इस युद्ध को ‘सरहद’ से नहीं, घर से जीतें

punjabkesari.in Sunday, Mar 22, 2020 - 04:35 AM (IST)

हैंड सैनीटाइजर युद्ध का हथियार बन चुके हैं। फ्रांस में सबसे बड़े लग्जरी समूह एल.वी.एम.एच. ने अपनी परफ्यूम फैक्टरियों में से निर्मित सैनीटाइजरों को बहुतायत मात्रा में बनवाकर सरकार तथा अस्पतालों को नि:शुल्क बांट दिया। यह ऐसे वक्त में किया गया है जबकि फ्रांस अन्य देशों की तरह कोरोना वायरस के युद्ध से लड़ रहा है। फ्रांसीसी राष्ट्रपति एमेनुअल मैक्रां ने राष्ट्र के नाम संदेश दिया और घोषणा की कि सभी स्कूल, विश्वविद्यालय अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दिए जाएं। उनके इस आदेश का सख्ती से पालन किया गया मगर पूरे फ्रांस भर में बच्चे खुशी से झूम उठे। यहां पर पूरे देशवासी एक-दूसरे से कट कर रह गए हैं। 

ऐसा प्रतीत होता है जैसे यह कोई बंदी गृह है। लोग अपने घरों से काम कर रहे हैं और जब वे उदास होते हैं तो अपने दोस्तों को घर में बुला लेते हैं। रोजाना जिम जाने वाले लोग अपने घर पर ही वर्कआऊट कर रहे हैं और ट्रेनर को घर पर ही बुला रहे हैं। कोविड-19 जैसे युद्ध को सीमाओं से नहीं, घर से ही लड़ा जा रहा है। ऐसे युद्ध को लडऩे के लिए आपके पास युद्ध सामग्री होने की जरूरत नहीं मगर यह आपकी नैतिक जिम्मेदारी बनती है कि आप सरकार के आदेश को मानें। 

राष्ट्रपति की स्पीच सुनने के लिए सभी परिवार टी.वी. लगाकर बैठ गए। उनका संदेश 35 मिलियन लोगों ने सुना। मुझे उन दिनों की याद आ गई जब सारा परिवार टी.वी. के आगे  बैठ जाता था क्योंकि उनके पास दूसरा सूचना का कोई साधन नहीं था। मैक्रां ने हालांकि मास्क पहने की जरूरत को सिरे से नकार दिया (क्योंकि वहां पर ये काफी मात्रा में उपलब्ध नहीं) उन्होंने हमारे संग एक युद्ध के सेनापति की तरह बात की जोकि युद्ध भूमि में खड़ा हो। विंस्टन चर्चिल को द्वितीय विश्वयुद्ध और बुश को 9/11 के दौरान भाषण करते देखा। मैक्रां ने घोषणा की कि हम युद्ध की ओर अग्रसर हैं। इसके लिए उन्होंने बलिदान देने के लिए लोगों को कहा, वहीं सौहार्द बनाए रखने के लिए भी कहा। सबसे बड़ी बात उन्होंने यह कही कि इस वायरस को किसी पासपोर्ट की जरूरत नहीं। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि क्या करें और क्या न करें। सभी व्यवसाय बंद कर दिए। बिजली, गैस तथा पानी के बिलों को निलंबित कर दिया गया। एक आर्मी कैम्प अस्पताल स्थापित करने की घोषणा की गई। उसके बाद उन्होंने सबसे डरावनी घोषणा की। उन्होंने कहा कि घरों के अंदर रहें, नहीं तो आपको सजा मिलेगी। 

भारतीय होने के नाते मैं जल्दी ही इस वायरस तथा युद्ध के लिए आतंकित नहीं होती मगर मैं नियमों को जरूर मानती। एक जमाखोर के नाते मैं सबसे बड़ी जमाखोरी टायलट पेपर की नहीं करती क्योंकि भारतीय होने के नाते मेरे पास कई विकल्प हैं मगर खाने-पीने की चीजें कम से कम रखनी चाहिएं। कुछ चैनलों ने सबके लिए फ्री केबल देने का फैसला किया। सुपर मार्कीटों ने डिलीवरी चार्ज लेने से मना कर दिया। स्कूलों ने ई-लॄनग स्थापित की तथा एल.वी.एम.एच. ने इस युद्ध से लडऩे के तौर पर नि:शुल्क सैनीटाइजर सरकार को तथा अस्पतालों को बांटे। कम्पनी ने युद्ध स्तर पर इसका निर्माण किया। 

इस युद्ध को जीतने के लिए हमें अपने घर से शुरूआत करनी होगी। आप घर बैठे फ्री टी.वी. देखें, सरकार की ओर से बांटे गए खाने को खाएं, अपने बच्चों को पढ़ाएं, उनको सैनीटाइज करें तथा अपने घरों में बैठे रहें। हालांकि घूमने-फिरने वाले व्यक्तियों के लिए एक परिधि में बैठना मुश्किल होता है। पैरिस के स्टैंडर्ड के हिसाब से मैं किस्मत वाली हूं कि मैं एक बड़े अपार्टमैंट में रहती हूं। मैंने अपनी नैनी को कह रखा है कि वह अपने घर पर ही रहें, जब तक कि सरकार अपने आदेश को बदल न डाले। कोरोना कारावास के चलते चीन में तलाक के मामलों में कमी आई है मगर इसमें कोई शंका नहीं कि 9 माह बाद बच्चों के जन्म में बढ़ौतरी होगी। तीन लोगों का हमारा परिवार एक ही छत के नीचे शरणार्थियों की तरह रह रहा है। मानसिक स्वास्थ्य के लिए चाकलेट हमारे लिए पवित्र बन गई है।-कोयल पुरी रिनचैट


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