50% खरीदार चाहते हैं 3 BHK मकान खरीदना, इनकी डिमांड सबसे ज्यादा

Wednesday, Mar 06, 2024 - 01:53 PM (IST)

बिजनेस डेस्कः देश में बड़े मकानों (3 BHK) की मांग तेजी से बढ़ रही है। उद्योग संगठन फिक्की और संपत्ति सलाहकार फर्म एनारॉक के सर्वे के अनुसार 50 फीसदी खरीदारों की प्राथमिकता बड़े मकान खरीदने की है। फिक्की-एनारॉक उपभोक्ता भावना सर्वे (H2 2023) के अनुसार अब 3 BHK मकानों की सबसे अधिक मांग है।

पिछले साल की दूसरी छमाही में कम से कम 50 फीसदी खरीदार इस आकार के मकानों को खरीदना चाहते हैं, जबकि वर्ष 2022 की दूसरी छमाही में 42 फीसदी लोग 3 BHK मकान खरीदना चाहते थे। पिछले साल की दूसरी छमाही में इसके 38 फीसदी खरीदारों की प्राथमिकता 2 BHK मकान खरीदने की है। संपत्ति की कीमत बढ़ने के बावजूद बड़े मकानों की मांग बढ़ रही है।

बड़े मकानों की मांग कहां है ज्यादा

3 BHK मकानों की मांग बेंगलूरू, चेन्नई, हैदराबाद और दिल्ली-एनसीआर में ज्यादा है। दिल्ली-एनसीआर में सबसे अधिक 54 फीसदी खरीदार की पसंद 3 BHK मकान हैं। इसके बाद चेन्नई में 53 फीसदी, हैदराबाद में 48 फीसदी, बेंगलूरू और कोलकाता में 47-47 फीसदी, पुणे में 45 फीसदी और मुंबई-एमएमआर में 44 फीसदी खरीदार 3 BHK मकान खरीदना चाहते हैं। एमएमआर में 44 फीसदी खरीदारों की प्राथमिकता 2 BHK मकान हैं, जबकि 17 फीसदी खरीदारों की 1 BHK।

लग्जरी मकानों की बढ़ी मांग

लग्जरी मकानों (1.5 करोड़ रुपए से अधिक कीमत वाले) की मांग भी तेजी से बढ़ रही है। इस सर्वे के अनुसार 2023 की दूसरी छमाही में कम से कम 20 फीसदी लोगों ने कहा कि वे लग्जरी मकान खरीदना चाहते हैं, जबकि 2021 की दूसरी छमाही में यह आंकड़ा 12 फीसदी ही था। 45 से 90 लाख रुपए कीमत वाले मकान लोगों के लिए सबसे लोकप्रिय बने हुए हैं। 33 फीसदी से अधिक खरीदार इसके पक्ष में हैं।

किफायती मकानों की मांग घटी

फिक्की-एनारॉक के इस सर्वे में बड़े और लग्जरी मकानों की मांग तो बढ़ी है। लेकिन किफायती मकानों की मांग में कमी दर्शाई गई है। 2023 की दूसरी छमाही में किफायती मकानों की हिस्सेदारी 21 फीसदी रही, जबकि 2021 में यह 25 फीसदी और 2020 में 40 फीसदी थी।

एनारॉक समूह के अध्यक्ष अनुज पुरी कहते हैं कि बड़े मकानों की आपूर्ति उनकी मांग के अनुरूप है। एनारॉक के डेटा के अनुसार शीर्ष 7 शहरों में औसत फ्लैट का आकार पिछले साल की तुलना 11 फीसदी बढ़ गया है। यह 2022 में 1,175 वर्ग फुट से बढ़कर 2023 में 1,300 वर्ग फुट हो गया। सर्वेक्षण से यह भी पता चला है कि पहली बार नए लॉन्च की तुलना में रेडी-टू-मूव मकानों की मांग कम है। 2023 की दूसरी छमाही में रेडी टू होम और नये लॉन्च मकानों का रेशियो 2021 की दूसरी छमाही में 32:24 के मुकाबले 23:24 रह गया। दिलचस्प बात यह है कि यह 2020 की पहली छमाही में 46:18 था।

jyoti choudhary

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