लड़कियों का यौन शोषण करता रहा पूर्व अमरीकी जिम्नास्ट डाक्टर

punjabkesari.in Wednesday, Feb 07, 2018 - 04:24 AM (IST)

एक चौंकाने वाली नई रिपोर्ट में दावा किया गया है कि जब एफ.बी.आई. पूर्व अमरीकी जिम्नास्टिक डा. लारी नासर पर 3 किशोरी जिम्रास्टों से यौन उत्पीडऩ के मामलों की जांच कर रही थी तो उसने उसी समयावधि में 40 महिलाओं व युवा लड़कियों से दुराचार किया जो उसके पास उपचार कराने आती थीं। 

उन लड़कियों व महिलाओं की पहचान वहां के एक प्रमुख समाचार पत्र द्वारा कराई गई। उनके साथ जुलाई 2015 से सितम्बर 2016 की अवधि के दौरान छेड़छाड़ की घटनाएं हुईं। उसी समयावधि दौरान एफ.बी.आई. नासर की गतिविधियों पर नजर रख रही थी। फिर भी वह अपनी हरकतों से बाज नहीं आया था। नासर (अब घोषित अपराधी) ने माना कि उसने उसके पास उपचार कराने आई 256 महिलाओं व युवा लड़कियों का यौन शोषण किया है। ऐसा लगता था कि एफ.बी.आई. नासर पर लगे आरोपों की जांच करने में समय लगा रही है तो एक तथ्य यह भी था कि एजैंसी के पास नासर के दुराचार की हरकतों के ‘निर्देशात्मक वीडियो’ भी थे जिसमें वह तौलिए से ढंके अपने हाथों को युवतियों के निजी अंगों पर लगा रहा था। ये युवतियां अपने चेहरे मेज की तरफ झुकाए हुए लेटी थीं। 

प्रमुख समाचारपत्र का दावा है कि इस फुटेज में नासर को लड़कियों की टांगों पर मालिश करते हुए उनकी जांघों व आंतरिक भागों को छूते हुए तथा चिकित्सीय मुद्दे पर बातें करते हुए दिखाया गया है तथा वह बिना दस्ताने पहने अपने हाथों को लड़कियों की टांगों के बीच रख देता था और कहता था कि यहां कुछ हाथ हिलाने जैसा भी करना चाहिए। यौन उत्पीडऩ पीड़िता 15 वर्षीय नर्तकी ऐमा एन मिलर ने बताया कि नासर ने उससे छेड़छाड़ तब से प्रारंभ कर दी थी जब वह 10 वर्ष की थी और उससे उपचार कराने जाती थी। मिलर ने बताया कि इन वर्षों में वह 12 बार नासर के पास उसके ‘उपचार सत्रों’ में गई। उपचार सत्र के दौरान वह मिलर से कहता था कि क्या उसे पीछे से हाथ लगाना अच्छा लगेगा तथा वह उसे हमेशा नीचे से छूने के बहाने ढूंढ लेता था तथा कहता था कि उसके पेडू को एक ‘एडजस्टमैंट’ की आवश्यकता है और जब वह मना करती थी तो उसे पीछे से मारता था। 

इसी अवधि दौरान 11 वर्षीय हन्नाह मोरो भी नासर से उपचार कराने आती थी। उसने बताया कि उसके उपचार सैशनों के बाद वह निरंतर संगीत सुनती थी ताकि उसके साथ हुई छेड़छाड़ के सदमे से वह बाहर आ सके। अब 18 वर्ष की होने जा रही मोरो का कहना है कि उसके गलत ढंग से छूने का उसके मन पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ता था। वह भी नासर के पास न जाने के बहाने ढूंढती थी क्योंकि वह या तो उसके पीछे सट कर खड़ा हो जाता था या उसके वक्षस्थलों को छूता था। उसी अवधि दौरान एफ.बी.आई. उस पर लगे छेड़छाड़ के आरोपों की जांच कर रही थी तब भी नासर अपने पास आई 19 वर्षीय जिम्रास्ट एलैक्सिज के साथ भी यही कुछ कर रहा था। एलैक्सिज वर्ष 2010 में पहली बार रीढ़ की हड्डी में फ्रैक्चर के कारण उपचार कराने आई थी तब वह मात्र 12 वर्ष की थी। उसके उपचार में नासर द्वारा उसकी टांगों की मालिश करना तथा उसके निजी भाग में उंगली डालना भी शामिल था। 

पहले पहल तो वह समझ ही नहीं पाई कि वह ऐसा क्यों कर रहा है। एलैक्सिज का कहना है कि उसके टीम के लोग नासर को ‘बट डाक्टर’ कहते थे क्योंकि नासर सोचता था कि पीछे से (बट) छूने से ही सब कुछ निश्चित होता है। वह सभी को पीछे से ही छूता था। वर्ष 2015-16 के दौरान भी वह उसके पास इलाज कराने जाती थी जब नासर पर यौन उत्पीडऩ के आरोप लगे थे। पूरी जांच के बाद नासर को 2017 में बाल पोर्न वीडियो रखने का भी दोषी पाया गया। आपराधिक शारीरिक यौनाचार के मामलों में दोषी मानते हुए 24 जनवरी को जज ने डा. नासर को 40 से 175 वर्ष की कैद की सजा सुनाई। 


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