‘राम नवमी’ की बुकिंग से मुस्लिम बग्गी मालिकों के चेहरे खिले
punjabkesari.in Friday, Mar 23, 2018 - 04:15 AM (IST)
कोलकाता के विक्टोरिया मैमोरियल के पास खड़े होने वाली बग्गियों के मालिकों के चेहरे फिर से खिल उठे हैं। उनका धंधा लगातार मंदा पड़ता जा रहा था लेकिन 25 मार्च को मनाई जाने वाली राम नवमी के लिए 100 बग्गियों की बुकिंग होने से वे काफी प्रसन्न हैं। उल्लेखनीय है कि ये सभी बग्गी मालिक मुस्लिम समुदाय से संबंधित हैं।
एक बग्गी के मालिक नूर आलम ने बताया: ‘‘पहले यहां राम नवमी इतनी धूमधाम से नहीं मनाई जाती थी लेकिन भाजपा नेताओं के प्रयास से 2017 से इसे काफी गाजे-बाजे के साथ मनाया जाने लगा है। अबकी बार हमारे धंधे में मौसम के कारण असाधारण मंदी आ गई थी और शादी-ब्याह का सीजन भी खत्म हो चुका है लेकिन राम नवमी की बदौलत हम कुछ अतिरिक्त कमाई कर सकेंगे।’’ जवाहर लाल नेहरू रोड के समीप ‘मैदान’ के आसपास लगभग 50 घोड़े और कई बग्गियां खड़ी रहती हैं जो कि इनके मालिकों के साथ-साथ कई मजदूरों के लिए रोजगार का जरिया हैं। चार घंटे के लिए बग्गी की बुकिंग 3500 से 5000 रुपए के बीच हो सकती है। यह दर इस बात पर निर्भर करती है कि आप कितने घोड़ों वाली और किस प्रकार की बग्गी बुक करते हैं।
नूर आलम ने बताया : ‘‘राम नवमी के लिए हमने अपनी दरों में कोई बढ़ौतरी नहीं की है। हम काम पर निकलने से पूर्व घोड़ों को नहलाते हैं और बग्गियों की सफाई करके उन्हें पालिश करते हैं लेकिन इनकी सजावट के लिए फूलों और लाइटों इत्यादि का प्रबंध ग्राहक ने स्वयं करना होता है।’’ अबकी बार राम नवमी उत्सव के उपलक्ष्य में डांकूनी और बैरकपुर जैसे दूरदराज के स्थानों के लिए भी बग्गियों की बुकिंग हुई है। एक अन्य बग्गी मालिक एस.के. फिरोज ने बताया कि राम नवमी के दौरान कभी-कभी घोड़ागाडिय़ों की मांग इतनी बढ़ जाती है कि उन्हें डबल शिफ्ट में काम करना पड़ता है। 20 मार्च के बाद तो बुकिंग के लिए कोई बग्गी मिलनी ही मुश्किल हो गई है। फिरोज ने बताया कि कई भाग्यशाली लोग डबल शिफ्ट लगाकर एक बग्गी से एक ही दिन में 10 हजार रुपए के करीब कमाई कर सकते हैं।
पर्यटकों के लिए बग्गी हांकने वाले 14 वर्षीय अलाऊद्दीन का कहना है : ‘‘4-5 लोगों की टोली जब बग्गी किराए पर लेती है तो उन्हें 300 से लेकर 500 रुपए तक खर्च करना पड़ता है। आजकल विदेशी पर्यटकों को बग्गियों का कोई शौक नहीं रह गया। कोलकाता के लोगों को भी इन पर सवारी करने में कोई रुचि नहीं लेकिन राम नवमी उनके लिए काफी बढिय़ा रहती है।’’ बग्गियों के लिए घोड़े बिहार की सोनपुर मंडी से खरीदे जाते हैं और एक घोड़े की कीमत औसतन 40 हजार रुपए होती है जबकि बग्गियां यू.पी. के सहारनपुर शहर से खरीदी जाती हैं। कुछ बढिय़ा बग्गियां गुजरात से 3 लाख रुपए प्रति बग्गी की लागत से खरीदी जाती हैं।-अरशद अली