Adidas को मिला भारत में सफलता का राज, कंपनी का मुनाफा 53% बढ़ा

Saturday, Oct 27, 2018 - 01:57 PM (IST)

नई दिल्लीः एडिडास समूह को लंबे समय के बाद आखिरकार भारत में मुनाफा कमाने का मंत्र हाथ लग गया है। एडिडास और रीबॉक जैसे जाने माने स्पोट्र्सवियर ब्रांड की मार्केटिंग करने वाली कंपनी का शुद्घ लाभ 2017-18 में 53 फीसदी बढ़ा जिससे उसका मार्जिन दस फीसदी के पार पहुंच गया। कंपनी रजिस्ट्रार के पास मौजूद दस्तावेजों के मुताबिक 2017-18 में जर्मनी की इस कंपनी का शुद्घ लाभ 1.74 अरब रुपए रहा जो एक साल पहले 1.13 अरब रुपए थी।

एडिडास समूह की स्थिति प्रतिद्वंद्वी कंपनियों के उलट है। जर्मनी का एक अन्य स्पोट्र्सवियर ब्रांड प्यूमा 2016-17 में घाटे में ही बनी रही जबकि अमेरिका की कंपनी नाइकी 2014-15 और 2016-17 के बीच मुनाफा कमाने में नाकाम रही। इस दौरान एडिडास इंडिया का परिचालन राजस्व 10.79 अरब रुपए से बढ़कर 10.97 अरब रुपए हो गया। इस बार ब्रिटेन के ब्रांड रीबॉक का राजस्व 6.5 फीसदी घटकर 3.88 अरब रुपए रह गया जो एक साल पहले 4.15 अरब रुपए था। एडिडास ने 2005 में रीबॉक का अधिग्रहण किया था। एडिडास पहला बहुराष्ट्रीय स्पोट्र्सवियर ब्रांड है जिसका राजस्व 2016-17 में 10 अरब रुपए को पार कर गया। स्थानीय उपभोक्ता कीमतों के प्रति संवेदनशील हैं और यही वजह है कि सभी प्रमुख बहुराष्ट्रीय स्पोट्र्सवियर कंपनियों को अपना मार्जिन सुधारने के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है।

एडिडास ने इस होड़ में आगे निकलने के लिए कुछ साल पहले ही अपनी कमर कस दी थी। कंपनी ताजा वित्तीय आंकड़ों से साफ है कि उसने नुकसान में चल रहे स्टोरों को बंद करने और बड़े तथा मुनाफा कमाने वाले स्टोरों पर ध्यान देने की योजना को कारगर ढंग से लागू किया। मुंबई, चेन्नई, दिल्ली और बेंगलूरु जैसे बड़े बाजारों में अच्छी खासी मौजूदगी के बावजूद 2012-13 से 2015-16 के बीच एडिडास की बिक्री निचले इकाई या दहाई अंकों में बरकरार रही। कंपनी का शुद्घ मुनाफा 1.88 फीसदी से 4.78 फीसदी के बीच बना रहा। 
 

Supreet Kaur

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