महाराष्ट्र कांग्रेस ने लोकसभा चुनावों के लिए कमर कसी

Wednesday, Feb 07, 2018 - 02:53 AM (IST)

महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष अशोक चव्हान ने लोकसभा चुनावों के लिए अभी से अपनी कमर कस ली है। उन्हें भी लगता है कि चुनाव जल्द ही होंगे और इसके लिए उन्होंने प्रदेश के प्रत्येक ब्लाक व तालुका में पार्टी कैडरों के साथ मिलकर बैठकें प्रारंभ कर दी हैं। एक साक्षात्कार में उनसे हुई वार्ता के कुछेक अंश प्रस्तुत किए जा रहे हैं। चव्हान ने बताया कि कांग्रेस राकांपा के साथ गठबंधन की ओर भी देख रही है। 

महाराष्ट्र कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष ने बताया कि वह जिला स्तर पर पार्टी वर्करों से बैठकें कर रहे हैं तथा गांव स्तर पर भी लोगों से फीडबैक प्राप्त कर रहे हैं। पार्टी हाईकमान का मानना है कि आगामी चुनावों के मद्देनजर पार्टी कैडरों का सक्रिय रहना अत्यंत महत्वपूर्ण है। चव्हान का मानना है कि चुनाव दिसम्बर या जनवरी माह में हो सकते हैं। कांग्रेस ने अपने जिला/बूथ स्तरीय कार्यालयों को भी चुनावों के लिए वर्तमान चुनावी परिदृश्य पर नजर रखने एवं हर दम तैयार रहने हेतु चुस्त-दुरुस्त कर लिया है। 

चुनाव जल्द होने की संभावना पर चव्हान का कहना है कि भाजपा का ग्राफ नीचे गिरता जा रहा है। केंद्र व राज्य सरकार की वित्तीय स्थिति कमजोर हो रही है जोकि दयनीय है। यह चिंताजनक है एवं सरकार अगले 6 माह तक चुनाव करवाने योग्य नहीं होगी। भाजपा अपने प्रावधान (जोकि उसने अपने बजट में पेश किए हैं) को भुनाने का प्रयास करेगी तथा दावा करेगी कि यह निर्धनों के लिए है एवं यह प्रचार पर आधारित है। भाजपा मतदाताओं से झूठे वायदे कर उन्हें लुभाने का प्रयास कर रही है। उनके पास कोई भी वित्तीय योजना नहीं है। हमने उनकी ‘‘तथाकथित’’ बीमा योजना देखी है। उनके पास केवल 2 हजार करोड़ रुपए हैं जिसका उन्होंने अप्रैल में प्रावधान किया है। चूंकि उनके पास अब पैसा नहीं है तो उनका कहना है कि वह इसे अक्तूबर से लागू करेंगे। भाजपा अब और कोई जोखिम उठाना नहीं चाहती है। यदि आप राजस्थान उपचुनाव की ओर देखेंगे तो कांग्रेस ने 17 विधानसभा सीटें जीती हैं। यह दर्शाता है कि रुझान किस ओर जा रहा है? 

केंद्र सरकार द्वारा किसानों के ऋण माफी के दावे पर चव्हान का कहना है कि बड़ी संख्या में किसानों द्वारा आत्महत्या करना एक चेतावनी है। ये आंकड़े बढऩे नहीं चाहिएं। ये अब तक 13 हजार की संख्या पार कर चुके हैं तथा सरकार को इसकी कोई चिंता नहीं है। सरकार ने किसानों की ऋण वापसी संबंधी घोषणा की थी परन्तु इसके लिए कोई वित्तीय प्रावधान नहीं किए हैं। यदि सरकार ऐसी घोषणा करती है तो उसे इसका क्रियान्वयन भी करना चाहिए। भाजपा के किसानों को डेढ़ गुना अधिक समर्थन मूल्य देने के वायदे पर महाराष्ट्र कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष का कहना है कि भाजपा ने वायदा किया है कि न्यूनतम समर्थन मूल्य लागू करेंगे। इस बात की चर्चा गत तीन वर्षों से हो रही है। इस बजट में भी इसकी पुन: घोषणा की गई है। यू.पी.ए. की सरकार के दौरान समर्थन मूल्य में 15 प्रतिशत वृद्धि की गई थी तथा राजग सरकार ने गत 3 वर्षों में समर्थन मूल्य में मात्र 1.5-2 प्रतिशत की वृद्धि ही की है। 

अब यह उसी मुद्दे पर 3 वर्ष से निरंतर वायदा कर रहे हैं। लोग समझ रहे हैं कि यह भाजपा का एक जुमला है। भाजपा द्वारा जल्द चुनाव कराने बाबत बात करते हुए चव्हान ने कहा कि भाजपा जानती है कि उनकी लोकप्रियता अब कम हो रही है। यह उनके लिए बुरा  है क्योंकि वह ढलान पर जा रहे हैं और हार सकते हैं। करारी हार से बचने के लिए जल्द चुनाव कराने की बात प्रधानमंत्री मोदी द्वारा की गई है। इससे पूर्व भी उनके अपने मंत्रियों के बयान भी आ चुके हैं कि लोकसभा व विधानसभा चुनाव जल्द कराए जा सकते हैं। महाराष्ट्र के मंत्री गिरीश बापत अक्सर सार्वजनिक स्थलों पर कहते सुने जा सकते हैं कि आप हमसे कैसा कार्य चाहते हैं, जो कराना है अभी करा लो। उनके ऐसे बयान पार्टी की अंतर्दशा बताते हैं कि वह ज्यादा देर शासन नहीं कर सकते। 

राकांपा व कांग्रेस के गठजोड़ पर चव्हान का कहना है कि उनका गठजोड़ 2014 के विधानसभा चुनावों से पूर्व टूटा था जोकि कांग्रेस राज्य इकाई द्वारा की गई बड़ी भूल थी। इस निर्णय का खमियाजा उन्हें भुगतना पड़ा। 2014 में टिकट वितरण में ही गड़बड़ी हुई। अंतिम क्षण में लिया निर्णय भाजपा को लाभ का अवसर दे गया। वर्तमान में गठबंधन करने पर चव्हान का कहना है कि राकांपा और कांग्रेस दोनों पार्टियों को जमीनी हकीकत को जानना है। अभी हम गठबंधन संबंधी कुछ नहीं कह सकते हैं। राकांपा गठबंधन की बात कर रही है। प्राथमिक तौर पर मुझे पहले अपनी पार्टी का हित देखना है।

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