में किंगफिशर में मर्ज हुई
एयर डेक्कन की स्थापना इंडियन आर्मी के कैप्टन गोपीनाथ ने 2003 में की थी। कंपनी का हेडक्वार्टर बेंगलुरु में है। एयरलाइन ने अगस्त 2003 में बेंगलुरु से हुबली के लिए अपनी पहली फ्लाइट लॉन्च की थी। कैप्टन गोपीनाथ ने एयरलाइन सेक्टर में धाक जमाने के लिए सिर्फ 1 रुपए के बेस फेयर में हवाई सफर का ऑफर देना शुरू किया था। 2007 में यह कंपनी विजय माल्या की किंगफिशर एयरलाइन्स में विलय हो गई।
जब एयर डेक्कन का किंगफिशर एयरलाइंस के साथ विलय हुआ था तो यह घरेलू क्षेत्र का सबसे बड़ी एयरलाइन कंपनी थी। कंपनी 76 से ज्यादा शहरों में अपनी सेवा देती थी, जिसमें 30 छोटे शहर शामिल थे। कंपनी के बेड़े में 33 एयरबस और 12 एटीआर विमान शामिल थे। वर्तमान में, एयर डेक्कन के पास तीन 19 सीटर बीचक्राफ्ट बी-1900 विमान हैं।
25 मार्च से लागू है लॉकडाउन
देश में 25 मार्च से 21 दिन की राष्ट्रव्यापी बंदी लागू है। इसके चलते सभी घरेलू और अंतररष्ट्रीय उड़ानें बंद हैं। हालांकि, बंदी के दौरान कार्गो उड़ानों, अपतटीय हेलिकॉप्टर परिचालन, चिकित्सा से संबंधित उड़ानों की अनुमति है। इसके अलावा डीजीसीए की अनुमति से विशेष उड़ानों का परिचालन किया जा सकता है। एयर डेक्कन कोरोना वायरस संक्रमण का ‘शिकार' बनने वाली पहली एयलाइन है।
एयर इंडिया को छोड़कर बाकी एयरलाइंस 14 अप्रैल के बाद की बुकिंग ले रही हैं। लेकिन एयर डेक्कन ने बुकिंग शुरू नहीं की है। एयरलाइन इसको लेकर सुनिश्चित नहीं है कि वह अपना परिचालन दोबारा कब शुरू कर पाएगी। अन्य विमानन कंपनियों की बात की जाए, तो इंडिगो ने अपने वरिष्ठ कर्मचारियों के वेतन में 25 प्रतिशत की कटौती की है। विस्तारा ने अपने वरिष्ठ कर्मचारियों ने लिए मार्च में बिना वेतन तीन दिन के अनिवार्य अवकाश की घोषणा की है।
स्पाइसजेट ने वेतन में 30 फीसदी तक की कटौती कई, कई कर्मचारियों को बिना वेतन छुट्टी पर भेजा
स्पाइसजेट ने कहा है कि उसके सभी कर्मचारियों के वेतन में 10 से 30 प्रतिशत की कटौती की जाएगी। एयर इंडिया ने केबिन क्रू को छोड़कर सभी कर्मचारियों के भत्तों में 10 प्रतिशत कटौती की घोषणा की है। गोएयर ने अपने कर्मचारियों का वेतन घटाया है, विदेश में कार्यरत पायलटों को हटाया है और बारी-बारी से कर्मचारियों को बिना वेतन अवकाश पर भेजने की घोषणा की है।