संयुक्त राज्य अमरीका के भविष्य को आकार देगा यह चुनाव
punjabkesari.in Monday, Nov 04, 2024 - 04:54 AM (IST)
व्हाइट हाऊस के लिए आगामी चुनाव बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह उसके अगले किराएदार का निर्धारण करेगा और संयुक्त राज्य अमरीका के भविष्य को आकार देगा। अमरीका को अपनी पहली महिला राष्ट्रपति मिलेगी या डोनाल्ड ट्रम्प का दूसरा कार्यकाल, यह न केवल राजनेताओं, बल्कि आम जनता के बीच भी बहस का विषय है। 5 नवम्बर को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव से एक सप्ताह पहले, देश में चुनावी बुखार ने जोर पकड़ लिया। हालांकि, संभावना है कि अंतिम परिणाम जानने में कुछ और दिन लग सकते हैं।
पोल और भविष्यवाणी बाजार चुनाव में रिपब्लिकन की जीत का संकेत दे रहे हैं। रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रम्प और डैमोक्रेट उम्मीदवार उप-राष्ट्रपति कमला हैरिस के अपने अभियान समाप्त करने के साथ, संयुक्त राज्य अमरीका के भविष्य पर इस चुनाव के संभावित प्रभाव को कम करके नहीं आंका जा सकता। इसमें कोई आश्चर्य की बात नहीं कि अभियान न केवल अत्यधिक नकारात्मक रहा, बल्कि व्यक्तिगत भी रहा है, जिसमें ट्रम्प ने अपने प्रतिद्वंद्वी पर हमला किया, उसे नीचा दिखाया और उसे ‘मूर्ख’ कहा।
रिपोर्ट्स का दावा है कि मुकाबला बहुत कड़ा है, जिसमें ट्रम्प अभी आगे चल रहे हैं और कमला अपनी बढ़त को बना रही हैं, लेकिन चुनाव की तारीख के बाद भी कुछ और दिनों तक सस्पैंस जारी रहेगा। इलैक्टोरल कॉलेज वह प्रणाली है, जो राष्ट्रपति चुनाव तय करती है : व्हाइट हाऊस जीतने के लिए एक उम्मीदवार को कम से कम 270 वोट हासिल करने चाहिएं, जो राज्य द्वारा उनके संबंधित वोट के परिणाम के आधार पर आबंटित किए जाते हैं। काऊंटी चुनाव बोर्डों के पास आमतौर पर धोखाधड़ी या अनियमितताओं के किसी भी आरोप की जांच करने का कोई कानूनी अधिकार नहीं होता है।
2020 में महत्वपूर्ण युद्धक्षेत्र राज्यों में कड़ी प्रतिस्पर्धा और कोविड महामारी के बीच मेल-इन वोटिंग में वृद्धि के कारण वोटों की गिनती में देरी हुई। इसने ट्रम्प और उनके सहयोगियों द्वारा चुनावी गड़बड़ी के निराधार दावों को बढ़ावा दिया। राज्य चुनाव कानून अन्य जांच और सुरक्षा उपाय प्रदान करता है, जिसके माध्यम से संदिग्ध अनियमितताओं के संबंध में न्याय किया जा सकता है। ये तंत्र विवादों को हल करने के लिए डिजाइन किए गए हैं। काऊंटी-स्तरीय प्रमाणन में विस्तारित देरी राज्यव्यापी परिणामों को प्रमाणित करने की समय सीमा के विरुद्ध हो सकती है।
एसोसिएटेड प्रैस के अनुसार, विजेता का अनुमान कई दिनों तक नहीं लगाया जा सकेगा। हालांकि, राज्य और पूरे चुनाव के नतीजे आमतौर पर अंतिम वोटों की गिनती से बहुत पहले ही घोषित कर दिए जाते हैं। 2020 में, राष्ट्रपति जो बाइडेन ने जीत दर्ज की, परिणाम 3 नवंबर के बाद चार दिनों तक घोषित किए गए, जब पेंसिल्वेनिया के परिणाम की पुष्टि हुई। राज्य ने बाइडेन को 20 इलैक्टोरल कॉलेज वोट दिए, जो जीतने के लिए आवश्यक 270 से अधिक थे।
2016 में, हिलेरी कल्टिंन ने चुनाव के अगले दिन सुबह ट्रम्प को स्वीकार कर लिया था। राष्ट्रपति पद की दौड़ के अंतिम दौर में होने और हैरिस और ट्रम्प द्वारा प्रतिद्वंद्वी को बदनाम करने के साथ, उपराष्ट्रपति ने ट्रम्प को खतरनाक कहा है। हैरिस जोर देकर कहती हैं कि वह दोनों काम कर रही हैं- ट्रम्प के साथ एक अंतर स्थापित करना और अर्थव्यवस्था, आव्रजन और अन्य पर अपना एजैंडा रखना। वह कहती हैं, ‘‘या तो वहां डोनाल्ड ट्रम्प हैं, जो अपने दुश्मनों की सूची पर विचार कर रहे हैं, या मैं आपके लिए काम कर रही हूं, अपनी टू-डू सूची को पूरा कर रही हूं।’’ ट्रम्प हैरिस पर लगातार हमला कर रहे हैं, कभी-कभी अभद्र शब्दों में। उनकी मुख्य रणनीति हैरिस को बाइडेन प्रशासन के साथ मतदाताओं की निराशा से जोडऩा है।
नवीनतम रिपोर्टों के अनुसार, रविवार को जारी संभावित मतदाताओं के ए.बी.सी./इप्सोस के सर्वेक्षण में हैरिस ट्रम्प से 4 अंक, 51 प्रतिशत-47 प्रतिशत आगे हैं, जो अक्तूबर की शुरुआत में उनके 50 प्रतिशत-48 प्रतिशत बढ़त से थोड़ा ऊपर है, जबकि रविवार को जारी सी.बी.एस./ यू गवर्नमैंट के सर्वेक्षण में हैरिस 50 प्रतिशत-49 प्रतिशत आगे हैं, जो उपराष्ट्रपति की अक्तूबर की 51 प्रतिशत-48 प्रतिशत बढ़त से एक बदलाव है।
फाइवथर्टीएट के चुनाव पूर्वानुमान के अनुसार, ट्रम्प के 100 में से 54 बार जीतने की संभावना है, जबकि हैरिस के लिए 46 बार। अभियान खर्च के लिए, हैरिस ने सितम्बर में अपने आधिकारिक अभियानों के लिए धन उगाहने के मामले में ट्रम्प को पीछे छोड़ दिया और रिपब्लिकन के 63 मिलियन डॉलर की तुलना में 222 मिलियन डॉलर जुटाए। ये संख्याएं 2020 की इसी अवधि से कम हैं, जब बाइडेन ने 281 मिलियन डॉलर और ट्रम्प ने 81 मिलियन डॉलर जुटाए थे।
हैरिस टी.वी. विज्ञापनों पर बहुत अधिक खर्च करने में सक्षम रहीं। वेस्लेयन मीडिया प्रोजैक्ट, जो अभियान विज्ञापन खर्च को ट्रैक करता है, के अनुसार, हैरिस अभियान ने डिजिटल विज्ञापन में भी ट्रम्प से नाटकीय रूप से अधिक खर्च किया है और केबल और रेडियो विज्ञापन पर हावी रहा है। अर्थव्यवस्था और मुद्रास्फीति प्रमुख ङ्क्षचताएं हैं, 90 प्रतिशत और 85 प्रतिशत के साथ पंजीकृत वोटर्स ने अपने वोट में इन्हें अत्यधिक महत्वपूर्ण बताया है। कमला हैरिस के लिए समस्या यह है कि वह एशियाई मूल की महिला हैं। अत्यधिक विकसित देश होने के बावजूद, लोग एक महिला को चुनने से कतराते हैं। हिलेरी किं्लटन ने बहुत कोशिश की, लेकिन वह राष्ट्रपति पद नहीं जीत पाईं। देखते हैं कमला सफल होती हैं या नहीं। -कल्याणी शंकर