अडानी समूह का मार्कीट कैप 1.91 लाख करोड़ रुपए घटा
Saturday, Jun 19, 2021 - 12:49 PM (IST)
बिजनेस डेस्कः अडानी समूह के चेयरमैन गौतम अडानी की कंपनियों के मार्कीट कैप्टिलाइजेशन में एक सप्ताह में 1.91 लाख करोड़ रुपए की गिरावट आई है। समाचार रायर्टस ने यह आंकड़े जारी किए हैं। अडानी ग्रुप के 6 शेयर स्टॉक एक्सचेंज में लिस्टेड हैं और सोमवार से ही इन शेयरों में भरी बिकवाली देखने को मिल रही है। हालांकि सप्ताह के आखिरी दिन अडानी ग्रुप की फ्लैगशिप कंपनी अडानी इंटरप्राइजिज के शेयर में 9.31 प्रतिशत और अडानी पोर्ट्स के शेयरों में 7.15 प्रतिशत का उछाल आया लेकिन समूह की अन्य कंपनियों के शेयर लुढ़क कर बंद हुए। सोमवार के बाद कंपनी शेयरों में 22 प्रतिशत तक की गिरावट आई है।
अडानी समूह की कंपनियों के शेयरों में गिरावट
कंपनी | 11 जून | 18 जून |
अडानी एंटरप्राइसिस | 1601 | 1487 |
अडानी पावर | 148.30 | 114.90 |
अडानी पोर्ट्स | 838.80 | 694.60 |
अडानी ट्रांसमिशन | 1,597.10 | 1,235.90 |
अडानी ग्रीन एनर्जी | 1,226.65 | 1,062.75 |
अडानी टोटल गैस | 1,625.80 | 1,258.10 |
FPI के खाते फ्रीज होने की खबर से शुरू हुई गिरावट
दरअसल देश के एक बड़े आर्थिक अखबार ने सोमवार को रिपोर्ट दी थी कि अडानी समूह में निवेश कर रहे मारीशस के तीन फॉरेन पोर्टफोलियो इन्वेस्टर्स (एफ.पी.आई.) के खाते नैशनल डिपाजिटरी लिमिटेड (एन.एस.डी.एल.) ने फ्रीज कर दिए हैं। इस रिपोर्ट के बाद स्टॉक मार्कीट में कंपनी के शेयरों में सोमवार से ही भारी गिरावट शुरू हो गई। हालांकि सोमवार को ही कंपनी ने इस मामले पर सफाई जारी की और बाद में एन.एस.डी.एल. ने भी स्पष्टीकरण जारी किया कि मारीशस के ऍफ.पी.आई. के खाते फ्रीज नहीं हुए हैं लेकिन इसके बावजूद समूह की कंपनियों के शेयरों में निवेशकों का भरोसा नहीं बन पा रहा और कंपनी के शेयरों में जबरदस्त बिकवाली जारी है।
निवेशकों को अडानी समूह के शेयरों से बचने की सलाह
अडानी ग्रुप की कंपनियों के शेयरों में हो रही भरी बिकवाली के बीच शेयर बाजार के जानकार निवेशकों को इस समूह की कंपनियों में फ़िलहाल जोखिम न लेने की सलाह दे रहे हैं। सैमको सिक्योरिटीज के फाऊंडर जिम्मीत मोदी ने कहा कि हालांकि समूह की दो कंपनियों में शुक्रवार को खरीददारी हुई है क्योंकि चार दिन की गिरावट के बाद निवेशकों को इनकी कीमत आकर्षक लग रही है लेकिन समूह की अन्य कंपनियों में बिकवाली हो रही है और निवेशक अडानी समूह द्वारा इस संबंध में दी जा रही सफाई पर भरोसा नहीं कर पा रहे हैं।
एक बिजनेस अखबार द्वारा दी गई रिपोर्ट स्पष्ट रूप से गलत है और ऐसा जानबूझ कर निवेश करने वाले समुदाय को गुमराह करने के लिए किया गया है। विदेशी पोर्टफोलियो खाते सक्रिय हैं और वे फ्रीज नहीं हैं। इससे बड़े पैमाने पर निवेशक वैल्यू को आर्थिक मूल्य की और ग्रुप की प्रतिष्ठा को अपूरणीय क्षति पहुंच रही है। हम, अडानी ग्रुप, दीर्घकालिक निवेशक हैं और हम मुख्य निवेशक बने रहेंगे। साथ ही, हम रणनीतिक निवेशकों जैसे टोटल, क्यू.आई. और वैश्विक संस्थागत निवेशकों जैसे ब्लैकरॉक, वैंगार्ड, नॉर्जेज, आदि के साथ अपने संबंधों का विस्तार करना जारी रखेंगे। उन्होंने कहा कि अडानी ग्रुप ने बहुत ठोस व्यवसायों का निर्माण किया है और उन व्यवसायों में बड़े पैमाने पर नकदी प्रवाह, उच्च लाभ मार्जिन और उच्च ई.बी.आई.टी.डी.ए. मार्जिन है। ए.ई.एल. और ए.पी.एस.ई.ज़ैड. दोनों में भी पर्याप्त मात्रा में कारोबार हुआ। शुक्रवार को ए.ई.एल. के लगभग 33 मिलियन शेयर और ए.पी.एस.ई.ज़ैड. के 77 मिलियन शेयरों का कारोबार हुआ। -जुगेशिंदर सिंह, सी.एफ.ओ.,अडानी ग्रुप