दाल उत्पादन में 30 फीसदी इजाफा संभव

Monday, Aug 01, 2016 - 04:05 PM (IST)

अहमदाबादः पिछले एक साल के दौरान दालों की कीमतों में भारी तेजी से इस साल दलहन बुआई में काफी अधिक बढ़ोतरी हुई है। इससे उत्पादन में 30 फीसदी बढ़ौतरी हो सकती है। दलहन का रकबा अब तक 40 फीसदी बढ़कर 90 लाख हैक्टेयर पर पहुंच चुका है, जो पिछले साल इस समय तक 65 लाख हैक्टेयर था। 

 

उद्योग के विशेषज्ञों के मुताबिक बुआई का वर्तमान रुझान यह संकेत दे रहा है कि दलहनों के उत्पादन में 25 से 30 फीसदी बढ़ौतरी हो सकती है। माना जा रहा है कि अरहर और मूंग जैसी दालों की ऊंची कीमतों से किसान कपास और अन्य फसलों की जगह दलहनों की बुआई को लेकर प्रोत्साहित हुए हैं। इसके नतीजतन कपास की बुआई 13 फीसदी घटकर 86.8 लाख हैक्टेयर रही है, जबकि पिछले साल इस समय तक 1 करोड़ हैक्टेयर में कपास की बुआई हो चुकी थी। आज तक खरीफ फसलों की कुल बुआई 6.92 करोड़ हैक्टेयर में हो गई है, जो पिछले साल इस समय तक 6.71 करोड़ हैक्टेयर थी। केडिया कमोडिटी कॉमट्रेड के प्रबंध निदेशक अजय केडिया ने कहा, 'सामान्य मॉनसून के अनुमान और अन्य फसलों के मुकाबले बेहतर कीमतों से किसान दलहन फसलों की बुआई के लिए प्रोत्साहित हुए हैं, जिससे इस खरीफ सीजन में ज्यादा बुआई हुई है।'

 

केंद्र सरकार के कृषि विभाग के आंकड़ों के मुताबिक 22 जुलाई 2016 तक कुल 6.92 करोड़ हैक्टेयर में खरीफ फसलों की बुआई हुई है, जो पिछले साल की बुआई 6.71 करोड़ हैक्टेयर से 3.32 फीसदी अधिक है। दलहन फसलों की बुआई 90.1 लाख हैक्टेयर में हो चुकी है, जो 2015 में इस समय तक की बुआई 65 लाख हैक्टेयर से 40 फीसदी अधिक है। तिलहन का रकबा 5 फीसदी बढ़कर 1.49 करोड़ हैक्टेयर रहा है, जो पिछले साल इस समय तक 1.43 करोड़ हेक्टेयर था। खाद्यान्न की कुल बुआई 3.13 करोड़ हैक्टेयर पर पहुंच गई है, जो पिछले साल की बुआई 3.08 करोड़ हैक्टेयर से महज 1.68 फीसदी अधिक है। दालों में अरहर की दाल के दाम पिछले छह महीनों में 30 से 35 रुपए बढ़कर 135 से 140 रुपए प्रति किलोग्राम हो गए हैं, जबकि उड़द की कीमतें 50 से 60 रुपए बढ़कर 150 रुपए प्रति किलोग्राम हो गई हैं। दालों की कीमतें कम करने के लिए सरकार म्यांमार और अफ्रीका से 77 लाख टन दालों के आयात की योजना बना रही है। 

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