चूहों ने कमजोर कर दी नींव, ढह गई इमारत

Friday, Apr 20, 2018 - 03:35 AM (IST)

सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में आगरा की एक इमारत अचानक भरभराकर धराशायी होते दिख रही है। पहली बार में यह समझना मुश्किल है कि ऐसा क्यों हुआ लेकिन जब वजह सामने आई तो लोगों के होश उड़ गए। दरअसल, कई साल से इमारत के नीचे बिल बनाते-बनाते चूहों ने इसकी नींव को इतना कमजोर कर दिया था कि तीन मंजिला यह इमारत गत रविवार को जमींदोज हो गई। इस घटना में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। 

घटना आगरा के भीड़-भाड़ वाले इलाके में महाकामेश्वर मंदिर के पास की है, यहां ऐसी इमारतों की संख्या काफी अधिक है, जहां लोग चूहों के कारण परेशान हैं। इस इलाके में व्यापारी वर्ग की बेहद पुरानी इमारतें हैं। यहां चूहों की आबादी हमेशा से ही काफी अधिक रही है, जो पिछले कुछ सालों में और भी अधिक बढ़ गई है। यहां तक कि ये चूहे घरों के नीचे बिल बनाते हैं, सीवरेज लाइन, पाइपलाइंस और अन्य चीजों को नुक्सान पहुंचाते हैं। इस कारण इलाके की कई इमारतों की नींवें कमजोर हो चुकी हैं। 

यहां रह रहे लोगों ने चूहों के आतंक की शिकायत स्थानीय प्रशासन से भी की। लोगों का कहना है कि प्रशासन नेे कोई कार्रवाई नहीं की है। चूहों ने यहां उनका जीना मुहाल कर दिया है। लोगों ने बताया कि वे घरों में कोई नया सामान खरीद कर नहीं लाते हैं क्योंकि कुछ ही दिनों में चूहे उसे अपना शिकार बना लेते हैं। चूहों के आतंक के चलते कई लोग यहां से अपना घर छोड़ कर कहीं और रहने के लिए चले गए हैं। 

घर के मालिक को पहले से ही था डर: आगरा में शनिवार को काफी जोरदार बारिश हुई। बारिश का पानी घर के नीचे बने इन बिलों में पहुंच गया। घर के मालिक सुधीर कुमार वर्मा को पहले से ही अंदेशा था कि खोखली हो चुकी नींव में पानी जाने से खतरा हो सकता है। उन्होंने परिवार सहित घर खाली कर दिया। कुछ ही घंटों बाद इमारत ढह गई। यह घटना कैमरे में कैद हो गई और सोशल मीडिया पर इसका वीडियो वायरल हो गया। वर्मा बताते हैं कि ‘‘हमने चूहों से निजात पाने और नींव को नुक्सान से बचाने की बहुत कोशिश की लेकिन कुछ काम नहीं आया। हाल ही में हुई बारिश और तेज हवाओं के बाद दीवारों में दरारें पड़ गईं। हमें पता था कि यह खतरनाक स्थिति है लेकिन यह नहीं पता था कि घर ऐसे ढह जाएगा।’’ 

वहीं आगरा के मेयर नवीन जैन ने बताया, ‘‘यह सही है कि पुराने शहर के कई इलाकों में चूहे एक बड़ी समस्या हैं और घरों की नींवें कमजोर हो चुकी हैं। विकास कार्यों के लिए करोड़ों रुपए पिछले कई साल में बर्बाद किए जा चुके हैं। मैं कौंसलरों और अधिकारियों से समाधान निकालने के लिए मिलूंगा।’’    

Pardeep

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