पंजाब के सीमावर्ती विकास में पावरकॉम के संचालन बार्डर जोन की अहम भूमिका

punjabkesari.in Thursday, Feb 29, 2024 - 05:55 AM (IST)

पावरकॉम का संचालन बार्डर जोन सीमावर्ती क्षेत्रों के विकास में अहम योगदान डाल रहा है। मुख्य अभियंता संचालन बार्डर जोन इंजी. सतिन्द्र शर्मा का कहना है कि वर्ष 2015-16 में अमृतसर शहर और श्री हरमंदिर साहिब तथा श्री दुग्र्याणा मंदिर के चारों ओर के दृश्य को बढिय़ा बनाने के लिए  फसाड प्रोजैक्ट लांच किया गया जिसमें हाल गेट से लेकर श्री हरमंदिर साहिब तक और हाथी गेट से लेकर श्री दुग्र्याणा मंदिर तक बिजली की सभी तारों को अंडरग्राऊंड किया गया। अमृतसर में किया गया यह कार्य पंजाब में अंडरग्राऊंडिंग करने के लिए पहला प्रोजैक्ट है। अब करीब 7.4 किलोमीटर लम्बी सड़क के ऊपर स्मार्ट रोड का कार्य भी चल रहा है। इसके साथ ही अमृतसर शहर में फरवरी 2023 में जी-20 सम्मेलन में बिजली की सप्लाई के लिए बेहद प्रभावशाली प्रबंध किए गए। 

संचालन क्षेत्र सिटी अमृतसर पावरकॉम के निरीक्षण अभियंता इंजी. गुलशन चुटानी का कहना है कि संचालन क्षेत्र सिटी अमृतसर 235245 बिजली उपभोक्ताओं के घरों को रोशना रहा है। इनमें से 169379 और 348 कृषि ट्यूबवैल उपभोक्ता शामिल हैं। 

पावरकॉम के संचालन क्षेत्र गुरदासपुर के उप-मुख्य अभियंता इंजी. जसविंद्र सिंह विर्दी के अनुसार पी.एस.पी.सी.एल. (पी.एस.ई.बी.) गुरदासपुर क्षेत्र वर्ष 1958 को अस्तित्व में आया। इस क्षेत्र के अंतर्गत इस समय 7 मंडल कार्यालय और 38 उप-मंडल कार्यालय शामिल हैं। इस संचालन क्षेत्र के अंतर्गत 2 पूर्ण जिले जिनमें गुरदासपुर और पठानकोट का क्षेत्र भी पड़ता है। इसके अतिरिक्त इस क्षेत्र के अधीन जिला होशियारपुर और जिला अमृतसर का कुछ क्षेत्र भी पड़ता है। इस तरह इस क्षेत्र के अधीन पड़ते भौगोलिक क्षेत्र को देखा जाए तो करीब 250 से 300 किलोमीटर का क्षेत्र पड़ता है। इस क्षेत्र के अधीन 220 के.वी. के 4 सब-स्टेशन, 132 के.वी. के 8 सब-स्टेशन, 66 के.वी. के 57 और 33 के.वी. के 2 सब स्टेशन आते हैं जिनसे कुल 676 फीडर चलते हैं। इनके माध्यम से 624537 घरेलू उपभोक्ता, 94906 व्यापारिक, 8391 औद्योगिक, 104405 कृषि ट्यूबवैल उपभोक्ता हैं और 259 अन्य श्रेणियों (बल्क और पब्लिक लाइट) के बिजली उपभोक्ताओं को ठोस और निर्विघ्न बिजली की आपूर्ति की जा रही है। 

उल्लेखनीय है कि इस क्षेत्र के अधीन बड़ी गिनती में बल्क सप्लाई के कनैक्शन चल रहे हैं जिनमें विशेषकर गुरदासपुर मंडल के अंतर्गत तिबड़ी कैजेट और मंडल पठानकोट के अंतर्गत एयरफोर्स, ममून कैजेट तथा रणजीत सागर डैम का एल.एल. का कनैक्शन शामिल है जिनसे पावरकॉम को काफी राजस्व प्राप्त हो रहा है। संचालन क्षेत्र तरनतारन पी.एस.पी.सी.एल. के संचालन क्षेत्र तरनतारन के उप मुख्य अभियंता इंजी. मोहतम सिंह के अनुसार बिजली घरेलू, व्यापारिक, औद्योगिक, कृषि और अन्य वर्गों की ओर से बड़े उत्साह से इस्तेमाल में लाई जाने लगी। इसलिए पी.एस.ई.बी. की ओर से अपना प्रशासनिक ढांचा और विस्तृत करते हुए वर्ष 1978 में तरनतारन सर्कल अस्तित्व में आया। इस समय सर्कल के अधीन 5 मंडल कार्यालय और 25 उप-मंडल कार्यालय 24&7 घंटे सेवाएं दे रहे हैं। 

खालड़ा कस्बे से लेकर खेमकरण कस्बे तक पाकिस्तान के साथ अंतर्राष्ट्रीय सीमा लगती है। इस ओर ब्यास दरिया से शुरू होकर दक्षिण तक हरीके ब्यास और सतलुज का संगम इस क्षेत्र की सीमाओं का निर्माण करते हैं। क्षेत्र के उत्तरी छोर पर अमृतसर ग्रामीण हलका पड़ता है। तरनतारन क्षेत्र इस समय 322175 लाख घरेलू, 33858 व्यापारिक, 3518 औद्योगिक और 94356 कृषि उपभोक्ताओं को 24&7 घंटे बिजली की आपूर्ति की जा रही है। कई तरह की जद्दोजहद के बावजूद यह सर्कल वाॢषक तौर पर 300 करोड़ रुपए का राजस्व पावरकॉम की झोली में डालता है। 749 तकनीकी और 239 क्लैरिकल स्टाफ की टीम की सख्त मेहनत के सदका इस क्षेत्र के घरेलू, गैर-रिहायशी और औद्योगिक कनैक्शनों की वेटिंग लिस्ट शून्य है।-मनमोहन सिंह (उपसचिव लोकसंपर्क, पी.एस.पी.सी.एल.)


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