Aadi Shankaracharya Review: आदि शंकराचार्य की कहानी, जिन्होंने भारत की संस्कृति को नया जीवन दिया
punjabkesari.in Monday, Oct 28, 2024 - 06:32 PM (IST)
आदि शंकराचार्य
कलाकार: अर्नव खानिजो, संदीप मोहन, गगन मलिक, सुमन गुप्ता, योगेश महाजन, राजीव रंजन, मनीष बिस्ला
निर्देशक: ओंकार नाथ मिश्रा
निर्माता: नकुल धवन, ओंकार नाथ मिश्रा
रेटिंग: 3 स्टार्स
आदि शंकराचार्य: आदि शंकराचार्य पर आधारित वेब सीरीज का ट्रेलर जारी होने के बाद से ही लोगों की दिलचस्पी इस ओर बढ़ गई है। श्री श्री रविशंकर जी की संस्था “आर्ट ऑफ लिविंग” द्वारा बनाई गई यह सीरीज भारतीय संस्कृति के महान नायक आदि शंकराचार्य के जीवन पर आधारित है। 8वीं शताब्दी में सनातन धर्म को संगठित करने वाले इस संत की कहानी आज की नई पीढ़ी में भी गहरी जिज्ञासा उत्पन्न करती है। इस दिवाली पर, यह सीरीज “आर्ट ऑफ लिविंग” ऐप पर रिलीज हो रही है, और इसे देखने का अनुभव निश्चित ही अनोखा होगा।
कहानी
सीरीज की कहानी 8वीं शताब्दी के भारत से शुरू होती है, जब देश विभिन्न धार्मिक, सांस्कृतिक और सामाजिक चुनौतियों का सामना कर रहा था। सम्राट अशोक के काल के बाद, भारत में बौद्ध धर्म और अन्य संप्रदायों का प्रभाव बढ़ने लगा था, जिससे समाज अलग-अलग धर्मों में विभाजित होने लगा था। इसी समय में अरबों का आक्रमण और बाहरी आक्रमणों से भारत की स्थिति और खराब हो गई। इस संघर्ष और विकट परिस्थिति के बीच, केरल में एक दिव्य बालक का जन्म होता है, जिसे हम आज आदि शंकराचार्य के नाम से जानते हैं। इस बालक ने समाज में सनातनी मूल्यों को फिर से स्थापित करने का प्रयास किया। दस एपिसोड में फैली इस सीरीज में, आदि शंकराचार्य की बचपन से संन्यास ग्रहण करने तक की यात्रा को दर्शाया गया है।
अभिनय
आदि शंकराचार्य की भूमिका में अर्नव खानिजों ने बेहतरीन काम किया है। उनकी सरल लेकिन प्रभावशाली संवाद अदायगी और अभिनय ने आदि शंकराचार्य के किरदार को जीवंत बना दिया है। पिता शिवगुरु के किरदार में संदीप मोहन और माता के किरदार में सुमन गुप्ता ने अपने-अपने पात्रों के साथ पूर्ण न्याय किया है। इसके अलावा, राजा दाहिर की भूमिका में शिवेन्दू ओमशाइनिवाल और सम्राट अशोक के रूप में गगन मालिक ने भी यादगार प्रदर्शन किया है। सभी कलाकारों ने अपने किरदारों को इतनी बारीकी से निभाया है कि दर्शक उनसे जुड़ाव महसूस करते हैं।सीरीज में कुल 10 एपिसोड हैं। हर एपिसोड को ऐसे नाम दिए गए हैं जो उस एपिसोड में निहित कथानक को बताते हैं।
निर्देशन
ओंकारनाथ मिश्रा द्वारा निर्देशित इस सीरीज में ऐतिहासिक तथ्यों और मनोरंजन का बेहतरीन संतुलन देखने को मिलता है। कहानी में घटनाओं का क्रम और फिल्मांकन इतना प्रभावशाली है कि दर्शक खुद को इस युग में खोया हुआ महसूस करते हैं। आदि शंकराचार्य जैसे महान संत के जीवन को बिना किसी बनावट या अतिशयोक्ति के प्रस्तुत करना एक बड़ी चुनौती थी, जिसे मिश्रा ने बेहतरीन ढंग से पूरा किया। सीरीज में उस युग की वेशभूषा, भाषा शैली, और वातावरण को संजीदगी से दर्शाया गया है। 8वीं शताब्दी के परिवेश को वास्तविक रूप देने के लिए सिनेमैटोग्राफी, बैकग्राउंड संगीत और रंगों का इस्तेमाल भी सराहनीय है।
आदि शंकराचार्य की यह वेब सीरीज एक गहरा और प्रभावशाली अनुभव देती है। परिवार और बच्चों के साथ इसे देखना एक प्रेरणादायक और ज्ञानवर्धक अनुभव होगा। आदि शंकराचार्य की जीवन यात्रा से आज की पीढ़ी को भारतीय संस्कृति के प्रति गर्व और आत्मसम्मान की भावना मिलती है।