‘सामुदायिक फ्रिज’ ताकि कोई भूखा न रहे

Friday, May 05, 2017 - 01:32 AM (IST)

जरूरतमंदों तक पहुंचने के उद्देश्य से तथा भूखे लोगों को भोजन उपलब्ध करवाने के लिए मुम्बई की वर्सोवा वैल्फेयर एसोसिएशन ने इस वर्ष जनवरी में एक सामुदायिक फ्रिज की संकल्पना की शुरूआत की। वर्सोवा में  एक छोटे से मंदिर के बाहर स्थापित यह फ्रिज उन लोगों के चेहरे पर एक मुस्कान लाने में असफल नहीं रहा है, जिनके पास खाने के लिए भोजन नहीं है। इस संकल्पना को ‘फूड बैंक’ के नाम से भी जाना जाता है और इसकी तरफ काफी ध्यान जा रहा है तथा यह स्थानीय नागरिकों में लोकप्रिय हो रहा है। 

यह स्थानीय नागरिकों को बचे हुए भोजन को संग्रह करने अथवा भोजन को खरीद कर फ्रिज में स्टोर करने के लिए एक मंच उपलब्ध करवाता है। एसोसिएशन के सचिव डाक्टर क्षितिज मेहता ने बताया कि उन्होंने फूड बैंक की शुरूआत केवल एक उद्देश्य के साथ की कि जरूरतमंदों की मदद की जा सके। यह केवल उन लोगों के लिए नहीं है जो सड़कों पर रहते हैं मगर हर कोई आकर अपनी मदद कर सकता है। उन्होंने बताया कि इस संकल्पना को शुरू करने के बाद कई नागरिकों तथा नजदीकी कालोनियों में रहने वाले लोगों ने आगे बढ़ते हुए अच्छी गुणवत्ता का भोजन दान करना शुरू किया। 

यह फ्रिज एसोसिएशन के अध्यक्ष गोपाल हेगड़े ने दान किया है और यह शिव मंदिर के बाहर रखा गया है जिसे वाल्केश्वर मंदिर ट्रस्ट संचालित करता है। 56 वर्षीय काल्की गाला ने बताया कि यह एक अच्छी संकल्पना है। भोजन को फैंकने की बजाय लोग उन जरूरतमंदों की मदद करके अच्छा काम कर सकते हैं, जिन्हें रोज भूखे रहना पड़ता है। क्षेत्र में फूड बैंक की लोकप्रियता बढऩे के साथ ही एसोसिएशन को शहर के विभिन्न क्षेत्रों से फोन काल्स आ रहे हैं कि अन्य क्षेत्रों में भी ऐसे ही फूड बैंक स्थापित किए जाएं। एसोसिएशन के एक सदस्य के.पी. नांबिया ने बताया कि शुरू में उन्होंने सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों को इस बारे जानकारी दी और अब उन्हें अंधेरी, पवई, मुलुंड में फूड बैंक्स स्थापित करने के लिए काल्स आ रही हैं। उन्होंने बताया कि लोग न केवल अपनी इच्छा से भोजन, बल्कि इस अच्छे काम के लिए फ्रिज भी दान कर रहे हैं।          

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