देश में बढ़ रहा है ‘वन नाइट स्टैंड’ का चलन
punjabkesari.in Friday, Aug 02, 2024 - 04:54 AM (IST)
इस समय विदेशों की तरह भारत के अनेक लोगों में कैजुअल सैक्स यानी कि वन-नाइट स्टैंड का चलन तेजी से बढ़ा है। आज की इस मॉडर्न दुनिया में कुछ लोग शारीरिक सुख के लिए अपने पार्टनर को धोखा दे देते है। इसे मॉडर्न लाइफ में ‘वन नाइट स्टैंड’ कहा जाता है। यह आज की मॉडर्न और ओपन माइंड दुनिया का एक काला सच है। 7 अक्तूबर 2023 को सामने आई एक रिसर्च रिपोर्ट में पता चला कि अमरीका में सबसे ज्यादा वन नाइट स्टैंड होते हैं। वन नाइट स्टैंड को ही कैजुअल सैक्स की तरह ही देखा जाता है। 66 प्रतिशत अमरीकियों ने माना कि वह ऐसा कर चुके हैं। अमरीका में 48 प्रतिशत मर्दों ने माना कि वह कैजुअल सैक्स में पड़ चुके हैं जबकि 36 प्रतिशत महिलाओं ने स्वीकार किया कि वह वन नाइट स्टैंड का हिस्सा रही हैं।
मनोविज्ञान के विशेषज्ञ बताते हैं कि कैजुअल सैक्स या वन-नाइट स्टैंड अविश्वसनीय रूप से हॉट और बर्डेन-फ्री होते हैं। वन-नाइट स्टैंड कैजुअल सैक्स है जिसमें भावनाओं और एहसास की कोई जगह नहीं। लेकिन कुछ लोग वन नाइट स्टैंड को मोहब्बत समझ बैठते हैं तो कुछ इसे एक्सपैरीमैंट मानते हैं। पिछले कुछ सालों से देश में चोरी छुपे होने वाले वन-नाइट स्टैंड के एपिसोड बहुत बढ़ गए हैं, आज अनेक लोग भावनात्मक रूप से रहित रिश्ते का चयन कर रहे हैं, जहां सैक्स हमेशा पहली प्राथमिकता लेता है।
मनोवैज्ञानिक कहते हैं कि जहां पुरुष वन नाइट स्टैंड को अपनी सफलता की बोनस की तरह देखते हैं वहीं मिडल एज महिलाएं अपने आकर्षण को बने रहने की गारंटी मानती हैं। मगर सबने यह भी स्वीकारा कि उन्हें बाद में इसका अफसोस होता है, जो उन्हें ग्लानि से भरती है। नॉर्वे की नॉर्वेजिअन यूनिवर्सिटी ऑफ साइंस एंड टैक्नॉलोजी में छपी एक स्टडी में सामने आया कि वन-नाइट करने वालीं महिलाओं में से 35 प्रतिशत को ऐसा करने के बाद पछतावा हुआ।
इस बिन्दू पर मनोविज्ञान से जुड़े एक्सपर्ट कहते हैं कि वन-नाइट स्टैंड की तलाश में कुछ महिलाएं हॉट पार्टनर को सर्च करती रहती हैं। अगर कुछ महिलाएं मस्ती करने और किंकी सैक्स करने के लिए सोच चुकी हैं, तो वे किसी भी ऐसे वैसे पार्टनर की तलाश करने से बचेंगी क्योंकि उनकी तलाश एक स्मार्ट, आकर्षक और सैक्सी दिखने वाले पुरुष पर जाकर खत्म होती है। दूसरी ओर, मनोविज्ञानी कहते हैं कि पुरुष सिर्फ सैक्स करने के लिए इच्छुक होते हैं, भले ही उनका पार्टनर कैसा भी दिखे; चाहे वे आकर्षक हों या उनकी पसंद के अनुसार हो या नहीं, कोई फर्क नहीं पड़ता। बॉलीवुड हो या हॉलीवुड फिल्मों और वैबसीरीज में अब यह बहुत सामान्य बात हो गई है। यह विषय तो अब एक पापुलर कथावस्तु बन चुका है।
पर्दे के पीछे का सच तो यह है कि कुछ लोग वन नाइट स्टैंड इतना पसंद करते हैं कि वह कपड़ों की तरह रोज नए लोगों से हुक-अप करते हैं। इसका एक कारण यह भी है जब से सोशल मीडिया का कल्चर बढ़ा है, तब से लोग रिश्तों को समय नहीं देना चाहते। पहले लोग कई साल रिलेशनशिप में रहते थे और एक-दूसरे से कमिटैंड होते थे। रिश्तों को लेकर उनका समर्पण लैला-मजनूं की तरह था लेकिन अब लोग वन नाइट स्टैंड को पसंद करते हैं क्योंकि इसमें किसी तरह का जिंदगी भर साथ चलने का वादा नहीं है। आज के युवा खुलकर अपने लिए विकल्प चुनते हैं। अगर उन्हें एक इंसान पसंद नहीं आता तो वह तुरंत दूसरे के साथ संभावनाएं तलाशने लगते हैं।
वन नाइट स्टैंड की पूॢत के लिए ऑन लाइन डेटिंग ऐप सबसे आसान प्लेटफॉर्म है क्योंकि इस पर अधिकतर यूजर नॉन-सीरियस रिलेशनशिप के लिए अकाऊंट बनाते हैं। यहां लोगों का फंडा क्लियर है कि उन्हें बिना किसी वायदे के संबंध बनाना है। वह रिलेशनशिप की सिरदर्दी नहीं चाहते। ऐसे एक रात के रिश्ते में न रोना-धोना है और न किसी से जिंदगी भर जीने-मरने का वायदा। कई अनेक युवा कमिटमैंट और ब्रेकअप से बचने के लिए वन नाइट स्टैंड करते हैं। जो लोग अपनी जिंदगी से निराश होते हैं या उनका ब्रेकअप हुआ होता है, वह वन नाइट स्टैंड को ज्यादा पसंद करते हैं।
ऐसे लोग दूसरे लोगों से हुक-अप कर अपनी तारीफ सुनना चाहते हैं। अगर ऐसा नहीं होता तो वह चिड़चिड़े हो जाते हैं। ऐसे लोग डिप्रैशन और एंग्जाइटी के भी शिकार होते हैं। कैजुअल सैक्स या वन-नाइट स्टैंड एक ऐसा सामाजिक मुद्दा है जिस पर बात करना, लिखना या विचार व्यक्त करना क्लासिकल सोच वाले कुछ लोगों को ठीक नहीं लगेगा लेकिन यह इस समय पाश्चात्य संस्कृति से पैदा हुई, देसी समाज को विकृत करने वाली और भारतीय संस्कृति को दूषित करने वाली एक कटु सच्चाई है, क्या हमारे लिए इस प्रवृति को नियंत्रित करना संभव होगा? -डा. वरिन्द्र भाटिया