प्रधानमंत्री की पंजाब के लिए भारतीय जन औषधि परियोजना
punjabkesari.in Saturday, Dec 09, 2023 - 06:10 AM (IST)

प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि परियोजना के तहत पंजाब के सभी 23 जिलों में 335 जन औषधि केंद्र वर्तमान में लोगों को सस्ती कीमतों पर दवाएं उपलब्ध करवा कर एक बड़ी राहत प्रदान कर रहे हैं। वर्ष 2023-24 में नवंबर तक इन केंद्रों के माध्यम से एम.आर.पी. पर कुल 41.30 करोड़ रुपए की दवाएं बेची गईं और इससे समाज के विभिन्न वर्गों के लोगों को कुल 206 करोड़ 50 लाख रुपए की बड़ी बचत हुई है। इसी अवधि में प्रदेश में 21 नए जन औषधि केन्द्र भी खोले गए हैं।
इस समय सबसे अधिक 78 औषधि केंद्र लुधियाना जिले में चल रहे हैं जबकि बठिंडा और पटियाला में इन औषधि केंद्रों की संख्या 34 है जबकि जालंधर जिले में 32 जन औषधि केंद्र कार्यशील हैं। इन केंद्रों पर 1200 प्रकार की दवाएं और 147 प्रकार के सर्जिकल उपकरण उपलब्ध हैं।
अमृतसर जिले में 21 जन औषधि केंद्रों ने इस वित्तीय वर्ष के दौरान एक करोड़ 39 लाख रुपए की दवाओं की खरीद की है और जिले में एक महीने की दवा खरीदने की औसत करीब 19 लाख 86 हजार रुपए है। इसी तरह, जालंधर जिले में स्थित 32 केंद्रों ने 1 करोड़ 63 लाख रुपए की खरीद की और मासिक औसत 23 लाख 40 हजार रुपए रही जबकि लुधियाना जिले में 78 केंद्रों ने 3 करोड़ 31 लाख रुपए की खरीदारी की और महीने की औसत खरीद 47 लाख 32 हजार रुपए रही है।
वित्तीय वर्ष 2020 से अक्तूूबर 2023 तक सिविल अस्पताल अमृतसर में स्थित जन औषधि केंद्र में केवल 17 हजार 761 रुपए की दवाएं खरीदी गईं। यह खरीद भी अक्तूबर 2020 में की गई थी और उसके बाद से कोई दवा नहीं खरीदी गई है। इसी तरह, सिविल अस्पताल जालंधर में स्थित औषधि केंद्र के लिए 31 हजार 775 रुपए की दवा खरीदी गई और यह खरीद भी 2020 में ही की गई जबकि लुधियाना के सिविल अस्पताल में स्थित जन औषधि केंद्र के लिए इस पूरी अवधि के दौरान एक पैसे की भी दवा की खरीद नहीं की गई है।-प्रवीण निर्मोही