बिजली उपभोक्ताओं का पावरकॉम के संचालन क्षेत्र के साथ सीधा संबंध

punjabkesari.in Thursday, Jan 11, 2024 - 06:03 AM (IST)

बिजली क्षेत्र की समस्त व्यवस्था बिजली के उत्पादन पर निर्भर होती है। बिजली के उत्पादन के बाद भी बिजली को उपभोक्ताओं तक पहुंचाने के लिए बिजली के ट्रांसमिशन क्षेत्र का अहम योगदान होता है। इसके बाद संचालन क्षेत्र का सबसे बड़ा बहुमूल्य योगदान होता है क्योंकि संचालन क्षेत्र का बिजली उपभोक्ताओं के साथ सीधा और नजदीकी संबंध होता है। संचालन क्षेत्र का अपने आप में पावरकॉम के प्रतिबिंब को प्रदर्शित और मजबूत करने में बहुत महत्वपूर्ण योगदान है क्योंकि संचालन क्षेत्र का ही बिजली उपभोक्ताओं के साथ सीधा संबंध होता है। पंजाब स्टेट पावर कार्पोरेशन लिमिटेड (पी.एस.पी.सी.एल.) के प्रतिबिंब को और सुदृढ़ करने तथा पावरकॉम को बिजली उपभोक्ताओं में प्रदर्शित और उसे निखारने के लिए संचालन क्षेत्र बहुमूल्य योगदान डाल रहा है। 

अपनी 33 वर्ष से ज्यादा पी.एस.पी.सी.एल. के लोक सम्पर्क विभाग में सेवा के दौरान जहां रोजाना कम से कम 2 से 5 तक नए उपभोक्ताओं को मिलने और टैलीफोन के द्वारा सम्पर्क से मैं इस नतीजे पर पहुंचा हूं कि पंजाब में बिजली के विभिन्न श्रेणियों के उपभोक्ताओं को बिजली के उत्पादन और इसके ट्रांसमिशन सिस्टम के बारे में कोई ज्ञान नहीं और बहुत कम दिलचस्पी है, बिजली उपभोक्ताओं का केवल अपने बिजली कनैक्शन जारी होने और इसके बाद बिजली की आपूर्ति, बिजली बिलों की अदायगी और बिजली मीटरों के साथ संबंध होता है। 

पी.एस.पी.सी.एल. पंजाब में एक करोड़ से अधिक विभिन्न श्रेणियों के बिजली उपभोक्ताओं के घरों को रोशनाते हुए पंजाब की अर्थव्यवस्था को मजबूत करते प्रदेश के विकास में मुख्य सांझीदार बना है। पावरकॉम का संचालन क्षेत्र राज्य में विभिन्न श्रेणियों के बिजली उपभोक्ताओं को संचालन सब-डिवीजन कार्यालयों द्वारा ऑनलाइन डिजिटल सेवाओं के माध्यम से बिजली कनैक्शन देने के अतिरिक्त बिजली उपभोक्ताओं को उनके बिजली लोड और उपभोग के अनुसार बिजली बिलों के वितरण, बिलों की अदायगी के लिए ऑनलाइन प्रणाली द्वारा सहूलियतें प्रदान करता है। 

उपभोक्ताओं की बिजली आपूर्ति के अतिरिक्त उपभोक्ताओं के बिलों, मीटरों और उपभोक्ताओं के घरों तक ठोस और निर्विघ्न आपूर्ति के लिए बिजली के बुनियादी ढांचे के रख-रखाव के अतिरिक्त इसे अपग्रेड या जरूरी संशोधन आदि करना शामिल होता है। इसके अतिरिक्त बिजली चोरी पर नियंत्रण करने के लिए प्रदेश भर में विभिन्न स्थानों पर गुप्त सूचना के आधार पर छापों के साथ बिजली चोरों को जुर्माने किए जाते हैं और नियमों के अनुसार कड़ी कार्रवाई की जाती है। पावरकॉम के संचालन जोन के मुख्य अभियंता इंजी. एस.आर. वशिष्ट के अनुसार पी.एस.पी.सी.एल. राज्य में एक करोड़ से अधिक बिजली उपभोक्ताओं को पांच संचालन जोनों, 21 संचालन सर्कलों, 104 डिवीजनों और 498 सब-डिवीजन कार्यालय द्वारा बिजली की ठोस और निर्विघ्न आपूर्ति करवा रहा है। 

पावरकॉम के संचालन दक्षिण जोन के अंतर्गत पटियाला, संगरूर, बरनाला, रोपड़ और मोहाली सर्कल हैं। संचालन जोन उत्तर के अंतर्गत जालंधर, कपूरथला और होशियारपुर सर्कल हैं। केंद्रीय संचालन जोन के अधीन खन्ना, लुधियाना सिटी, लुधियाना ईस्ट, लुधियाना वैस्ट हैं। संचालन जोन बार्डर के अधीन अमृतसर सिटी,अमृतसर ग्रामीण, तरनतारन और गुरदासपुर सर्कल हैं। इसके अतिरिक्त संचालन वैस्ट जोन में बठिंडा, फिरोजपुर, श्री मुक्तसर साहिब और फरीदकोट सर्कल हैं। 

पावरकॉम के डायरैक्टर संचालन के अतिरिक्त निगरानी अभियंता इंजी. अजयपाल सिंह अटवाल के अनुसार पावरकॉम की ओर से अपने बिजली उपभोक्ताओं की बिजली आपूर्ति और अन्य शिकायतों के निवारण के लिए फोन नं. 1912 तथा एस.एम.एस. और टैलीफोन कॉल के माध्यम से तथा 9646101912 व्हाट्सएप नंबर जारी किए गए हैं। बिजली उपभोक्ताओं की शिकायतों के निवारण के लिए पंजाब में 104 नोडल शिकायत केंद्र स्थापित किए गए हैं जहां उपभोक्ता टोल फ्री नंबर 1912 पर टैलीफोन, एस.एम.एस., व्हाट्सएप नंबर 9646101912 के द्वारा अपनी शिकायत दर्ज करवा सकते हैं। इसके लिए 9 हजार से अधिक समॢपत कर्मचारी/अधिकारी बिजली उपभोक्ताओं की शिकायतों के समाधान के लिए 24 घंटे अपनी सेवाएं दे रहे हैं। बिजली उपभोक्ताओं की शिकायतों को दर्ज करने के लिए उपभोक्ताओं के लिए एक मोबाइल एप एंड्रॉयड तथा आई.ओ.एस. मोबाइल फोनों के लिए भी उपलब्ध है। 

इसके अतिरिक्त बिजली उपभोक्ता 1800-180-1512 पर मिस्ड कॉल के द्वारा भी शिकायत दर्ज करवा सकते हैं। हर वर्ष गर्मियों और धान के सीजन के दौरान पंजाब भर में 14 लाख के करीब कृषि ट्यूबवैल उपभोक्ताओं को 8 घंटे बिजली की सप्लाई और विभिन्न श्रेणियों के उपभोक्ताओं को बिना किसी कट के बिजली की आपूर्ति करवाना किसी ओलिम्पिक प्रतिस्पर्धा से कम नहीं। इसके अतिरिक्त किसानों की फसलों को आग से बचाने के लिए सावधानियों संंबंधी जागरूकता पैदा करने की मुहिम भी चलाई जाती है।-मनमोहन सिंह(उपसचिव लोकसंपर्क, पी.एस.पी.सी.एल.)
 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Recommended News