फेयर एंड लवली के बाद अब ये कंपनी भी प्रोडक्ट से हटाएगी 'गोरे' जैसे शब्द

Saturday, Jun 27, 2020 - 02:30 PM (IST)

बिजनेस डेस्कः अमेरिकी अफ्रीकी समुदाय के अश्वेत जार्ज फ्लायड की मौत के बाद दुनियाभर में रंगभेद को लेकर बहस छिड़ गई है। इस बहस ने अब गोरेपन और स्कीन को सुंदर करने वाली क्रीम को भी लपेटे में लिया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए ब्यूटी ब्रैंड अपनी योजना में बदलाव कर रही हैं। हिन्दुस्तान यूनिलीवर (एचयूएल) ने अपने 45 साल पुराने ब्रैंड फेयर एंड लवली से 'फेयर' शब्द को हटाने का निर्णय लिया। इसके बाद अब इमामी भी फेयर एंड हैंडसम क्रीम से 'फेयर' शब्द को हटा सकती है।

आगे के फैसलों का वैल्यूएशन कर रहे हैं- इमामी
इमामी ने कहा कि हम एक जिम्मेदार कॉर्पोरेट के रूप में कंज्यूमर के सेंटीमेंट को ध्यान में रखकर काम करते हैं। उनकी जरूरतों पर हमारा फोकस रहता है। हम वर्तमान में आगे के फैसलों का वैल्यूएशन कर रहे हैं। हमारा पूरा फोकस कंज्यूमर सेंटिमेंट्स पर आधारित रहेगा। वहीं, केविन केयर जिसका 'फेयरएवर क्रीम' नाम से प्रोडक्ट मार्केट में उपलब्ध है। कंपनी के प्रवक्ता के मुताबिक, कंपनी अभी मौजूदा स्थिति को देखते हुए भविष्य में प्रोडक्ट को लेकर मूल्यांकन करेगी।

L’Oreal के प्रोडक्ट से हटेगा 'व्हाइट' और 'लाइट' शब्द
लॉरियल कंपनी भी अपने ब्रैंड्स से व्हाइट, लाइट और फेयर जैसे शब्दों को हटाएगी। लॉरियल ग्रुप ने अपने सभी स्किन केयर उत्पादों से व्हाइटनिंग, लाइटनिंग और फेयरनेस जैसे शब्दों को हटाने का फैसला किया है। कंपनी के प्रवक्ता ने कहा कि लॉरियल ने स्किन प्रोडक्ट में उपयोग होनेवाले टर्म को लेकर चिंता जताई है और इसे समझा भी है। इसलिए यह फैसला किया गया है। बता दें की कंपनी ने शुक्रवार को वैश्विक स्तर पर एक वेबिनार रखा था। इसमें कंपनी ने भविष्य के प्रोडक्ट्स को लेकर बात कई बातें कही है।

ब्यूटी प्रोडक्ट बनाने वाली कंपनी एमवे ने फिलहाल इस पर कुछ भी कहने से मना कर दिया है। वहीं डाबर इंडिया के प्रवक्ता आनंद व्यास ने कहा कि अभी कंपनी की तरफ से इस पर कुछ भी कहना मुश्किल है। बता दें कि मार्केट में डाबर इंडिया फेम फेयरनेस ब्लीच बेचती है, जो कि लाइटनिंग और ब्राइटनिंग स्कीन टोन का दावा करती है।

HUL अपने ब्यूटी प्रोडक्ट्स की पॉलिसी में करेगी बदलाव
फेयर एंड लवली के बाद हिन्दुस्तान यूनिलिवर (HUL) कंपनी अपने अन्य ब्यूटी ब्रैंड्स जैसे कि डव (Dove) और पोंड्स (Pond's) से भी 'वाइटनिंग', 'लाइटनिंग' और 'ब्राइटनिंग' जैसे शब्द को हटाने पर विचार करेगी। भविष्य में कंपनी अपने किसी भी ब्यूटी प्रोडक्ट में इस तरह के शब्दों का इस्तेमाल नहीं करेगी। बता दें कि पोंड्स का 'व्हाइट् ब्यूटी क्रीम-एंटी स्पॉट फेयरनेस' क्रीम और डव का व्हाइट् एंड मॉश्चराइजर क्रीम मार्केट में उपलब्ध है। कंपनी ब्यूटी प्रोडक्ट्स का अब सभी प्रकार की स्कीन के लिए प्रचार करेगी।

अगले माह तक नए डिजाइन और टैगलाइन के साथ आएगा 'फेयर एंड लवली'
कंपनी के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर संजीव मेहता के मुताबिक, फेयर एंड लवली के ब्रैंड के नए नाम को खोजा जा रहा है, जो ब्यूटी के विजन को रिफ्लेक्ट करे और जो सभी स्किन को सेलिब्रेट करे। संजीव मेहता ने कहा कि हमारे प्रोडक्ट में विटामिन बी3 और अन्य एक्टिव विटामिन हैं। हमारा मानना है कि कंज्यूमर की जरूतों के आधार पर हम एक जिम्मेदार कंपनी के रूप में सुरक्षित और प्रभावी प्रोडक्ट को हेल्दी ग्लोविंग स्किन के लिए पेश करें। अगले माह तक फेयर एंड लवली का नया नाम आ जाएगा। यह प्रोडक्ट नए डिजाइन और टैगलाइन के साथ मार्केट में दोबारा प्रवेश करेगा। यह संभव हो सकता है कि अब ये ब्यूटी प्रोडक्ट्स ब्रैंड मार्केट स्ट्रेटजी के तहत अपने विज्ञापन और टैगलाइन में बदलाव के साथ ही ब्रैंड एम्बेसडर को बदलने पर विचार कर सकती है।

भारत में ब्यूटी प्रोडक्ट का मार्केट साइज
भारत में ब्यूटी एवं पर्सनल केयर बाजार के 9 प्रतिशत सीएजीआर की दर से बढ़ने का अनुमान है। 2017 में इसका बाजार साइज 14-15 अरब डॉलर था जो 2022 तक 22-23 अरब डॉलर होने का अनुमान है।

jyoti choudhary

Advertising