‘भारतीय तस्कर’ अब अपने ‘ड्रोन द्वारा’ ‘पाक से नशा और हथियार मंगवाने लगे’

Thursday, May 25, 2023 - 04:52 AM (IST)

हम लम्बे समय से पाकिस्तान पर भारत में नशीले पदार्थ भेजने, अवैध हथियारों की तस्करी करवाने, आतंकियों को शरण तथा देश विरोधी गतिविधियों के लिए प्रोत्साहन देकर रक्तपात करवाने व नकली करंसी भेज कर भारत की अर्थव्यवस्था कमजोर करने के आरोप लगाते आ रहे हैं। परंतु 28 मार्च, 2010 को वाघा में पाक रेंजर्स के महानिदेशक ब्रिगेडियर मो. याकूब से बी.एस.एफ. के एडीशनल डायरैक्टर पी.पी.एस. सिद्धू ने जब यह मामला उठाया तो उन्होंने हमारे मुंह पर ‘तमाचा’  जड़ते हुए कहा था कि : 

‘‘भारत की ओर से सीमा पर कांटेदार बाड़ है तथा तस्करों पर नजर रखने के लिए फ्लड लाइट्स लगी हैं। भारतीय सीमा पर चौकसी व गश्त की व्यवस्था है, फिर भी यदि सीमा पर तस्करी होती है तो इस बारे भारतीय अधिकारियों को ही सोचने की जरूरत है।’’ ब्रिगेडियर मो. याकूब का उक्त कथन तब भी सही था और आज भी सही है क्योंकि नशों, नकली करंसी, हथियारों आदि की तस्करी बेशक पाकिस्तान की ओर से हो रही है, परंतु भारत में इन्हें प्राप्त करने व बांटने वाले तो भारतीय ही हैं। 

इसका ताजा प्रमाण 23 मई को मिला, जब स्टेट टास्क फोर्स ने अपने खरीदे ड्रोन से हैरोइन और हथियारों की तस्करी करने वाले नशा तस्कर लखबीर सिंह उर्फ लक्खा को अमृतसर जिले में गिरफ्तार किया। वह अपना ड्रोन पाकिस्तान भेजता और पाकिस्तानी तस्कर उसमें सामान लाद कर वापस भेज देते, जिसे वह भारत में दोबारा रिसीव कर लेता था।

अपने ही देश के विरुद्ध गतिविधियों में चंद लोगों का शामिल होना देशद्रोह से कम नहीं। अत: बेशक हमारी सरकार पाकिस्तान के साथ भारत विरोधी गतिविधियों का मामला उठाती रहती है परंतु उसे अपने ही देश में छिप कर बैठे गद्दारों के विरुद्ध कठोरतम कार्रवाई करने की आवश्यकता है ताकि इस बुराई पर रोक लग सके।—विजय कुमार  

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