रिवेंज पोर्न का खतरनाक ट्रैंड

punjabkesari.in Monday, Oct 24, 2022 - 05:54 AM (IST)

हाल ही में भारत में 67 पोर्नोग्राफिक वैबसाइटों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। केंद्र सरकार ने इंटरनैट कंपनियों को लेकर साल 2021 में जारी किए गए नए आई.टी. नियमों के अनुसार यह बैन लगाया है। इससे पहले भी लगातार बड़ी संख्या में पोर्न साइट पर बैन लगाया गया था। 

भारत में पोर्नोग्राफी और निजी तौर पर वयस्क सामग्री देखने के खिलाफ कोई कानून नहीं है। भारत में पोर्नोग्राफिक वीडियो बनाना, बेचना या उसका वितरण करना गैर-कानूनी है। लेकिन इसके बावजूद भारत में पोर्नोग्राफी बढ़ रही है। इसके साथ ही रिवेंज पोर्न के रूप में एक नया ट्रैंड देखा जा रहा है जिसमें युवा पीढ़ी की शमूलियत चौंकाने वाली है। 

रिवेंज पॉर्न में व्यक्ति का मुख्य उद्देश्य एक्स पार्टनर की जिंदगी बर्बाद करना ही होता है। पर कई बार इन निजी तस्वीरों और वीडियो का इस्तेमाल लड़के अपनी एक्स गर्लफ्रैंड को ब्लैकमेल करने के लिए करते हैं, जिससे वह उनके पास वापस आ जाएं। मनोवैज्ञानिक कहते हैं कि रिवेंज पोर्न में अपने एक्स पार्टनर से बदला लेने के लिए अवसाद ग्रस्त शख्स एक नीच रास्ता अपनाता है इसमें बदला लेने का जनून व्यक्ति में इस कदर हावी रहता है कि वह उस हद तक चला जाता है कि जितना घटिया चीज वह अपने पार्टनर के लिए कर सकता है, करता है। इसमें उसका मकसद उसे अधिक से अधिक हर्ट करना होता है। इसमें अपने पर्सनल पलों की फोटोज से लेकर वीडियो तक यूज किए जाते हैं। 

इसकी पुष्टि के लिए राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण के ताजा आंकड़े दिखाते हैं कि भारत में मानसिक रोग से अपरिपक्व कम आयु के लड़के और लड़कियां सैक्स के साथ प्रयोग करना शुरू कर देते हैं। ऐसे में एक-दूसरे के साथ संबंधों में जुड़े लोगों का इस तरह के वीडियो बनाना चौंकाने वाली बात नहीं है। अक्सर वीडियो बनाए भले ही पार्टनर की सहमति के साथ गए हों लेकिन इन्हें सार्वजनिक बिना सहमति के किया जाता है। इस तरह के वीडियो से समस्या तब खड़ी हो जाती है जब ये वीडियो इंटरनैट पर पहुंच जाते हैं। ऐसा मुख्य रूप से दो तरीकों से होता है। 

पहला जब संबंधों के टूट जाने के बाद बदले की भावना से ऐसे वीडियो को इंटरनैट पर डाल दिया जाता है। बोलचाल की भाषा में इसे ‘रिवेंज पोर्न’ कहा जाता है। कम आयु के युवा वर्ग में इसके बढ़ते चलन में आपसी सहमति की बड़ी भूमिका होती है। अक्सर ऐसे वीडियो बनाए भले ही पार्टनर की सहमति के साथ गए हों लेकिन इन्हें सार्वजनिक बिना सहमति के ही किया जाता है। एमेच्योर पोर्नोग्राफी इस तरह के वीडियो की दूसरी श्रेणी है। इसमें वीडियो के सामने दिखाई दे रहे लोग खुद को रिकॉर्ड करते हैं और उन्हें पैसे देने वाली वैबसाइटों या ऐप आधारित सेवाओं को बेच देते हैं। 

रिवेंज पोर्न कानून की दृष्टि से पूरी तरह से अनियंत्रित क्षेत्र है और शायद इसी वजह से पनप भी रहा है। रिवेंज पोर्न हमारी सामाजिक जिंदगी के लिए बड़ा खतरा बन रहा है, रिवेंज पोर्न के कई अलग-अलग तरीके हैं। एक तरीका व्यक्तिगत रूप से सांझा किए गए संदेशों, छवियों और वीडियो क्लिप का प्रसार है जो आपने अपने साथी या किसी और को भेजा है। दूसरा तरीका यह है कि आपके ऑनलाइन रिकॉर्ड किए गए और स्टोर सामग्री को आपके ऑनलाइन स्टोरेज और डिजिटल डिवाइस में हैक करके चुरा लिया जाता है। मनोवैज्ञानिक दृष्टि से रिवेंज पोर्न एक बहुत ही खतरनाक मानसिक विकृति है जिसमें किसी के नग्न चित्र और सैक्स वीडियो को ऑनलाइन पोस्ट करने का कारण ईष्र्या, किसी से बदला लेना के साथ-साथ नाजायज तरीके से पैसा कमाना

भी होता है। एक बार अश्लील चित्र/वीडियो ऑनलाइन हो जाने के बाद, हर वैबसाइट को ट्रैक करना बहुत मुश्किल हो सकता है। पोर्न साइट्स या अन्य नैटवर्क पर अंतरंग तस्वीरों को प्रसारित करके आदमी यह मानता है कि वह अपने पूर्व साथी से बदला ले सकता है लेकिन यह उसकी मानसिक बीमारी के सिवा कुछ नहीं होता है रिवेंज पोर्न, पीड़ित व्यक्ति की निजता का उल्लंघन करता है और उसे अत्यधिक असहनीय मानसिक आघात देता है। इससे निपटना चुनौती पूर्ण है। 

रिवेंज पोर्न को रोकने के लिए बेहतर है कि पोर्न से जुड़ी हम अपनी किसी भी शारीरिक और मानसिक स्थिति को रिकॉर्ड करने के लिए किसी भी डिजिटल माध्यम का उपयोग न करें और न ही होने दें। खुद के यौन संबंध की वीडियो बनाना या एक टॉपलैस सैल्फी लेने की मनोवृति से बचें तो बेहतर होगा। इस पर ज्यादा और कुछ नहीं कहा जा सकता कि रिवेंज पोर्न के जरिए यदि किसी भी शख्स की निजी जिंदगी अगर पब्लिक प्लेटफॉर्म पर ला दी जाए, तो उसे सिवाय सामाजिक शॄमदगी के कुछ भी हासिल नहीं होता, चाहे वह कोई पुरुष हो या फिर कोई महिला हो।-डा. वरिन्द्र भाटिया
 


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