हानिकारक है वायु प्रदूषण

punjabkesari.in Monday, Nov 20, 2017 - 03:02 AM (IST)

वायु प्रदूषण रसायनों, सूक्ष्म पदार्थ व जैविक पदार्थ के वातावरण में मानव की भूमिका है, जो मानव को या अन्य जीव-जन्तुओं को या पर्यावरण को नुक्सान पहुंचाता है। प्रदूषण इंसानी सेहत के लिए एक बहुत बड़ी समस्या बनता जा रहा है। उसके बहुत से कारण हैं। हवा में प्रदूषण का कुदरती जरिया है उड़ती हुई धूल।

कारखानों के परिचालन या जंगल की आग से तमाम किस्म के हानिकारक कण हवा में दाखिल हो जाते हैं, जिनसे पर्यावरण में प्रदूषण फैलता रहता है। वायु प्रदूषण का पर्यावरण के ऊपर भी बहुत बुरा प्रभाव पड़ रहा है। यह प्रदूषण ओजोन की परत को पतला करने में मुख्य भूमिका निभा रहा है, जिसकी वजह से जैसे ही आप घर के बाहर कदम रखेंगे,आप महसूस करेंगे कि हवा किस कदर प्रदूषित हो चुकी है। धुएं के बादलों को बसों, स्कूटरों, कारों, कारखानों की चिमनियों से निकलता हुआ देख सकते हैं। जहां पर वायु को प्रदूषित करने वाले प्रदूषक ज्यादा हो जाते हैं, वहां पर आंखों में जलन, छाती में जकडऩ और खांसी आना एक आम बात है। कुछ लोग इसको महसूस करते हैं जबकि कुछ लोग इसको महसूस नहीं करते लेकिन इसकी वजह से सांस फूलने लगती है। 

अधिक से अधिक साइकिल का इस्तेमाल करें। सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करें। बच्चों को कार से स्कूल न छोड़ें बल्कि उनको स्कूल ट्रांसपोर्ट में जाने के लिए प्रोत्साहित करें। अपने घर व आस-पड़ोस के लोगों को कारपूल बनाने के लिए कहें जिससे कि वो एक ही कार में बैठकर कार्यालय जाएं। इससे ईंधन भी बचेगा और प्रदूषण भी कम होगा। अपने घरों के आस-पास पेड़-पौधों की देखभाल ठीक से करें। आपके बगीचे में सूखी पत्तियां हों तो उन्हें जलाएं नहीं, बल्कि उसकी खाद बनाएं। अपनी कार का प्रदूषण हर तीन महीने के अंतराल पर चैक करवाएं।—नवदीप नवी, लुधियाना
 


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