कपिल शर्मा ने अपनी ‘लोकप्रियता’ खुद गंवाई

Friday, Apr 13, 2018 - 03:48 AM (IST)

एक लोकप्रिय टैलीविजन स्टार बनना इतना आसान नहीं है। सभी तरह के शोज तथा अत्यधिक प्रतिस्पर्धी मैदान में होते हैं। इससे भी बढ़कर, कभी न समाप्त होने वाली इस चूहा दौड़ में प्रत्येक प्रतिभागी निष्ठावान दर्शकों की तलाश में रहता है, जो हमेशा गतिशील रहते हैं। रिमोट से लैस वे हर पल एक चैनल से दूसरे चैनल तक जाते हैं और यदि कोई लम्बा विज्ञापन आ जाए तो बोरियत महसूस करते हैं। 

चुनौतियों से भरे इस माहौल में कामेडियन कपिल शर्मा ने स्टारडम हासिल किया। लोग चाहे कुछ भी कहें, अधिकतर जनता ‘द ग्रेट इंडियन लाफ्टर चैलेंज’ नामक कामेडी शो को देखकर एक तरह से कपिल शर्मा से प्रेम करने लगी थी। ‘कामेडी नाइट्स विद कपिल’ के बाद कपिल शर्मा का अगला बड़ा शो ‘द कपिल शर्मा शो’ था। अपनी लोकप्रियता को अब वह खुद अपने बदनाम गैर-पेशेवराना ब्रांड से नीचे ले आए हैं। आज ऐसा लगता है कि कपिल शर्मा ने अपनी ‘सैन्स आफ ह्यूमर’ खो दी है। वे गलत कारणों से समाचारों में हैं। 

पहला, कपिल ने कई अभद्र ट्वीट किए जिनमें उसने एक एंटरटेनमैंट वैबसाइट के सम्पादक पर उन्हें नकारात्मक तौर पर पेश करने के लिए हमला बोला। उसने मीडिया पर उनकी बदनामी करने का आरोप लगाया और काला हिरण शिकार मामले में सलमान खान को दोषी ठहराए जाने पर अपना रोष प्रकट किया। उसकी टीम ने यह कहानी फैला दी कि कामेडियन का अकाऊंट हैक कर लिया गया है। मगर बाद में कपिल ने स्वीकार किया कि खुद उसने ट्वीट किए थे। कपिल तथा सम्पादक के बीच टैलीफोन पर हुआ शाब्दिक युद्ध उस समय समाचारों में आ गया जब सम्पादक ने वार्तालाप की शब्दावली सार्वजनिक कर दी। कपिल ने सम्पादक पर आरोप लगाया कि वह उसकी पूर्व मैनेजर्स प्रीति सिमोएस तथा उसकी बहन नीति के साथ मिलकर उसके खिलाफ द्वेषपूर्ण अभियान चला रहे हैं। वह तुरंत ही अश्लीलता पर उतर आए। उनके मानसिक स्वास्थ्य बारे चर्चा को अवश्य ही नजरंदाज किया जाना चाहिए था। यह कहते हुए कि उनको क्या हुआ है, उनका अखड़पना एक नई ऊंचाई तक पहुंच गया। 

‘फैमिली टाइम विद कपिल शर्मा’ के साथ वापसी को उस तरह का स्वागत नहीं मिला जैसा कि कपिल ने सोचा था। शूटिंग पर न पहुंच कर कपिल ने शो के भविष्य पर एक बड़ा प्रश्रचिन्ह लगा दिया। कपिल की अनुपस्थिति में चैनल, जिसके पास एपिसोड्स नहीं थे, नए एपिसोड्स शूट करने में असफल रहा। इससे उनके खिलाफ नकारात्मक प्रचार बढ़ा जिसमें ये रिपोर्ट्स भी शामिल थीं कि वह अवसाद तथा ङ्क्षड्रकिंग की समस्या से पीड़ित हैं। अवार्ड समारोहों जैसे बड़े शोज में कपिल की उपस्थिति लगातार बनी रही। उसने को-होस्ट के तौर पर करण जौहर तथा शाहरुख खान जैसे सितारों के साथ मंच सांझा किया है। बड़े सितारों ने उसके जोक्स का मजा उठाया, बेशक वे उन्हीं को लक्षित करके सुनाए गए थे। 

कपिल शर्मा के विकास की कहानी असामान्य है, फिल्मों में काम करने के उसके निर्णय के विपरीत। उसकी पहली हिंदी फिल्म ‘किस किस को प्यार करूं’ ने बाक्स आफिस पर ठीक-ठाक व्यवसाय किया। उनके अभिनय की बात करें तो कपिल उन लोगों की सोच से कम बुरे हैं जितने वे सोचते थे। यहां तक कि उनके प्रशंसकों को उनकी दूसरी फिल्म ‘फिरंगी’ से भी कोई निराशा नहीं हुई जो धड़ाम हो गई। उनकी कारगुजारी से पता चल गया कि उनमें वह नहीं है जो एक अभिनेता में होना चाहिए। ‘फिरंगी’ फिल्म की असफलता से सम्भवत: उनको काफी चोट पहुंची। 

कपिल और एंटरटेनमैंट वैबसाइट के बीच झगड़ा जल्दी समाप्त होने की सम्भावना नहीं दिखाई देती। कोई फर्क नहीं पड़ता कि इसका क्या परिणाम निकलता है, मगर कामेडियन को अपना रवैया बदलना पड़ेगा। उन्हें यह नहीं भूलना चाहिए कि बहुत से लोग उनके प्रति चौकन्ने होंगे। उनका व्यवहार ऐसा है कि मनोरंजन उद्योग के प्रोफैशनल्स, जिन्होंने उनके साथ काम किया है या कर सकते हैं, उनके नए कार्यक्रमों में काम करने से पहले दो बार सोचेंगे। भारतीय प्रशंसक माफ करने के लिए प्रसिद्ध हैं और कपिल भी कमबैक कर सकते हैं मगर उन्हें अपने तौर-तरीके बदलने होंगे और सभी को प्रभावित करना होगा कि वह एक बदले हुए इंसान हैं। यह सम्भव है, मगर आदतें छूटती नहीं।-बिस्वदीप घोष

Pardeep

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