‘समलैंगिक विवाहों से’‘अप्राकृतिक यौन संबंधों को मिलेगा बढ़ावा’

punjabkesari.in Thursday, May 25, 2023 - 05:00 AM (IST)

प्रकृति ने प्रत्येक काम के लिए सही नियम निर्धारित कर रखे हैं। इन्हीं में से एक स्त्री और पुरुष के बीच सम्पन्न किया जाने वाला विवाह संस्कार है, पर कुछ समय से उल्टी हवा बहने लगी है व समलैंगिक विवाह होने लगे हैं। 

चंद पश्चिमी देशों में ऐसे विवाहों को कानूनी मान्यता प्राप्त है। भारत में सुप्रीमकोर्ट ने समलैंगिक विवाहों को कानूनी मान्यता की मांग करने वाली याचिकाओं पर सुनवाई के बाद 12 मई को कहा कि ‘‘इस विषय में संसद को कानून बनाने के लिए नहीं कहा जा सकता।’’ 

सुप्रीमकोर्ट ने यह भी कहा कि ‘‘समलैंगिक विवाह असली विवाह के समान महत्वपूर्ण नहीं है। इन कमतर रिश्तों को विवाह का नाम नहीं दिया जा सकता परंतु इसके बावजूद इस तरह के विवाह हो रहे हैं।’’ 

अभी-अभी लंदन में दो भारतीय पुरुषों ‘मनोज माल्दे’ तथा ‘क्लाइव गिलमोर’ ने आपस में विवाह रचाया और 21 मई को कोलकाता के भूतनाथ मंदिर में 2 युवतियों मौसमी दत्ता और मौमिता मजूमदार ने पारम्परिक तरीके से शादी की। प्रकृति के नियमों के विपरीत ऐसे रिश्तों से केवल अप्राकृतिक यौन संबंधों को ही बढ़ावा मिलेगा। अत: इन पर रोक लगाना ही सही है।—विजय कुमार 


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