भारत के उच्च शिक्षण संस्थानों में बढ़ा दाखिलों का ग्राफ
punjabkesari.in Saturday, Dec 21, 2024 - 05:35 AM (IST)
उच्च शिक्षण संस्थानों में दाखिलों का ग्राफ इस अकादमिक सत्र 2024 - 25 में चढ़ा है! खासकर उत्तर भारत में हरियाणा, दिल्ली और पंजाब के उच्च शिक्षण संस्थानों में एक दशक के बाद रौनक लौटी है! तकनीकी शिक्षण संस्थानों में दाखिला वर्ष 2024-25 में औसतन 15 फीसदी दाखिले अधिक हुए हैं। उच्च शिक्षण संस्थानों से जुड़े विभिन्न ‘एडेड एवं अन-एडेड संगठन’ इस बढ़त को राहत बताते हैं! इस औसतन दाखिला वृद्धि में यूनिवर्सिटी ग्रांट्स कमिशन (यू.जी.सी) सहित विभिन्न अकादमिक रैगुलैरिटी बॉडीज की पहलकदमियां भी शामिल हैं। पंजाब के तकनीकी शिक्षण संस्थानों में दाखिले बढऩे से विभिन्न वर्ग में सकारात्मकता नजर आई है।
उच्च शिक्षण संस्थानों में दाखिले बढऩे का कारण कनाडा, ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में उच्च शिक्षा में दाखिले मुश्किल होना भी है। पंजाब सहित विभिन्न प्रदेशों से अधिकतर विद्यार्थी ओवरसीज एजुकेशन में रुचि रखने लगे हैं। यह एक वजह सही है, मगर बड़े स्तर पर भारतीय उच्च शिक्षण संस्थानों की रैगुलैरिटी बॉडीज द्वारा लिए गए अहम फैसले भी इस बार दाखिलों के बढऩे में कारगर साबित हुए हैं। यूनिवर्सिटी ग्रांट्स कमिशन (यू.जी.सी.) की तरफ से वर्तमान अकादमिक सत्र 2024-25 के दाखिले आरंभ होने से पहले लिए गए साल में दो बार दाखिलों की अनुमति देना, नैशनल एजुकेशन पॉलिसी के तहत मल्टी एंट्री मल्टी एग्जिट सिस्टम लागू करना, बी.वाक कोर्सेस में विश्वास बढऩा, प्राइवेट सैक्टर सहभागिता होना, फैकल्टी एवं इंस्टीच्यूशन रैंकिंग होना, नैतिक शिक्षा का प्रसार होना, अंडर ग्रैजुएट कोर्सेस में सीट बढ़ौतरी करना, यू.जी.सी. डायरैक्ट मॉनिटरिंग होना भी दाखिला बढ़ौतरी के लिए सहायक सिद्ध हुआ है। यू.जी.सी. की इन पहलकदमियों ने विद्यार्थियों एवं अभिभावकों में भारतीय शिक्षा के प्रति विश्वास बढ़ाया है।
पंजाब की 4 तकनीकी यूनिवॢसटीज आई.के. गुजराल पंजाब टैक्नीकल यूनिवॢसटी जालंधर-कपूरथला, महाराजा रणजीत सिंह पंजाब टैक्नीकल यूनिवॢसटी बठिंडा, सरदार बेअंत सिंह स्टेट टैक्नीकल यूनिवॢसटी गुरदासपुर, शहीद भगत सिंह स्टेट टैक्नीकल यूनिवॢसटी फिरोजपुर में इस बार औसतन 15 फीसदी दाखिलों में बढ़त दर्ज की गई है। इन यूनिवर्सिटीज के पास करीब 1 लाख 5 हजार सीट्स विभिन्न कोर्सेस में हैं, इनमें ए.आई.सी.टी.ई, यू.जी.सी, काऊंसिल फॉर आर्किटैक्ट फार्मेसी काऊंसिल इत्यादि से जुड़े कोर्सेस शामिल हैं। वर्तमान आंकड़ों के मुताबिक 60 हजार से अधिक सीटें भरी हैं, जो कि बीते वर्ष के मुकाबले लगभग 10 से 15 प्रतिशत अधिक हैं। प्रदेश की पहली तकनीकी यूनिवर्सिटी आई.के.जी.पी.टी.यू. दाखिला सत्र 2024 - 25 में 46,150 सीट्स सभी संबंधित कालेजों एवं यूनिवॢसटी कैम्पस में भरी गई हैं। बीते साल से यह आंकड़ा 10 फीसदी बढ़ा है। बीते वर्ष के मुकाबले इस वर्ष लगभग 5000 से अधिक सीटें एफिलिएटेड कालेजों में अधिक भरी हैं।
उधर प्रदेश की अन्य स्टेट यूनिवर्सिटीज गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी श्री अमृतसर साहब, पंजाबी यूनिवर्सिटी पटियाला कैम्पस एवं संबंधित कालेजों के आंकड़ों में भी 12 प्रतिशत का ओवरऑल एवं कुछ कोर्सेस में 25 प्रतिशत का उछाल दर्ज किया गया है। इनमें कॉमर्स एवं बिजनैस एडमिनिस्ट्रेशन से जुड़े कोर्सेस भी शामिल हैं।
देश में भी अब सिर्फ बड़े शिक्षण संस्थानों को ही नहीं बल्कि हर शिक्षण संस्थान को आगे आना होगा! जिम्मेदारी से हर विद्यार्थी की जरूरत को समझना होगा। विद्यार्थी एवं शिक्षण संस्थान के संबंध ही मुकाम हासिल करने में मदद करेंगे! तभी विश्वास बढ़ेगा और देश भर में दाखिलों में बढ़ौतरी का क्रम चलता रहेगा। इस बार के प्रयास एवं सफलता पंजाब में युवाओं के अध्ययन के बाद बसने का एक स्वस्थ वातावरण बनाने वाली है। सरकार ने विभिन्न पहल एवं संवैधानिक प्रावधानों के माध्यम से शिक्षा तक पहुंच को बढ़ावा देने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। सरकारी योजनाएं, पहलकदमियां सभी के लिए एक समावेशी और समान शैक्षिक प्रणाली बनाने के लिए भारत की प्रतिबद्धता को दर्शाती हैं। यह बीते कई साल से दाखिलों में कमी से मंदी से जूझ रहे कालेजों की यह उम्मीद, हिम्मत और जज्बे की जीत है। अब इसे बरकरार रखने के लिए कालेजों, यूनिवर्सिटीज एवं सरकारी तंत्र को मिलकर काम करना होगा। (लेखक रजिस्ट्रार, आई.के. गुजराल पंजाब टैक्नीकल यूनिवर्सिटी जालंधर-कपूरथला हैं।)-डा. एस.के. मिश्रा