ऑनलाइन डेटिंग और रोमांस : बड़े धोखे हैं इस राह में

Sunday, Feb 04, 2024 - 02:48 AM (IST)

ऑनलाइन डेटिंग और रोमांस एप के जरिए दुनिया भर में धोखाधड़ी और ठगी के मामले बढ़े हैं। सोशल मीडिया और साइबर फ्रॉड को लेकर जागरूकता की कमी के चलते महिलाएं धोखाधड़ी और दुष्कर्म का शिकार हो रही हैं। साइबर एक्सपर्ट की मानें तो इस जाल में फंसकर शर्म और बदनामी के डर से कई युवक-युवतियां सुसाइड करने को मजबूर हो रहे हैं। 
दुनिया भर के लोग इंस्टा और फेसबुक जैसे प्लेटफार्म पर मिलते हैं, दोस्त बन जाते हैं। धीरे-धीरे दोस्ती प्यार में तबदील हो जाती है। देखा जाए तो नई तरह के सामाजिक रिश्तों का यह मायावी संसार बेहद लुभावना है। इसके माध्यम से अनजाने रिश्ते आपस में जुड़ जाते हैं। 

हाल के दिनों में ऑनलाइन प्यार की ऐसी कई कहानियां सामने आईं, जिनमें लोगों ने सरहद तक को पार कर दिया। लेकिन देखने में जो सोशल मीडिया रोमांचक है, उसके खतरे भी हजार हैं क्योंकि जब चैटिंग से शुरू हुई दोस्ती का सफर छेडख़ानी, दुष्कर्म, यौन शोषण, शादी के नाम पर झांसे और आॢथक शोषण से खत्म होता है, तब स्थिति बहुत दुखदायी हो जाती है। 

पुलिस आंकड़ों पर गौर करें तो सोशल मीडिया और डेटिंग साइट्स ने लड़कियों के अपहरण की घटनाओं का ग्राफ बढ़ा दिया है। पुलिस जांच मेें सामने आया है कि अपहरण के जो मुकद्दमे लिखे गए, उनमें बड़ी संख्या में आरोपित से पहचान सोशल मीडिया पर हुई थी। पुलिस अधिकारियों की मानें तो सोशल मीडिया पर पहले दोस्ती हुई उसके बाद प्यार। साथ में जीने-मरने की कसमें खाई गईं। लड़कियों ने घर छोड़ा। जब अहसास हुआ कि भूल हो गई तब तक देर हो चुकी थी। 

फेसबुक या अन्य सोशल मीडिया के जरिए दोस्ती करके शादी करने का झांसा देने और होटल में बुलाकर दुष्कर्म करने जैसे मामले भी लगातार बढ़ रहे हैं। दुष्कर्म के मामलों में 30 से 40 फीसदी मामले इसी तरह के होते हैं। वर्चुअल चैट्स और वीडियो कॉलिंग के जरिए मुलाकातों ने अपराधियों के लिए नए-नए रास्ते खोल दिए हैं। पिछले एक साल में डिजिटल रोमांस स्कैम की संख्या में भी 40 फीसदी की वृद्धि हुई है। एशिया के कई देशों में ये ऑनलाइन रोमांस स्कैम धड़ल्ले से चल रहा है। भारत ही नहीं विदेशों में भी बड़ी संख्या में लोग ऑनलाइन स्कैम के शिकार हो रहे हैं लेकिन सिर्फ 20 फीसदी लोग ही इसकी शिकायत पुलिस से करते हैं। 

न्यूयॉर्क में कराए गए ‘कॉम्बैटिंग ऑनलाइन वायलैंस अगेंस्ट वुमन एंड गल्र्स : ए वल्र्ड वाइड वैक-अप’ नाम के सर्वे में लगभग 86 देशों का अध्ययन किया गया। इससे सामने आया कि इंटरनैट का इस्तेमाल करने वाली लगभग 3 चौथाई महिलाएं किसी न किसी किस्म की साइबर हिंसा का शिकार होती हैं। सर्वे में यह बात भी सामने आई कि भारत में साइबर अपराध के मामलों में शिकायत करने में महिलाओं की संख्या काफी कम है। रिपोर्ट के अनुसार भारत में केवल 35 फीसदी महिलाओं ने साइबर अपराध की शिकायत की, जबकि 46.7 फीसदी पीड़ित महिलाओं ने शिकायत ही नहीं की। वहीं 18.3 फीसदी महिलाओं को इस बारे में कोई जानकारी ही नहीं थी। दिल्ली एन.सी.आर. में एक गैंग ने करीब 700 महिलाओं के साथ ठगी की और यह ठगी इंस्टाग्राम पर दोस्ती करके अंजाम दी गई। 

एफ.बी.आई. के अनुसार रोमांस घोटाला तब होता है, जब एक अपराधी फर्जी प्रोफाइल बनाता है। फेसबुक पर कम से कम 20 प्रतिशत ऐसे यूजर हैं, जो फर्जी नाम, पहचान और फोटो का इस्तेमाल करके चैटिंग करते हैं। बेहतरीन प्रोफाइल बनाकर पहले दोस्ती और फिर रात भर बातें। फिर यह कहना कि भारी मुसीबत में फंस गया हूं और फिर शुरू हो जाता है ठगी का धंधा। सामने वाला इतना भावुक हो जाता है कि तुरंत भुगतान कर देता है। जैसे ही पैसे का भुगतान होता है, फेक प्रोफाइल क्लोज हो जाती है। 

उसके बाद यह समझ में आता है बिना सोचे-समझे ऑनलाइन प्यार के चक्कर में पड़कर वह अपना पैसा गंवा चुके हैं। साइबर एक्सपर्ट बताते हैं कि पिछले कुछ वर्षों में सोशल मीडिया पर फोटो के साथ-साथ वीडियो अपलोड करने का शौक भी लोगों में तेजी से बढ़ा है। कोई रील्स बनाकर डालता है, कोई बच्चे का वीडियो डालता है, लेकिन अब यह भी बेहद खतरनाक बनता जा रहा है। क्योंकि आर्टिफिशियल इंटैलीजैंस के जरिए आवाज चुराई जा रही है। बाद में उसका इस्तेमाल आपको ठगने के लिए किया जा सकता है। आजकल हनी ट्रैप की घटनाएं भी चर्चा में हैं। आपके व्हाट्सएप या मैसेंजर पर किसी अज्ञात नंबर/प्रोफाइल से लड़की/लड़के द्वारा आपसे चैटिंग की जाती है। उसके बाद उसके द्वारा वीडियो कॉल की जाती है और जैसे ही आप वीडियो कॉल उठाते हैं तो स्क्रीन रिकॉॄडग के माध्यम से उसके द्वारा आपकी 10-15 सैकेंड की एक वीडियो क्लिप बना ली जाती है और उस क्लिप को एडिट कर आपको ब्लैकमेल किया जाता है और वीडियो डिलीट कराने के लिए पैसे की मांग की जाती है। 

इन दिनों इन ठगों के निशाने पर मैट्रिमोनियल साइट्स पर दूल्हे की तलाश कर रहे लोग भी हैं। यह सरहद पार का गिरोह है, जिसमें अधिकांश ठग नाइजीरियन हैं। ठग फेसबुक पर अपनी प्रोफाइल में आकर्षक युवक की फोटो लगाकर खुद को विदेश में डॉक्टर, बिजनैसमैन या उद्योगपति बताते हैं। इसके बाद महिलाओं को फ्रैंड रिक्वैस्ट भेजते हैं। वित्तीय अनुरोध करने वाले ऑनलाइन प्रेमी-प्रेमिकाओं से सावधान रहें। ऑनलाइन लिंक और इंटरनैट मीडिया पर किसी भी तरह के ऑफर और लालच में न आएं। कोई रुपयों की मांग करता है तो पहले जांच लें। जांच करने के बाद ही किसी भी बैंक खाते में राशि डालें। फिर भी अगर आप ठगी का शिकार हो जाते हैं तो तुरंत साइबर हैल्प लाइन नंबर और अपने नजदीकी साइबर थाने में लिखित शिकायत दें। 

इस तरह की सावधानियों को ध्यान में रखकर ही इस परेशानी से बचा जा सकता है। देखा जाए तो ऑनलाइन धोखाधड़ी आर्थिक घोटाला ही नहीं है इसमें पीड़ित को भावनात्मक क्षति भी होती है। उसके लिए भविष्य में किसी पर भी आसानी से भरोसा करना मुश्किल हो जाता है।-गीता यादव  

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