बि‍क गई Yahoo, 4.8 अरब डॉलर की कैश डील में Verizon ने खरीदा

Tuesday, Jul 26, 2016 - 09:37 AM (IST)

नई दि‍ल्‍लीः इंटरनैट की दुनिया पर राज करने वाला याहू को वेराइजन कम्‍युनि‍केशंस ने खरीद लि‍या है। वेराइजन कम्‍युनि‍केशंस याहू के कोर बि‍जनैस को 4.83 अरब डॉलर में खरीदा है। इस डील के बाद याहू का नाम बदल जाएगा और उसका AOL में मर्जर हो जाएगा। याहू को पि‍छले कुछ वक्त में गूगल और फेसबुक से कड़ा मुकाबला मि‍ल रहा था।

याहू के मुख्‍य ऑपरेशन को खरीदने के बाद वेरीजॉन एओएल इंटरनैट बिजनैस में जबर्दस्‍त इजाफा होगा, जिसको इसने पिछले साल 4.4 अरब डॉलर में खरीदा था। इस सौदे के तहत इसकी याहू की एडवरटाइजिंग टैक्‍नोलॉजी टूल के साथ सर्च, मेल और मैंसेजर तक पहुंच हो जाएगी।

इस सौदे के साथ ही एक ऑपरेटिंग कम्पनी के रूप में याहू का अस्तित्‍व समाप्‍त हो जाएगा। अब इसकी महज 15 प्रतिशत हिस्‍सेदारी ई-कॉमर्स कम्पनी अलीबाबा ग्रुप होल्डिंग लिमिटेड और 35.5 प्रतिशत हिस्‍सेदारी याहू जापान कारपोरेशन में बची है। इस संबंध में याहू के सीईओ मारिसा मेयर ने सोमवार को अपने बयान में कहा, ''हमारे ऑपरेटिंग बिजनेस की बिकवाली हमारी एशियाई संपत्तियों से पृथक हैं और याहू के शेयरहोल्‍डर वैल्‍यू के प्रति हमारी योजना का एक महत्‍वपूर्ण कदम है।''

कि‍तनी है दोनों कम्पनि‍यों की मार्कीट कैप?
- याहू का मार्कीट कैैप 3,741 करोड़ डॉलर है।
- याहू का कोर बिजनैस का मार्कीट कैप करीब 24,700 करोड़ रुपए का है ।
- मौजूदा समय में वेराइजन का मार्कीट कैप करीब 15.5 लाख करोड़ रुपए है।

कम्पनी का सफरनामा
जनवरी 1994- अमरीका के जेरी यांग और डेविड फिलो ने वर्ल्ड वाइड वेब पर बनाई जेरीज गाइड।

मार्च 1995-  कम्पनी के तौर पर याहू का हुआ गठन। याहू ने लांच की अपनी कमर्शियल वैबसाइट। इसमें दी जाती थी न्यूज एजैंसी रॉयटर्स के माध्यम से खबर और चलते थे विज्ञापन।

अप्रैल 1996- आया याहू का आई.पी.ओ.

अक्तूबर 1997- याहू ने किया ऑनलाइन डायरेक्टरी कम्पनी फोर11 का अधिग्रहण।

जून 1998- फोर11 की वेबमेल कम्पनी रॉकेट मेल बनी याहू मेल। वॉयावेब का किया अधिग्रहण। ऑनलाइन शॉपिंग में मदद करने वाला वेब बेस्ट एप्लीकेशन था यह।

जनवरी 1999- किया वेब होस्टिंग सर्विस कम्पनी जीयोसिटीज का अधिग्रहण

अप्रैल 1999- इंटरनैट रेडियो ब्रॉडकास्ट डॉट का किया अधिग्रहण 

फरवरी 1999- जॉब सर्ज इंजन हॉट-जॉब्स का अधिग्रहण 

दिसंबर 1999- खरीदा सर्च इंजन इंकटोमी

जून 2003- टैलीकॉम कम्पनी बीटी वर्ल्ड ने मिलाया याहू से हाथ

जनवरी 2004- नई तकनीक की खोज के लिए याहू रिसर्च लैब बनाने की घोषणा

मार्च 2004- लांच की सर्च इंजन तकनीक 

दिसंबर 2004- वीडियो सर्च इंजन के परीक्षण के लिए लांच किया बीटा वर्जन

फरवरी 2008- याहू को खरीदने के लिए माइक्रोसॉफ्ट ने लगाई 44 अरब डॉलर की बोली

जुलाई 2010- सर्च के लिए याहू ने माइक्रोसॉफ्ट से मिलाया हाथ 

मार्च 2012- पेटेंट के उल्लंघन के लिए याहू ने फेसबुक पर दर्ज कराया मामला। फेसबुक ने भी किया याहू पर केस।

मई 2013- अहम न्यूज ट्वीट्स को प्रदर्शित करने के लिए ट्विटर से साझेदारी।

जुलाई 2014: याहू ने खरीदी मोबाइल कम्पनी फ्लरी। वीडियो स्ट्रीमिंग सेवा रेवी का किया अधिग्रहण।

Advertising