अमरीका-चीन संबंधों को क्षेत्रिय राजनीति के चश्मे से न देखें

punjabkesari.in Sunday, Jun 18, 2023 - 06:09 AM (IST)

वास्तविक नियंत्रण रेखा (एल.ए.सी.) पर चीन के साथ गतिरोध के बीच प्रधानमंत्री वाशिंगटन डी.सी. की यात्रा करने वाले हैं। यह गतिरोध 3 साल से चल रहा है। अमरीका-चीन संबंधों का व्यापक अवलोकन करने के लिए यह शिक्षाप्रद होगा। चीन के लिए अमरीका की पहुंच अमरीकी पूर्व राष्ट्रपति रिचर्ड निक्सन द्वारा शुरू की गई थी जिन्होंने 1967 में संयुक्त राज्य अमरीका के राष्ट्रपति बनने से 2 साल पहले विदेशी मामलों की एक पत्रिका में एक मौलिक लेख लिखा जिसमें कहा गया था कि चीन को राष्ट्रों के समुदाय से हमेशा के लिए बाहर नहीं रखा जाना चाहिए। 

राष्ट्रपति बनने के बाद निक्सन ने अपने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार हैनरी किसिंगर को चीन की पहल के लिए प्रमुख व्यक्ति के रूप में नियुक्त किया। 9 जुलाई 1971 को हैनरी किसिंगर ने इस्लामाबाद से बीजिंग की एक गुप्त यात्रा की। अमरीका-चीन के मेल-मिलाप को राष्ट्रपति याहिया खान द्वारा सुविधाजनक बनाया गया था जिसे अक्तूबर 1970 में राष्ट्रपति निक्सन द्वारा व्यक्तिगत रूप से अनुरोध किया गया था। 1972 को फरवरी में राष्ट्रपति रिचर्ड निक्सन की बीजिंग यात्रा के बाद 1976 में माओ त्से तुंग की मृत्यु के बावजूद अमरीका-चीन संबंध एक सकारात्मक स्तर तक चले जो 1978 में डेंग शियाओपिंग द्वारा चीनी अर्थव्यवस्था को विदेशी निवेश के लिए खोलने के बाद एक गहरे आर्थिक संबंध में और मजबूत हो गए । 45 वर्षों से अब अमरीका ने चीन में भारी निवेश किया है। 

वर्तमान में अमरीका-चीन व्यापार में माल की कटौती 2022 में रिकार्ड उच्च स्तर पर पहुंच गई। कुल आयात और निर्यात साल-दर-साल 2.5 प्रतिशत बढ़कर 690.6 बिलियन अमरीकी डालर तक पहुंच गया जो 2018 में पिछले पूर्व कोविड-19 के 658.8 बिलियन अमरीकी डालर के उच्च स्तर को पार कर गया था। चीन के साथ अमरीका का व्यापार घाटा भी साल-दर-साल 8.3 प्रतिशत से बढ़ कर 2022 में 382.9 अरब अमरीकी डालर तक पहुंच गया। चीन से अमरीका के सामान का आयात साल-दर-साल 6.3 प्रतिशत से बढ़ कर 536.8 अरब अमरीकी डालर तक पहुंच गया। इस बीच चीन को निर्यात भी साल-दर-साल 1.5 प्रतिशत बढ़ कर 153.8 बिलियन अमरीकी डालर तक पहुंच गया। 

कनाडा और मैक्सिको के बाद 2022 में चीन अमरीका का तीसरा सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार था। चीन अमरीका के लिए आयात का सबसे बड़ा स्रोत बना हुआ है। चीन के कस्टम अधिकारियों के अनुसार अमरीका उसका सबसे बड़ा एकल देश व्यापार-भागीदार बना रहा। अमरीका में पढऩे वाले सभी विदेशी छात्रों में चीन का हिस्सा 30.6 प्रतिशत है। कई शीर्ष स्तरीय अमरीकी विश्वविद्यालयों और थिंक टैंकों को चीनी धन की पर्याप्त मात्रा प्राप्त होती है। उनमें से कइयों को अमरीका में प्रभाव संचालन में लगे विभिन्न उपकरणों के माध्यम से चीनी सरकार से प्राप्त धन का खुलासा नहीं करने के लिए आपराधिक अभियोगों का सामना करना पड़ा। अमरीकी कांग्रेस में चीनी प्रभाव को प्रतिबंधित करने के लिए चीन सरकार और कम्युनिस्ट पार्टी के राजनीतिक प्रभाव संचालन अधिनियम का मुकाबला नामक विधेयक विचाराधीन है। 

जुलाई 2022 में नैशनल इंटैलीजैंस के निदेशक के कार्यालय ने विशेष रूप से नैशनल काऊंटर इंटैलीजैंस एंड सिक्योरिटी सैंटर ने अमरीकी राज्यों, स्थानीय, आदिवासी और क्षेत्रीय स्तरों के नेताओं को छिपे हुए पी.आर.सी. एजैंडे का समर्थन करने के लिए हेर-फेर किए जाने के जोखिम को रेखांकित करते हुए एक सख्त सलाह जारी की। पी.आर.सी. प्रभाव संचालन भ्रामक और जबरदस्त हो सकता है। अमरीकी राज्य और स्थानीय नेताओं को आर्थिक मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करने के लिए वित्तीय और वित्तीय प्रोत्साहनों का उपयोग किया जा सकता है। कुछ मामलों में पी.आर.सी. या इसके प्रतिनिधि राज्य और स्थानीय नेताओं को उनकी स्थानीय जरूरतों के अनुरूप कार्रवाई करने के लिए दबाव डाल सकते हैं। 

प्रॉक्टर एंड गैंबल और जनरल मोटर्स जैसे बड़े समूह वाली असंख्य अमरीका आधारित कंपनियां चीन के 1.4 बिलियन व्यक्ति बाजार के प्रति अपनी प्रतिबद्धता में अडिग हैं। टेस्ला के सी.ई.ओ. एलन मस्क ने मई में चीन की यात्रा के दौरान अमरीकी चीन संंबंधों को ‘संयुक्त रूप से जुड़वां’ के रूप में चित्रित किया जिसे कभी अलग नहीं किया जा सकता। यह इस तथ्य के बावजूद है कि चीन में ट्विटर पर प्रतिबंध है और यहां तक कि वह वहां रहते हुए ट्वीट करने में सक्षम नहीं थे। कई अन्य अमरीकी व्यापारिक नेताओं ने भी ऐसी बातों को दोहराया है। उन्होंने कहा है कि इस चीज को होने में कई साल लगेंगे लेकिन यह अलग नहीं होगा और दुनिया चलती रहेगी। 

कार्पोरेट अमरीका इसलिए चीन को छोडऩे के लिए तैयार नहीं है भले ही राजनीतिक तौर पर अमरीका की पसंद कुछ भी रही हो। इसके अलावा जनवरी 2023 तक विदेशों में अमरीकी ट्रैजरी सिक्योरिटी में कुल 7.4 ट्रिलियन अमरीकी डालर थे। चीन के पास अमरीकी प्रतिभूतियों में सबसे अधिक 859.4 बिलियन अमरीकी डालर की राशि थी। अमरीकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन प्रधानमंत्री मोदी की अमरीकी राजधानी की यात्रा से ठीक पहले 18 जून को बीजिंग की अपनी यात्रा स्थगित करने वाले हैं। जासूसी गुब्बारों की गाथा के बाद विभिन्न स्तरों पर अमरीकी अधिकारियों और उनके चीनी समकक्षों के बीच कई तरह की चर्चाओं के बाद यह कॉल आया है। लेकिन यह तार्किक है कि अमरीका-चीन संबंधों को केवल भू-रणनीतिक चश्मे से न देखें। अमरीका के साथ भारत के घनिष्ठ संबंध उसके हित में हैं।-मनीष तिवारी 
 


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