जी-20 मंथन से भारत को मिलेगी वैश्विक पहचान

Saturday, Mar 18, 2023 - 06:11 AM (IST)

एक के बाद एक घटनाक्रम  भारत की बढ़ती वैश्विक ताकत की ओर यूं ही नहीं इशारा कर रहे हैं। भारत विश्व की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के साथ ही जी-20 देशों के शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता कर रहा है। यह बात जहां वैश्विक परिदृश्य में महत्वपूर्ण है वहीं भू-राजनीतिक दृष्टिकोण से इसका अलग ही स्थान है। जब भारत को जी-20 की अध्यक्षता सौंपी गई और जब भारत ने कहा कि वह भारत के 250 शहरों में जी-20 की बैठक आयोजित करेगा  तब जी-20 का सचिवालय इस बात से चौंक गया कि भारत में क्या ऐसे 250 शहर हैं जहां पर ऐसी बुनियादी सुविधाएं हैं जो उसके सदस्य देशों के प्रतिनिधि के लिए चाहिएं जैसे कि हवाई अड्डे, होटल, ट्रांसपोर्टेशन, 24 घंटे बिजली, सुरक्षा इत्यादि।

क्योंकि जी-20 के सचिवालय  को 10 साल पहले यह जानकारी थी कि भारत में सिर्फ 20 या 40 शहरों को छोड़कर बाकी शहरों में तमाम मूलभूत सुविधाओं का अभाव है। फिर जब भारत सरकार ने 250 शहरों की लिस्ट  जी-20 सचिवालय को सौंपी और बताया कि इन सभी शहरों में हवाई अड्डे, हवाई पट्टी, एयर ट्रैफिक कंट्रोलर, अच्छे होटल, अच्छी सड़कें, अच्छी सुरक्षा-व्यवस्था यानी वह सभी सुविधाएं हैं जो चाहिए होती हैं। फिर जब जी-20 के लोगों ने इन सभी शहरों का दौरा किया तो वह चौंक गए कि सिर्फ 10 सालों में भारत में कितना आमूलचूल परिवर्तन आ चुका है।

कितने नए हाईवे बन चुके हैं, कितनी नई रेलवे लाइन बनी कितनी रेलवे लाइन की इलैक्ट्रिफिकेशन हुई, कितने नए पावर ग्रिड बने। पिछले लगभग 9 वर्ष में भारत में इंफ्रास्ट्रक्चर निर्माण में तेजी से काम हुआ और भारतीय अधोसंरचना वैश्विक स्तर को टक्कर देती दिख रही है। आज जब भारत जी-20 की अध्यक्षता कर रहा है तो भारत की अंदरुनी उपलब्धियां भी मायने रखती हैं। मेरे विचार से इन सबके कारण ही इतने बड़े आयोजन का मौका मिला। भारत की 10 उपलब्धियां जो गेम चेंजर साबित हुईं उनमें पहला राममंदिर सांस्कृतिक पुनरुद्धार है, यू.पी.आई. की ताकत को पूरे विश्व में परिस्थापित किया। कोरोना वैक्सीनेशन भी सबसे बड़ी उपलब्धि रही है। धारा 370 को समाप्त करना।

नागालैंड समझौता करवाना, आई.एन.एस. विक्रांत रूपी बड़े समुद्री बेड़े को समुद्र में उतारना। पूरे भारत में हाइवे निर्माण  के रूप में अधोसंरचना स्थापित करना। जनधन योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना, उज्ज्वला योजना आदि लोकप्रिय योजनाएं जनता को समॢपत करना।  आयुष्मान मैडीकल कार्ड से स्वास्थ्य क्रांति करना, वन्दे भारत ट्रेन। 3.5 ट्रिलियन डॉलर के साथ 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था भारत को बनाना। कुल मिलाकर नरेंद्र मोदी जैसे मजबूत नेतृत्व के कारण भारत की अधोसंरचना का निर्माण हुआ व भारत अब विश्व की महाशक्तियों का मुकाबला कर रहा है।

इसी का दूसरा पहलू यह है कि जैसे हिमाचल के धर्मशाला में जी-20 के विज्ञान व तकनीक समूह की बैठक होगी तो धर्मशाला के आस-पास सुविधाओं में बढ़ौतरी होगी ही। हिमाचल की संस्कृति को पूरे विश्व में पहचान मिलेगी। पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और दलाई लामा के शहर में भारत अपने नेतृत्व की ताकत दिखाते हुए चीन को उसकी औकात भी दिखा देगा। नरेंद्र मोदी सच में एक तीर से कई निशाने लगा लेते हैं।

भारत के विश्वगुरु की ओर बढ़ते कदम भारत की 140 करोड़ जनता की ताकत एवं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नेतृत्व क्षमता को दर्शाती है। विश्व  में सबसे मजबूत समूह जी-20 की अध्यक्षता, 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था, डिजिटल क्रांति में अग्रणी होने के साथ साथ पिछले 9 वर्षों में भारत विश्व पटल में एक सुदृढ़ हस्ताक्षर बन कर उभरा है । भारत की जी-20 अध्यक्षता में होने वाली 200 से अधिक बैठकों की समाप्ति के बाद जी20 शिखर सम्मेलन 9-10 सितंबर, 2023 को होगा।

इसमें जी 20 सदस्य देशों और आमंत्रित देशों के शीर्ष नेता व प्रमुख शिरकत करेंगे। नई दिल्ली शिखर सम्मेलन के दौरान सभी देशों के शीर्ष नेता जी-20 एजैंडा के आॢथक और दुनिया की वर्तमान परिस्थितियों पर चर्चा कर करेंगे, जिनमें जी20 बैठकों के दौरान हुई चर्चा से निकले सूत्र समुद्र मंथन की तर्ज पर जो अमृत निकलेगा वह पूरी मानवता के लिए लाभदायक रहेगा। यह सब नरेंद्र मोदी की नेतृत्व क्षमता के कारण सम्भव हो सकेगा। भारत में  ‘‘कृण्वन्तो विश्वआर्यम’’ की तर्ज पर वसुधैव कुटुम्बकम की अवधारणा को अमलीजामा पहनाया जाएगा। -त्रिलोक कपूर (महामंत्री भाजपा हिमाचल)

Advertising