जब दुल्हन ने विवाह से पहले घर में शौचालय बनाने की शर्त रखी

Tuesday, Sep 04, 2018 - 04:25 AM (IST)

पश्चिम बंगाल में मुर्शिदाबाद के बर्वान में एक वास्तविक कहानी ऐसा लगता है जैसे फिल्म ‘टायलैट-एक प्रेम कथा’ से प्रभावित हुई, जब एक भावी दुल्हन ने विवाह पक्का होने से पहले अपने होने वाले पति के घर पर एक टायलैट बनवाने के लिए जोर डाला। स्थानीय प्रशासन के खुले में शौच के खिलाफ अभियान में एक जाना-माना चेहरा, 23 वर्षीय शमशाल बेगम के लिए इतना ही काफी नहीं था, उसने अपने भावी पति तौसीफ रजा अहमद के परिवार को 30 अगस्त को होने वाले विवाह के लिए आमंत्रण पत्रों पर टायलैट का चित्र इस्तेमाल करने को भी कहा।

शमशाल ने शादी के 500 कार्डों का हवाला देते हुए कहा कि उन्होंने केवल उन्हीं लोगों को आमंत्रित किया है जिनके घर में टायलैट हैं। कुछ वर्ष पूर्व हृदयाघात से अपने पिता का निधन होने के बाद उच्च माध्यमिक (हायर सैकेंडरी) शिक्षा प्राप्त शमशाल अपनी पढ़ाई आगे जारी नहीं रख सकी।  27 वर्षीय तौसीफ ने स्वीकार किया कि जब शमशाल ने उससे पूछा कि क्या उसके पारिवारिक घर में एक मुकम्मल शौचालय है तो शुरू में वह भौंचक्का रह गया था। 10वीं तक पढ़े तौसीफ ने बताया कि शुरू में वह असामान्य शर्तों को सुनकर हैरान रह गया था मगर फिर सभी पर राजी हो गया। उसने शमशाल को बताया कि उनके घर में एक शौचालय है और वह उसे खुले में शौच करने के खिलाफ जागरूकता पैदा करने से नहीं रोकेंगे तथा शादी के कार्ड पर शौचालय का चित्र इस्तेमाल करेंगे। 

बर्वान के पाठनपारा में मोबाइल फोन्स की दुकान चलाने वाले तौसीफ ने बताया कि इस घटना ने उसे 2017 की ब्लाकबस्टर फिल्म ‘टायलैट-एक प्रेम कथा’ की याद दिला दी, जिसमें अक्षय कुमार तथा भूमि पेडनेकर थे। फिल्म में भूमि के किरदार ने अक्षय का घर छोड़ दिया और अपने माता-पिता के घर लौट आई क्योंकि उसके पति के घर में शौचालय नहीं था। अक्षय के किरदार ने तब उसका प्यार वापस पाने के लिए एक शौचालय बनाने के अभियान को शुरू किया और गांव में अन्य को भी ऐसा करने के लिए प्रोत्साहित किया। 

शमशाल की मां चर्नीहारा बीबी ने बताया कि  जब 30 वर्ष पूर्व उसकी शादी हुई थी तो घर में शौचालय जैसी कोई व्यवस्था नहीं थी। उसे शुरू में यह चिंता थी कि क्या दूल्हे का परिवार उसकी बेटी की शर्तों को स्वीकार करेगा। मगर उन्होंने न केवल उसकी शर्तों को स्वीकार किया बल्कि उसकी तारीफ भीकी। शमशाल को अधिकारियों से भी प्रशंसा मिली। संयुक्त ब्लाक विकास अधिकारी श्यामल कांति शिकारी ने बताया कि भविष्य में शमशाल उनके अभियान का चेहरा बन सकती है। यह विचार बिल्कुल अलग है और वे इसकी प्रशंसा करते हैं।-ए. चटर्जी

Pardeep

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