गोदामों में सड़ गया 32 हजार टन प्याज! बफर स्टाक में बचा सिर्फ 25 हजार टन

Saturday, Oct 24, 2020 - 07:27 PM (IST)

नई दिल्ली: इन दिनों भारतीय खुदरा बाजार में प्याज की कीमतें आसमान छू रही हैं। देश में प्याज की कीमतें 70-120 रुपए तक पहुंच गई है। सरकार की ओर बढ़ रही कीमतों पर अंकुश लगाने के लिए जरूरी कमद उठा रही है। वहीं, सूत्रों के हवाले से पता चला है कि प्याज के एक लाख टन बफर स्टॉक में से 32 हजार टन प्याज सड़ गया है। पहले भी कई बार सरकारी गोदामों में सरकारी प्याज के सड़ने पर सवाल उठते रहे हैं। 

महज 25 हजार टन का सुरक्षित भंडार
सरकार के पास प्याज का महज 25 हजार टन का सुरक्षित भंडार (बफर स्टॉक) बचा हुआ है। यह स्टॉक नवंबर के पहले सप्ताह तक समाप्त हो जाएगा। नाफेड के प्रबंध निदेशक संजीव कुमार चड्ढा ने शुक्रवार को इसकी जानकारी दी। देश में प्याज की खुदरा कीमतें 75 रुपये किलो के पार जा चुकी हैं। ऐसे में इसकी उपलब्धता सुनिश्चित करने तथा कीमतों को नियंत्रित करने के लिए नाफेड सुरक्षित भंडार से प्याज बाजार में उतार रहा है।

करीब एक लाख टन प्याज की खरीद
नाफेड सरकार की ओर से संकट के समय यह स्टॉक इस्तेमाल के लिए जारी करने को तैयार रहता है। नाफेड ने इस साल के लिए करीब एक लाख टन प्याज की खरीद की थी। चड्ढा ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘अभी तक बफर स्टॉक से 43 हजार टन प्याज बाजार में उतारा जा चुका है। कुछ भंडार के बर्बाद होने के बाद अभी करीब 25 हजार टन प्याज भंडार में बचा हुआ है, जो नवंबर के पहले सप्ताह तक चलेगा।’

मंत्री को थी जानकारी
बता दें कि जनवरी 2020 में केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य व सार्वजनिक वितरण मंत्री राम विलास पासवान ने कहा था कि केंद्र सरकार के स्टॉक में प्याज सड़ रहा है और राज्यों ने प्याज लेने से मना कर दिया है। मानसून के आखिरी दौर में हुई भारी बारिश से प्याज की फसल खराब होने के चलते पिछले साल के आखिरी तीन महीनों में प्याज के दाम में बेहद इजाफा हुआ। अब केंद्र सरकार ने करीब एक लाख टन प्याज का आयात करने का फैसला लिया ताकि कीमतों को काबू किया जा सके।
 

rajesh kumar

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