इमरान का ड्रामा पाकिस्तानी मंदी को और भी बदतर बना सकता है

punjabkesari.in Friday, Mar 17, 2023 - 05:58 AM (IST)

पाकिस्तान का राजनीतिक ड्रामा कल अपने चरम पर पहुंच गया क्योंकि तहरीक-ए-पाकिस्तान (पी.टी.आई.)  प्रमुख और पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को गिरफ्तार करने के लिए भेजे गए सुरक्षाबलों को उनके समर्थकों ने पीटा। इमरान खान जो अब तक एक राजनीतिक विद्रोह की भूमिका निभा रहे हैं इसका अधिक से अधिक दोहन कर रहे हैं। राजनीतिक रूप से प्रेरित कार्रवाई के मानक आरोपों के अलावा उन्होंने यह भी दावा किया कि उनका अपहरण करने की और उनकी हत्या करने की साजिश है।

खान जानते हैं कि इस समय वह एक अच्छी स्थिति में हैं। अगर उन्हें हिरासत में लिया जाता है तो वह अपने समर्थकों और शायद कई आम पाकिस्तानियों के लिए हीरो बन जाएंगे। यदि वह जेल से बाहर रहते हैं तो इससे उनकी ‘टेफलॉन मैन’ की छवि धूमिल होगी और शहबाज सरकार दयनीय लगने लगेगी। याद रखें पाकिस्तान में इस साल के अंत में चुनाव होने हैं। इमरान खान पहले पाकिस्तानी नेता प्रतीत होते हैं जिन्होंने सेना की बागडोर से बचने का रास्ता खोज लिया है।

पाकिस्तानी जनरल नहीं चाहते कि उन पर खुले तौर पर निशाना साधने का आरोप लगाया जाए और पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ राजनीतिक प्रतिशोध से खान के आरोपों को साबित नहीं करना चाहते। यह सब पाकिस्तान के गंभीर आर्थिक संकट की पृष्ठभूमि के खिलाफ है। कुछ सप्ताह पहले इसका विदेशी मुद्रा भंडार 2.9 अरब डालर के निचले स्तर तक गिर गया था जबकि अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आई.एम.एफ.) के साथ 1.1 अरब डालर की बेलआऊट किस्त जारी करने की चर्चा जारी थी। यदि इमरान खान केंद्रित राजनीतिक ड्रामा और भी बदतर हो जाता है और पाकिस्तानी अर्थव्यवस्था पर गंभीर तनाव जारी रहता है तो यह एक आदर्श तूफान की स्थिति पैदा कर सकता है और इस क्षेत्र के लिए विनाशकारी हो सकता है।

अफगानिस्तान में तालिबान की वापसी के साथ पहले से ही चरमपंथी समूहों को बढ़ावा मिल रहा है। परमाणु सशस्त्रीकरण पाकिस्तान के पतन का कारण बन सकता है। इससे मध्य और दक्षिण एशिया में एक सुरक्षा ‘ब्लैक होल’  बन जाएगा और पूरी दुनिया के लिए खतरा पैदा होगा। इन परिस्थितियों में आई.एम.एफ. को शायद पाकिस्तान के साथ थोड़ी नरमी बरतनी चाहिए। यह नई दिल्ली के लिए भी एक पसंदीदा विकल्प होगा जिसे पाकिस्तान मंदी के प्रति सबसे अधिक आशंकित होना चाहिए। (साभार टी.ओ.आई.)


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