नहीं थम रहा - ‘रिश्वतखोरी का सिलसिला’ ‘मर्ज बढ़ता ही गया, ज्यों-ज्यों दवा की’
punjabkesari.in Tuesday, Feb 14, 2023 - 03:39 AM (IST)

सरकार के लाख प्रयासों के बावजूद देश में भ्रष्टाचार का महारोग लगातार बढ़ता ही जा रहा है जिसमें कई छोटे-बड़े कर्मचारियों और अधिकारियों को शामिल पाया जा रहा है। यह महारोग कितना गंभीर रूप धारण कर चुका है, यह इसी महीने के एक सप्ताह के निम्र उदाहरणों से स्पष्ट है :
* 2 फरवरी को हिमाचल प्रदेश भ्रष्टाचार निरोधक तथा सतर्कता ब्यूरो ने प्रदेश के पूर्व स्वास्थ्य सेवाएं निदेशक अजय कुमार गुप्ता को कोविड महामारी के दौरान चिकित्सा उपकरणों की खरीद में 4.25 लाख रुपए की कमीशन/रिश्वत लेने के मामले में गिरफ्तार किया।
* 6 फरवरी को सी.बी.आई. ने 2 करोड़ रुपए की रिश्वतखोरी के मामले में पूर्वोत्तर फ्रंटियर रेलवे जोन के 2 इंजीनियरों वरिष्ठ सैक्शन इंजीनियर संतोष कुमार तथा डिप्टी चीफ इंजीनियर रामपाल सहित 3 लोगों को पकड़ा।
* 6 फरवरी को ही सतर्कता विभाग की टीम ने करनाल मार्कीट कमेटी के आक्शन रिकार्डर रघुवीर को 10,000 रुपए रिश्वत लेते हुए काबू किया।
* 7 फरवरी को राजस्थान विद्युत प्रसारण निगम में पदोन्नत अधिकारियों को उनके मनचाहे स्थान पर पोस्टिंग दिलवाने के बदले में दलाल के जरिए रिश्वत लेने वाले एक्स.ई.एन. कुंज बिहारी गुप्ता को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने 1.25 लाख रुपए रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया।
* 7 फरवरी को ही सतर्कता विभाग की टीम ने पानीपत में डी.एस.पी. (ट्रैफिक) के रीडर ए.एस.आई. सुशील कुमार को कथित रूप से दहेज के एक केस में बलात्कार की धारा हटाने के बदले में 1.1 लाख रुपए रिश्वत लेते हुए पकड़ा जबकि उसकी साथी हैड कांस्टेबल प्रतिभा फरार है।
* 7 फरवरी को ही पंजाब सतर्कता ब्यूरो की टीम ने बिजली विभाग के गुरु हर सहाय सब-डिवीजन के जूनियर इंजीनियर बख्शीश सिंह को शिकायतकत्र्र्ता से 20,000 रुपए रिश्वत लेने के आरोप में काबू किया।
* 8 फरवरी को पंजाब सतर्कता ब्यूरो की टीम ने तरनतारन जिले के वल्टोहा ब्लाक में तैनात पंचायत सचिव हरदयाल सिंह को अपनी आय के ज्ञात स्रोतों से अधिक सम्पत्ति बनाने के आरोप में गिरफ्तार किया।
* 8 फरवरी को ही सी.बी.आई. ने मनीमाजरा थाने में तैनात सहायक सब इंस्पैक्टर बलकार सिंह को रिश्वत की पहली किस्त के रूप में लिए 25,000 रुपयों के साथ पकड़ा।
* 9 फरवरी को पंजाब सतर्कता ब्यूरो ने पी.एस.पी.सी.एल. जालंधर में तैनात एडीशनल सुपरिंटैंडैंट इंजीनियर सुखविंदर सिंह मुल्तानी को 15 लाख रुपए रिश्वत लेने व 20 लाख रुपए और मांगने के आरोप में काबू किया।
* 9 फरवरी को ही सी.बी.आई. ने 3.71 करोड़ रुपए की अवैध सम्पत्ति जमा करने के आरोपी सी.जी.एस.टी. के सहायक आयुक्त महेश चौधरी के परिसरों पर छापा मार कर 42 लाख रुपए नकद, महंगी घडिय़ों तथा आभूषणों के अलावा करोड़ों रुपयों की सम्पत्ति के दस्तावेज जब्त किए।
* 10 फरवरी को पंजाब सतर्कता ब्यूरो की टीम ने मालेरकोटला में तैनात फारैस्ट गार्ड मुनीष कुमार को 15000 रुपए रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा।
* 11 फरवरी को जम्मू-कश्मीर के सांबा जिले में सी.बी.आई. के अधिकारियों ने जिला उद्योग केंद्र (डी.आई.सी.) के जूनियर असिस्टैंट गोपाल दास शर्मा को 15000 रुपए रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया।
* 11 फरवरी को ही सतर्कता विभाग मोहाली की टीम ने एस.ए.एस. नगर स्थित वन एवं वन्यजीव सुरक्षा विभाग के सर्वेयर मनजिंदर सिंह को 2 लाख रुपए रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ काबू किया।
स्पष्ट है कि पद का दुरुपयोग कर सरकारी कर्मचारियों व अधिकारियों का एक वर्ग बड़े पैमाने पर रिश्वत एवं अन्य अनुचित तरीकों से अपनी आय से कहीं अधिक करोड़ों रुपयों की सम्पत्ति जुटा रहा है। लिहाजा इस बुराई पर रोक लगाने के लिए अधिक कठोरता बरतने और दोषी अधिकारियों को निलंबित करने की बजाय नौकरी से निकालने, उनकी सम्पत्तियों को जब्त करने तथा उनके परिजनों को सरकारी नौकरियों के अयोग्य ठहराने जैसे कठोर कदम उठाने की जरूरत है।—विजय कुमार