एयर चाइना के खाने की अंग्रेजी सूची में ‘कुत्ते का खाना’ मुद्दे पर हुआ बवाल

punjabkesari.in Wednesday, Nov 29, 2023 - 05:11 AM (IST)

चीन में हाल ही में एक खबर ने लोगों के होश उड़ा दिए, चीन की सबसे बड़ी अंतर्राष्ट्रीय एयरलाइंस एयर चाइना के बिजनैस क्लास में लोगों को स्टार्टर परोसे जाने से पहले उन्हें अंग्रेजी भाषा में लिखी खाने की सूची दी गई जिसमें लिखा था इंपोर्टेड डॉग फूड यानी आयातित कुत्ते का खाना। इस खबर ने लोगों के बीच में व्यापक तौर पर एयर लाइंस के खाने को लेकर अविश्वास की भावना को जगा दिया है। कुछ समय पहले ऐसी ही घटना चाइना ईस्टर्न एयर लाइंस में भी घटी थी जहां पर कुत्ते के खाने वाली बात को लोग खाने की सूची का एक बहुत बुरा अनुवाद मान रहे थे। 

आमतौर पर चीन में अंग्रेजी भाषा न के बराबर बोली जाती है कुछ लोग जो थोड़ी-बहुत अंग्रेजी जानते हैं वो स्थानीय चीनी भाषा से उसका बहुत बुरा अनुवाद करते हैं। कई बार ये अनुवाद ऐसा होता है जो बखेड़ा खड़ा कर देता है। इस बात को लेकर इसलिए भी बवाल होने लगा है क्योंकि हाल ही में चीन की कम्युनिस्ट पार्टी ने स्कूलों में अंग्रेजी भाषा पर लगाम कसी है और कई स्कूलों ने अंग्रेजी भाषा में शिक्षा देना खत्म कर दिया है वहीं कई स्कूलों ने कम्युनिस्ट पार्टी के निर्देशों के आधार पर अंग्रेजी विषय को पढ़ाना बंद कर दिया है। 

ऐसे में अंग्रेजी भाषा के अनुवाद को लेकर बवाल होना लाजिमी-सी बात है। एयर चाइना एयरलाइंस के अंग्रेजी में छपे मैन्यू की तस्वीर वायरल हो रही है और लोग इस पर अपनी अलग-अलग प्रतिक्रिया दे रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ चीन में खाने के सामान में मिलावट होना भी एक आम बात है, यहां पर कई ऐसे रेस्तरां हैं जो गटर से तेल निकालकर उसका थोड़ा-सा परिष्कार कर उसी तेल में फिर से खाना पकाते हैं, यह वह तेल होता है जो आमतौर पर रेस्तरां खाना पकाने के बाद बचे हुए तेल को नाली के रास्ते गटर में बहा देते हैं। ऐसी घिनौनी हरकत के बाद वहां के लोगों ने सोशल मीडिया जाय होंग शू पर अपनी तीखी प्रतिक्रिया दी थी। इसके अलावा वहां पर बाजार में मिलने वाले मीट सॉसेज को तैयार करने के लिए सड़े-गले मीट में कुछ रसायनों को मिला दिया जाता है जिससे वो ताजा दिखने लगता है और उसी बासी और गले हुए मांस का सॉसेज बनाकर लोगों को बेचा जाता है। 

चीन में खाने का बहुत सारा सामान मिलावटी होता है और उसमें रसायन मिलाया जाता है जिससे दुकानदार अपना सामान आसानी से बेच सकते हैं। इसके अलावा छोटी खाद्य प्रसंस्करण कंपनियां भी खराब कच्चे माल को लेकर उसमें कुछ रसायनों को मिलाकर अपनी खाद्य सामग्री बेचती हैं। इस खबर को लेकर लोग सोशल मीडिया पर अपना भारी गुस्सा निकाल रहे हैं, इनमें से कुछ का कहना है कि चीन सरकार ने स्कूलों में अंग्रेजी भाषा की शिक्षा में हाल ही में कुछ ज्यादा ही कटौती कर दी है जिससे ऐसी स्थिति पैदा हो गई है, वहीं चीन की सरकार इस मामले में बचाव की मुद्रा में उतर आई है और वह लोगों से यही तस्वीर दिखाकर बोल रही है कि ये असल में कुत्ते का खाना नहीं था बल्कि ये एक अनुवाद में होने वाली आम सी गड़बड़ी है। 

चाइना ईस्टर्न एयरलाइंस वाली खबर में एयरलाइंस ने इसके अंग्रेजी मैन्यू के साथ सुअर के मांस से बनी तीन बड़ी टिक्कियों की तस्वीर भी मीडिया में सांझा की है लेकिन अंग्रेजी मैन्यू के साथ चीनी में लिखा हुआ मैन्यू नहीं डाला और ये नेटिजनों के विवेक पर छोड़ दिया कि वो खुद तय करें कि एयरलाइंस ने क्या लिखा और क्या परोसा। दरअसल चाइना ईस्टर्न एयरलाइंस अपने बिजनैस क्लास मैन्यू को मीडिया में तस्वीरों के साथ सांझा इसलिए कर रही है जिससे कि लोगों को यह मात्र एक आनुवादिक गलती लगे और कुछ भी नहीं। इस खबर को लेकर कुछ नेटिजनों ने कटाक्ष कर कहा कि जहां बिजनैस क्लास के यात्रियों को आयातित कुत्ते का खाना खिलाया जा रहा है तो क्या इकोनॉमी क्लास के लोगों को देसी कुत्ते का खाना खिलाया जाएगा। कुछ अन्य नेटिजनों ने लिखा कि चाइना ईस्टर्न एयरलाइंस ने ईमानदारी से जो परोसा वही अपने मैन्यू में लिख भी दिया। 

कुछ जानकारों का कहना है कि आज इंटरनैट के कारण दुनिया भर में होने वाले परिवर्तनों से लोग अंजान नहीं हैं इसलिए चीन सरकार अब अंग्रेजी भाषा पर प्रतिबंध लगा रही है क्योंकि भाषा नहीं जानने के कारण दुनिया में मानवाधिकारों और दूसरे मुद्दों को लेकर दूसरे देशों की सरकारें अपनी जनता को कितनी सुविधाएं और कानून में सुधार कर रही हैं इसकी जानकारी से चीनी लोग अंजान रहेंगे और वो सारी मांग अपनी सरकार से नहीं करेंगे। 


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