5,950 मेगावाट क्षमता की 16 पनबिजली परियोजनाएं लंबित, नीति लाने की तैयारी
Sunday, Jan 06, 2019 - 01:42 PM (IST)
नई दिल्लीः वित्तीय दिक्कतों तथा अन्य कारणों से देश में 5,950 मेगावाट क्षमता की 16 पनबिजली परियोजनाएं लंबित चल रही हैं। इसके कारण सरकार यथाशीघ्र एक पनबिजली नीति तैयार कर सकती है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘देश में अभी 12 गीगावाट क्षमता की 37 पनबिजली परियोजनाओं पर काम चल रहा है। इनमें से 5,950 मेगावाट क्षमता की 16 परियोजनाएं वित्तीय कारणों या दिक्कतों को लेकर तय समय से देरी से चल रही हैं।’’ अधिकारी ने कहा इन 16 परियोजनाओं में से 10 के समक्ष वित्तीय दिक्कतें हैं।
केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण (सीईए) के आकलन के अनुसार देरी से चल रही इन परियोजनाओं के कारण सालाना 1,876.10 करोड़ यूनिट बिजली का नुकसान हो रहा है। अधिकारी ने कहा कि सरकार एक पनबिजली नीति पर काम कर रही है। इससे परियोजनाओं को ऋण के पुर्नभुगतान के लिये अधिक समय मिल सकेगा। इसके अलावा उन्हें कम ब्याज दर समेत अन्य लाभ भी मिलेंगे जिससे इन परियोजनाओं को शुल्क कम रखने में मदद मिलेगी। बिजली मंत्रालय ने प्रस्तावित नीति के बारे में संसद की स्थायी समिति को भी सूचित किया है।