नौनिहाल बच्चियों पर ‘निवेश’

Monday, Feb 10, 2020 - 04:15 AM (IST)

जिस्मफरोशी के लिए मुंबई सहित दुनिया भर के बाजारों में बच्चियों को बेचने वाले गिरोहों का कई बार खुलासा हो चुका है। ये गिरोह नेपाल, यू.पी., बिहार सहित अन्य पिछड़े राज्यों से गरीब बच्चियों को अगवा करके या खरीदकर चकलाघर के मालिकों को बेचते रहे हैं लेकिन जिस्मफरोशी के लिए लड़कियों के जुगाड़ का यह तरीका अब पुराना और जोखिम भरा हो चुका है। इसलिए इस कारोबार से जुड़े लोग अब नई तरकीब अपनाने लगे हैं। यह तरकीब है नौनिहाल बच्चियों में निवेश की। जिस्म के सौदागर नौनिहाल बच्चियों को खरीदकर उन्हें 9 या 10 साल तक पालने और बाद में उनसे जिस्मफरोशी कराने की योजना पर काम करने लगे हैं। इसका खुलासा मुंबई पुलिस क्राइम ब्रांच की यूनिट-9 द्वारा की गई कार्रवाई में हुआ है। 

बता दें कि बांद्रा-पश्चिम, कुरैशी नगर स्थित मैदान में जिस्मफरोशी के लिए नवजात बच्चियों को बेचने वाले गिरोह के लोग आने वाले हैं, ऐसी सूचना मुंबई पुलिस क्राइम ब्रांच की यूनिट-9 के ए.पी.आई. शरद धराड़े को मिली थी। जिसके बाद डी.सी.पी. अकबर पठान तथा वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक महेश देसाई के मार्गदर्शन में ए.पी.आई.सुधीर जाधव, शरद धराड़े, भूपेंद्र देवरे, पी.एस.आई., विजय आंबवडे, सिपाही राजेंद्र शिर्के, प्रेमकुमार जाधव व गणेश पाटिल की टीम ने छापेमारी की। 

छापेमारी में यूनिट-9 की टीम ने चेंबूर के वाशी नाका स्थित मुकुल नगर में रहने वाले मोहम्मद फजल पठान सहित 23 वर्षीय व 50 वर्षीय 2 महिलाओं को हिरासत में लिया और उनके कब्जे से 15-20 दिन की एक नवजात बच्ची को मुक्त कराया। पुलिसिया पूछताछ में पता चला कि बिहार की एक महिला ने गरीब मां से बच्ची को खरीदकर इस गिरोह को सौंपा था। 

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