90 फीसदी तक सस्ती हुई कैंसर की ये दवाएं, मरीजों के बचे 984 करोड़ रुपए

Saturday, Nov 07, 2020 - 02:43 PM (IST)

नई दिल्ली: राष्ट्रीय औषध मूल्य निर्धारण प्राधिकरण ने कहा कि फरवरी 2019 में कैंसर की दवाओं की कीमतें कम करने के लिए शुरू हुए प्रयासों के उम्मीद से बढ़कर अच्छे परिणाम मिल रहे हैं।NPPA द्धारा 42 कैंसर रोधी दवाओं पर पाइलट परियोजना को शुरू किया गया था। इसका उद्देश्य कैंसर मरीजों को सस्ती दर पर स्वस्थ्य सेवा उपलब्ध करवाना था। इसके बाद दवा निर्माताओं से मिली प्रतिक्रियों से स्पष्ट हो गया है कि 526 ब्रांड की 42 कैंसर रोधी दवाओं की कीमतों में 90 फीसदी तक की कमी आई है।


इन दवाओं के दाम में आई बड़ी गिरावट
बता दें कि Birlotib ब्रांड के अंतर्गत निर्मित 150 mg की Erlotinib दवाई की कीमत में 91.08% की गिरावट आई। इसके दाम 9,999 रुपए से घटकर  891.79 रुपए हो गए हैं। इसी तरह Pemetrexed इंजेक्शन जिसे Pemestar 500 के ब्रांड से बेचा जाता था, उसकी कीमत 25,400 से घटकर 2509 रुपए हुई। इसमें में भी 90% की गिरावट हुई। 20 हजार रुपए से अधिक कीमत वाली चिन्हित 124 दवाइयों में से अब तक 62 ने ही बदलाव किए है।


मरीजों के 984 करोड़ रुपये बचाए
दरअसल, पायलट परियोजना के क्रियान्वयन से अब तक कैंसर पीड़ित मरीजों के 984 करोड़ रुपये बचाए जा चुके हैं। ऑल इंडिया ड्रग एक्शन नेटवर्क ने कैंसर रोधी दवाओं के मुनाफे की सीमा निर्धारण का NPPA द्धारा लिए फैसले की प्रशंसा की है। 

दोगुनी होगी भारत में कैंसर के मरीजों की संख्या- WHO
एनपीपीए ने कहा कि विश्व स्वस्थ्य संगठन (WHO) के मुताबिक सबसे ज्यादा मौतों के मामले में कैंसर दूसरे स्थान पर आता है। साल 2018 में विश्व में 8 मिलियन कैंसर के मामले सामने आए थे, जिसमें 1.5 मिलियन अकेले भारत में थे। भारत में साल 2040 तक कैंसर के नए रोगियों की संख्या दोगुनी होने की आशंका है।

 

 


 

rajesh kumar

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