पिछले 4 साल में दूध उत्पादन 28 प्रतिशत वृद्धि, किसानों की कमाई बढ़ी: कृषि मंत्री

Tuesday, Nov 27, 2018 - 10:52 AM (IST)

नई दिल्लीः कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह ने सोमवार को कहा कि पिछले चार साल में देश के दूध उत्पादन 28 प्रतिशत बढ़कर 17 करोड़ 63.5 लाख टन हो गया है। साथ ही किसानों को औसतन प्रति लीटर दूध के लिए सात रुपये अधिक मिल रहे हैं।  राष्ट्रीय दूग्ध दिवस समारोह को संबोधित करते हुए सिंह ने कहा कि दूध की मांग को बढ़ावा देने की जरूरत है और उन्होंने दूध के प्रसंस्करण स्तर को मौजूदा 20 प्रतिशत से बढ़ाकर 30 प्रतिशत करने पर भी जोर दिया।

उन्होंने राष्ट्रीय गोकुल मिशन, प्रजनन केंद्र खोलने और डेयरी क्षेत्र के लिए सर्मिपत निधि जैसी पहलों को उभारते हुए कहा कि हमने पिछले चार साल में डेयरी सेक्टर को बढ़ावा देने के लिए कई कदम उठाए हैं जो वर्ष 2022 तक किसानों की आमदनी को दोगुना करने के लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं। इन प्रयासों के नतीजे दिखाई देने लगे हैं।  मंत्री ने कहा कि वर्ष 2013-14 में देश का दूध उत्पादन 13.77 करोड़ टन था और अब पिछले वित्त वर्ष में बढ़कर 17 करोड़ 63.5 लाख टन हो गया है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2014 - 18 के दौरान दूध उत्पादन में वाॢषक वृद्धि दर 6.5 प्रतिशत रही, जो वर्ष 2010-14 के दौरान 4.29 प्रतिशत था।  मंत्री ने कहा कि किसानों की औसत कीमत जो पहले 22 रुपए प्रति लीटर मिलती थी वह भी अब बढ़कर 29 रुपए प्रति लीटर हो गई है।

सिंह ने आगे बताया कि प्रति व्यक्ति दूध की उपलब्धता भी बढ़कर 376 ग्राम हो गई है जो पहले 307 ग्राम की हुआ करती थी।  उन्होंने कहा, दूध उत्पादों की मांग बढ़ रही है। इसकी प्रसंस्करण क्षमता और मूल्यवर्धन को बढ़ावा देने की जरूरत है। मंत्री ने उत्पादन को बढ़ाने के लिए स्वदेशी गाय की उत्पादकता बढ़ाने पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि देश में 20 भ्रूण हस्तांतरण प्रौद्योगिकी केंद्र स्थापित किए जा रहे हैं और उनमें से 19 के प्रस्तावों को अब तक मंजूरी दे दी गई है। ये केंद्र स्वदेशी गोवंशी नस्लों के 3,000 उच्च जेनेटिक मेरिट बैल का उत्पादन कर रहे हैं। पशुपालन सचिव तरुण श्रीधर ने विश्वास व्यक्त किया कि वर्ष 2022 तक देश का दूध उत्पादन 25 करोड़ टन तक पहुंच जाएगा। उन्होंने कहा, हम इस लक्ष्य को आसानी से प्राप्त कर लेंगे। 

Isha

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