6 महीने में बैंकों को हुआ 95700 करोड़ रुपए का नुकसान, प्रतिदिन हुए 32 बैंकिंग फ्रॉड

Wednesday, Nov 20, 2019 - 11:51 AM (IST)

नई दिल्लीः भारत के सरकारी बैंकों में चालू वित्त वर्ष 2019-20 के पहले 6 माह में करीब 95,700 करोड़ रुपए से अधिक की धोखाधड़ी हुई है। यह जानकारी मंगलवार को संसद को दी गई। देश में इस साल अप्रैल से सितंबर के दौरान बैंकिंग धोखाधड़ी के मामलों की संख्या करीब 5,743 पहुंच गई। आंकड़ों पर गौर करें, तो देश में हर दिन करीब 32 बैंक फ्रॉड को अंजाम दिया गया।

SBI में हुए सबसे ज्यादा घोटाले
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने राज्यसभा में कहा, ‘‘भारतीय रिज़र्व बैंक (आरबीआई) के अनुसार सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, रिपोर्ट किए गए वर्ष के दौरान एक अप्रैल 2019 से 30 सितंबर 2019 की अवधि में 95,760.49 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी के 5,743 मामले हुए।'' वित्त मंत्री ने कहा कि भारतीय स्टेट बैंक ने सबसे ज्यादा 254 अरब रुपए के घोटाले की शिकायत की है, जबकि पंजाब नेशनल बैंक ने 108 अरब रुपए और बैंक ऑफ बड़ौदा ने 83 अरब रुपए की धोखाधड़ी की जानकारी दी है। बैंकों ने धोखाधड़ी और घोटाले के लिए लचर नियमों और बैंक अधिकारियों की धोखेबाजों के साथ मिलीभगत को जिम्मेदार ठहराया है।

धोखाधड़ी पर रोक लगाने को किए गए उपाय 
वित्त मंत्री ने लिखित उत्तर में सदन को बताया कि 3.38 लाख निष्क्रिय कंपनियों के बैंक खातों पर रोक लगाने सहित बैंकों में धोखाधड़ी की घटनाओं को रोकने के लिए व्यापक उपाय किए गए हैं। इस बीच, एक अन्य प्रश्न के उत्तर में, वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि पंजाब और महाराष्ट्र सहकारी (पीएमसी) बैंक के ग्राहकों के लिए निकासी सीमा को बढ़ाकर 50,000 रुपए कर दिए जाने के बाद बैंक के 78 प्रतिशत जमाकर्ता अपने खाते की पूरी राशि निकाल सकेंगे। पीएमसी बैंक के 23 सितंबर, 2019 को (आरबीआई निर्देश लागू होने के दिन), पीएमसी बैंक के कुल खाताधारकों की संख्या 9,15,775 थी।

 

Supreet Kaur

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