दवाओं के सेवन से सबसे अधिक जोखिम वाले समूहों में से एक हैं बुजुर्ग
punjabkesari.in Sunday, Sep 17, 2023 - 05:40 AM (IST)

स्वास्थ्य की रक्षा के लिए औषधियां शक्तिशाली उपकरण हैं। लेकिन डब्ल्यू.एच.ओ. महानिदेशक के अनुसार जो दवाएं गलत तरीके से लिखी जाती हैं, गलत तरीके से ली जाती हैं या खराब गुणवत्ता की होती हैं, वे गंभीर नुक्सान पहुंचा सकती हैं। विश्व रोगी सुरक्षा दिवस 2023 ‘रोगी सुरक्षा के लिए रोगियों को शामिल करना’ थीम को समर्पित है।
संगठनों को स्वास्थ्य देखभाल नीतियों और सुरक्षा हस्तक्षेपों को सह-डिजाइन करने की दिशा में सहयोगात्मक रूप से काम करना चाहिए जो वास्तव में रोगियों की जरूरतों और प्राथमिकताओं को प्रतिबिंबित करते हैं, अंतत: विश्व स्तर पर स्वास्थ्य देखभाल सुरक्षा को बढ़ाते हैं। बुजुर्ग आबादी दवा के नुक्सान के सबसे अधिक जोखिम वाले समूहों में से एक है, विशेष रूप से वे जो कई दवाएं ले रहे हैं। शल्य चिकित्सा देखभाल, गहन देखभाल और आपातकालीन चिकित्सा में भी दवा-संबंधी नुक्सान की उच्च दर देखी जाती है।
विश्व रोगी सुरक्षा दिवस का उद्देश्य जनता के बीच समझ और जुड़ाव बढ़ाना और देशों को स्वास्थ्य देखभाल में सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए प्रोत्साहित करना है। इस वर्ष ‘बिना नुक्सान के दवा’ के नारे के साथ दवा सुरक्षा पर विशेष ध्यान दिया गया है। असुरक्षित दवा पद्धतियां और दवा संबंधी त्रुटियां दुनिया भर में स्वास्थ्य देखभाल प्रणालियों में चोट और टाले जा सकने वाले नुक्सान के मुख्य कारणों में से एक हैं। दवा संबंधी त्रुटियों से जुड़ी वैश्विक लागत सालाना 42 अरब अमरीकी डॉलर आंकी गई है। दवा संबंधी त्रुटियां प्रणालीगत मुद्दों या मानवीय कारकों जैसे थकान, खराब पर्यावरणीय परिस्थितियों या कर्मचारियों की कमी के कारण होती हैं जो प्रिस्क्राइबिंग, ट्रांसक्रिप्टिंग, डिस्पैंसिंग, प्रशासन और निगरानी प्रथाओं को प्रभावित करती हैं। इन त्रुटियों के परिणामस्वरूप गंभीर क्षति, विकलांगता और यहां तक कि मृत्यु भी हो सकती है।
सुरक्षित स्वास्थ्य देखभाल हर जगह, हर समय, सभी रोगियों का मौलिक अधिकार है और फिर भी, असुरक्षित देखभाल के कारण रोगी को होने वाली क्षति दुनिया भर में मृत्यु और विकलांगता के प्रमुख कारणों में से एक है, हर साल लाखों रोगियों को नुक्सान होता है। रोगी सुरक्षा स्वास्थ्य देखभाल का एक मूलभूत तत्व है और इसे स्वास्थ्य देखभाल के प्रावधान से जुड़े अनावश्यक नुक्सान या संभावित नुक्सान से रोगी की स्वतंत्रता के रूप में परिभाषित किया गया है। रोगी सुरक्षा पहुंच, स्वीकार्यता, प्रभावशीलता, दक्षता और जनकेंद्रिता के साथ-साथ देखभाल की गुणवत्ता के आयामों में से एक का प्रतिनिधित्व करती है। इसमें विभिन्न पहलुओं को शामिल किया गया है जो गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए महत्वपूर्ण हैं।
विश्व की बहुसंख्यक आबादी को स्वास्थ्य प्रणालियों के भीतर सुरक्षित और उचित चिकित्सा उपकरणों तक पर्याप्त पहुंच से वंचित कर दिया गया है। आधे से अधिक निम्न और निम्न मध्यम आय वाले देशों के पास राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्रौद्योगिकी नीति नहीं है जो चिकित्सा उपकरणों की उचित योजना, मूल्यांकन, अधिग्रहण और प्रबंधन के माध्यम से संसाधनों का प्रभावी उपयोग सुनिश्चित कर सके। उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम चिकित्सा लापरवाही और सेवाओं की कमी से संबंधित है लेकिन रोगियों के अधिकारों को परिभाषित करने में विफल रहा है। मरीजों के कानूनी अधिकार क्लिनिकल एस्टैब्लिशमैंट एक्ट (सी.ई.ए.) में निर्धारित हैं, लेकिन सी.ई.ए. को पूरे भारत में लागू नहीं किया जा रहा है।-एस.सी.ढल