टमाटर के बाद अब एक और झटके के लिए हो जाएं तैयार, इतने रुपए तक बढ़ सकते हैं प्याज के दाम

Wednesday, Aug 09, 2023 - 05:57 PM (IST)

 

बिजनेस डेस्कः मानसूनी बारिश से फसलों के बर्बाद होने के कारण देश बीते दो महीनों से टमाटर की कमी से जूझ रहा है, जिसके चलते टमाटरों के दाम 200 रुपए प्रति किलों से भी पार जा चुके हैं। महंगाई की मार झेल रहे लोगों को आगे आने वाले समय में इससे राहत मिलने की कोई उम्‍मीद नहीं है क्‍योंकि टमाटर के बाद अब प्‍याज भी तेवर दिखाने वाला है। जानकारों की मानें तो साल में इन दिनों अक्‍सर प्‍याज के स्‍टॉक में गिरावट आती है। अगर यह जारी रहा तो प्‍याज के दाम बढ़ सकते हैं। पिछले चार महीनों में प्याज की कीमतें उचित बनी हुई हैं। अगस्त और सितंबर के महीने आमतौर पर कमजोर मौसम होता हैं। प्याज की अगली फसल अक्टूबर में होगी।

70 रुपए KG तक बिक सकती है प्‍याज

क्रिसिल मार्केट इंटेलिजेंस एंड एनालिटिक्स की एक रिपोर्ट में बताया गया है कि प्‍याज की मांग और आपूर्ति के बीच अंतर अगस्‍त के अंत में दिखने लगेगा। खुदरा बाजार में सितंबर की शुरुआत से प्‍याज की कीमतें 60 से 70 रुपए प्रति किलो तक पहुंच सकती हैं। हालांकि साथ ही यह भी बताया गया कि यह दाम साल 2020 के उच्चतम स्तर से नीचे ही रहेंगे।

फिलहाल प्‍याज दिल्‍ली के बाजारों में 20 से 25 रुपए प्रति किलो बिक रहा है लेकिन विश्लेषकों का कहना है कि कीमतों में तेजी आने वाली है। एक इंटरव्यू के दौरान इकोनो के पुशन शर्मा कहते हैं रबी की फसल (सर्दियों की बुआई) दिसंबर 2022-जनवरी 2023) में 3.5 प्रतिशत कम होने का अनुमान है। ऐसा पिछले सीजन में किसानों द्वारा 25-27 प्रतिशत की कम वसूली के कारण है।

इस वजह से आपूर्ति में आई कमी

रिपोर्ट के मुताबिक टमाटर के उलट प्‍याज एक ऐसी फसल है, जिसका सरकार के पास ढाई लाख टन का रिजर्व है। प्‍याज के दाम बढ़ने की स्थिति में सरकार इसे मार्केट में उतार कर दामों को काबू कर सकती है। महाराष्ट्र में एशिया की सबसे बड़ी प्याज मंडी, लासलगांव कृषि बाजार समिति के सचिव नरेंद्र वाधवाने ने मंगलवार को कहा, किसानों ने पिछले महीने भारी बारिश के कारण भंडारित प्याज का बहुत नुकसान होने की सूचना दी है, जिससे इसकी आपूर्ति में कमी आई है।
 

jyoti choudhary

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