‘पी.एस.पी.सी.एल.’ के दो अहम अंग : एनर्जी ऑडिट तथा इन्फोर्समैंट विंग

punjabkesari.in Thursday, Jul 06, 2023 - 06:06 AM (IST)

सरकारें बिजली चोरी पर लगाम लगाने के लिए लगातार प्रयास कर रही हैं। इतना ही नहीं, सरकार ने कई सख्त कानून भी बना रखे हैं। इसके बावजूद बिजली की चोरी पर पूरी तरह से रोक नहीं लग पा रही है। बिजली चोरी करने वाले लोग तरह-तरह की तिकड़म लगाकर अभी भी धड़ल्ले से बिजली की चोरी कर हैं। शहरी इलाकों के साथ-साथ ग्रामीण इलाकों में रहने वाले लोग भी बिजली की चोरी में संलिप्त हैं। 

पंजाब स्टेट पावर कार्पोरेशन लि. (पी.एस.पी.सी.एल.) द्वारा बिजली उपभोक्ताओं को निॢवघ्न बिजली की आपूर्ति करना इसका मुख्य उद्देश्य है। पी.एस.पी.सी.एल. द्वारा एनर्जी ऑडिट तथा इन्फोर्समैंट विंग बनाया गया है जोकि बिजली उपभोक्ताओं की शिकायतों का निवारण और राज्य भर में बिजली चोरी को रोकता है। इसके अलावा अनधिकृत तरीके से हो रहे बिजली के इस्तेमाल को भी रोका जाता है। 

इन्फोर्समैंट विंग की ओर से पंजाब की सभी श्रेणियों के उपभोक्ताओं के बिजली कनैक्शनों की चैकिंग की जाती है। यह चैकिंग शिकायत के आधार पर होती है। 1980 के दशक में पी.एस.पी.सी.एल. जोकि पहले पंजाब स्टेट इलैक्ट्रिसिटी बोर्ड (पी.एस.ई.बी.) के नाम से जाना जाता था, के द्वारा बिजली की चोरी संबंधी सूचना देने वाले को 500 रुपए बतौर ईनाम दिया जाता है। इन्फोर्समैंट विंग के अंतर्गत पूरे पंजाब में चैकिंग के लिए 5 इन्फोर्समैंट सर्कल कार्यालय आते हैं। 

इन पांच सर्कलों के अधीन 36 सूकैड कार्यशील हैं तथा सीनियर कार्यकारी अभियंता स्तर का अधिकारी सूकैड का इंचार्ज होता है। वर्ष 2022-23 के दौरान इन्फोर्समैंट विंग की ओर से करीब 5.5 लाख कनैक्शन चैक किए गए जिनमें से करीब 60,000 कनैक्शनों में कमियां मिलने के कारण 11,000 लाख रुपए जुर्माने के तौर पर वसूले गए। पी.एस.पी.सी.एल. की ओर से पंजाब सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुसार बिजली चोरी को रोकने के लिए एक जोरदार मुहिम चलाई गई जिसके तहत बिजली उपभोक्ताओं तथा नागरिकों को बिजली चोरी संबंधी सूचना देने के लिए एक व्हाट्सएप नंबर 96461-75770 जारी किया गया। यदि कोई बिजली की चोरी से संबंधित सूचना देता है तो उसकी शिनाख्त भी गुप्त रखी जाती है। 

बिजली एक्ट 2003 के अधीन बिजली चोरी करने वाले उपभोक्ताओं/ नागरिकों के विरुद्ध एंटी पावर थैफ्ट स्टेशन में एफ.आई.आर. दर्ज कर अदालती कार्रवाई की गई। वर्ष 2022-23 के दौरान व्हाट्सएप नंबर पर इन्फोर्समैंट विंग को करीब 2065 शिकायतें प्राप्त हुईं। इस संबंधी बिजली चोरी के केसों के विरुद्ध 599 लाख रुपए जुर्माने के तौर पर वसूले गए। एनर्जी ऑडिट तथा इन्फोर्समैंट विंग के मुख्य अभियंता इंजीनियर एच.एल. गोयल की ओर से अपने संदेश में बिजली उपभोक्ताओं को बिजली चोरी न करने और धैर्य से बिजली के इस्तेमाल करने के लिए पी.एस.पी.सी.एल. के अधिकारियों और कर्मचारियों को बिजली उपभोक्ताओं को ठीक ढंग से सेवा प्रदान करने की अपील की गई।-मनमोहन सिंह (उपसचिव लोकसंपर्क, पी.एस.पी.सी.एल.)
    


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