प्राइवेट ट्रेन तेजस में छंटनी, 20 कर्मचारियों को बिना नोटिस नौकरी से निकाला

Friday, Nov 29, 2019 - 01:12 PM (IST)

नई दिल्लीः देश की पहली कॉर्पोरेट ट्रेन तेजस एक्सप्रैस की कैबिन क्रू व अटैंडैंट को बगैर नोटिस नौकरी से निकाल दिया गया है। स्टाफ ने शिकायत दर्ज कराई है कि 18-18 घंटे ड्यूटी करने, देरी से मिलने वाली सैलरी व यात्रियों के छेड़छाड़ करने की शिकायत की वजह से उन्हें निकाला गया है।

20 कर्मचारियों को निकाला
तेजस ट्रेन का परिचालन आईआरसीटीसी कर रहा है लेकिन हॉस्पिटैलिटी की जिम्मेदारी वृंदावन फूड प्रोडक्ट्स (आर.के. एसोसिएट्स) की है। यह प्राइवेट कॉन्ट्रैक्टर के तौर पर आईआरसीटीसी के साथ जुड़ा है। इस फर्म ने कैबिन क्रू व अटैंडैंट के तौर पर 40 से अधिक लड़के-लड़कियों की हायरिंग की लेकिन एक महीने के भीतर 20 को हटा दिया जिनमें लगभग एक दर्जन लड़कियां हैं। वहीं कई दिनों तक इंतजार कराने के बाद इन्हें सैलरी तो दी लेकिन दोबारा काम पर नहीं रखा।

तबियत खराब होने पर भी कराते हैं काम
ट्रेन की मैनेजर अवंतिका सिंह ने शिकायत में कहा है कि तेजस एक्सप्रेस सुबह 6:10 बजे रवाना होती है। इस कारण सुबह पांच बजे ही उनको ड्यूटी पर आना पड़ता है। रात को ट्रेन के वापसी आने तक 18 घंटे की ड्यूटी हो जाती है। वहीं ट्रेन होस्टेस प्राची पटेल ने बताया कि एक बार तबियत बिगडऩे पर कानपुर के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन आराम करने के लिए छुट्टी भी नहीं मिली। वहीं, एक अटेंडेंट विशाल कुमार ने आरोप लगाया कि तेजस एक्सप्रेस में यात्री ट्रेन होस्टेस के साथ जबरन सेल्फी लेते हैं। शिकायत करने पर कोई कार्रवाई तक नहीं होती।

रेल मंत्री और IRCTC से मदद मांगी
निकाले गए युवाओं ने रेल मंत्री और आईआरसीटीसी को ट्वीट करके मदद मांगी है। वहीं जिस निजी फर्म द्वारा उन्हें नियुक्त किया गया था वह भी नौकरी से निकालने का कारण नहीं बता रही है। वहीं वृंदावन फूड के एच.आर. प्रदीप सिंह का कहना है कि किसी को नौकरी से हटाया नहीं गया है। जैसे ही दूसरी तेजस ट्रेन चलती है या इसी ट्रेन में बोगियां बढ़ाई जाती हैं तो हम इन बच्चों को शामिल कर लेंगे। वहीं किसी के साथ दुर्व्यवहार की शिकायत उन तक नहीं पहुंची है। अगर पहुंचती है तो वे मैनेजमैंट को जानकारी देकर इसकी जांच कराएंगे।

Supreet Kaur

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