एक साल में 1.75 लाख लोगों-कंपनियों ने बैंकों से निकाली 1 करोड़ से ज्यादा नकदी

Monday, Jul 08, 2019 - 12:35 PM (IST)

बिजनेस डेस्कः 1.75 लाख लोगों, कारोबारी घरानों एवं विभिन्न संस्थाओं ने वित्त वर्ष 2017-18 में अपने-अपने बैंक खातों से 1 करोड़ रुपए से ज्यादा रकम निकाली थी। एक वित्त वर्ष में निकाली गई ऐसी कुल रकम 11 लाख करोड़ रुपए थी। संभव है कि इतने बड़े अमाउंट की नकदी निकासी के कारण ही सरकार के कान खड़े हुए। ध्यान रहे कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इस बार के बजट में ऐलान किया कि बैंक खातों से सालभर में एक करोड़ रुपए से ज्यादा रकम निकालने पर 2% टीडीएस (टैक्स डिडक्टेड ऐट सोर्स ) कटेगा। 

कई गलत लेनदेन के मामले भी 
बहरहाल, ऊपर जिक्र की गई नकदी निकासियों में कुछ तो वास्तविक कारोबारी जरूरतों को पूरा करने के लिए थीं जिनमें एटीएम मैनेज करने वाली कैश मैनेजमेंट कंपनियों के कैश विदड्रॉल भी शामिल हैं। हालांकि, सूत्रों के मुताबिक आंकड़ों से ऐसा लगता है कि कुछ मामलों में अवैध लेनदेन के मकसद से भी पैसे निकाले गए थे।

छिपाए गए सही PAN डीटेल्स 
दरअसल, कई ऐसे मामले सामने आए जिनमें कैश विदड्रॉल के लिए गलत पैन दिए गए या दिए ही नहीं गए। सरकार को उम्मीद है कि 2% टीडीएस कटने से मोटी रकम निकालने वाली एंटिटीज पर नजर रखी जा सकेगी क्योंकि उन्हें अडवांस टैक्स पेमेंट के वक्त अजस्टमेंट क्लेम करने के लिए सही पैन की जानकारी देनी होगी। 

इन पर होती है सरकार की नजर 
वित्त वर्ष 2017-18 के आंकड़े बताते हैं कि 1 लाख एंटिटीज ने पैन की जानकारी देकर 1 से 2 करोड़ रुपए निकाले जबकि करीब 500 एंटिटीज ने अपने बैंक खातों से 100 करोड़ रुपए से भी ज्यादा की नकदी निकासी की। गौरतलब है कि सरकार उन करंट अकाउंट्स के आंकड़े जुटाती है जिनसे सालाना 50 लाख रुपए या उससे ज्यादा की रकम की निकासी की जाती है। साथ ही, सरकार की नजर कुछ बचत खातों पर भी होती है। 

jyoti choudhary

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