खराब स्थिति में चीनी रियल एस्टेट

punjabkesari.in Friday, Dec 08, 2023 - 06:07 AM (IST)

अंतर्राष्ट्रीय रेटिंग एजैंसी मूडीज ने चीन को पहले की तुलना में बहुत कम रेटिंग दी है। यह रेटिंग इतनी कम है कि बस कूड़ेदान से एक कदम की दूरी पर बैठी है, यानी इस बार मूडीज ने चीन पर अपना रुख सख्त करते हुए उसे बी.ए.ए.-3 की रेटिंग दी है जो हर मानक से बहुत खराब रेटिंग में गिनी जाती है और इसे नकारात्मक रेटिंग भी कहते हैं। मूडीज ने अपने शोध में पाया कि चीन की अर्थव्यवस्था में इस समय आगे बढऩे के तो कोई भी संकेत नहीं मिल रहे हैं बल्कि रिकवरी के भी कोई निशान मौजूद नहीं हैं। यानी कुल मिलाकर बाजार में निराशाजनक संकेत बना हुआ है जिसकी वजह से निवेशक अपना पैसा लगाने को तैयार नहीं है। 

उपभोक्ता का विश्वास भी बाजार पर नहीं है। इस वजह से चीन के बाजार में रिकवरी का कोई संकेत नजर नहीं आ रहा है। बाजार पर उपभोक्ता के कमजोर भरोसे से चीन का रियल एस्टेट बाजार उठ भी नहीं सकता है। ऐसे में चीन की सकल घरेलू उत्पाद के 30 प्रतिशत रियल एस्टेट सैक्टर में जितना पैसा निवेशकों ने लगाया है वो सब डूब जाएगा। चीन की रियल एस्टेट कंपनी वेंक को अंतर्राष्ट्रीय रेटिंग एजैंसी मूडीज ने 24 नवंबर को पहले की तुलना में कम रेटिंग दी है। वेंक एक जानी-मानी चीनी रियल एस्टेट कंपनी है लेकिन इसकी रेटिंग इस समय नकारात्मक जा रही है क्योंकि कंपनी घोर अनिश्चितता का शिकार है। बैंकों द्वारा जारी रिपोर्ट में इस वर्ष के पहले 10 महीनों में वेंक की बिकवाली में बहुत ज्यादा गिरावट देखने को मिली और बड़े स्तर पर बाजार में इनका प्रदर्शन बहुत निराशाजनक रहा है। 

मूडीज ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि चीन की अर्थव्यवस्था का जो हाल है उसे देखते हुए उसके रियल एस्टेट सैक्टर के सामने ढेरों चुनौतियां हैं, इसका कारण अर्थव्यवस्था की धीमी रिकवरी और उपभोक्ता का बाजार पर कमजोर भरोसा वेंक रियल एस्टेट कंपनी की बिक्री को आने वाले दिनों में और कमजोर करेगा। इन सबका मिला-जुला असर वेंक कंपनी पर यह होगा कि वो लंबे समय वाले कोई फंड जुटाने में असमर्थ रहेंगे जिससे उनकी कंपनी का लाभ नीचे जाएगा। इस समय चीन की अर्थव्यवस्था का कोई भी सैक्टर बेहतर प्रदर्शन नहीं कर रहा है। इसका सीधा असर सरकार को होने वाली आय पर पड़ रहा है। रही बात रियल एस्टेट की, तो पहले जहां मध्यम वर्गीय तबका रियल एस्टेट में निवेश कर रहा था कोरोना महामारी में उसकी नौकरियां चली जाने के बाद उसने निवेश की किस्तें भरना बंद कर दिया। दूसरी तरफ लोगों ने मकान खरीदना बंद कर दिया लेकिन पहले की मांग के आधार पर रियल एस्टेट में निर्माण का काम बहुत तेजी से जारी था जिसकी वजह से बाजार में सप्लाई ज्यादा और मांग कम होने लगी। इससे रियल एस्टेट प्रॉपर्टी के दामों में भारी गिरावट देखने को मिली। 

जो लोग अपने मकानों की किस्तें दे रहे थे अचानक उन मकानों के बाजार दाम गिरने से उन्होंने अपनी किस्तें देना बंद कर दिया और बिल्डरों से अपना बकाया पैसा भी मांगने लगे। इसका बहुत बुरा असर चीन के पूरे रियल एस्टेट सैक्टर पर पड़ा। जहां पर निवेशकों का पैसा फंसा पड़ा है और उनके ऊपर बैंकों का भारी कर्ज है तो वहीं कमजोर उपभोक्ता भरोसे के चलते लोग रियल एस्टेट सैक्टर में निवेश नहीं कर रहे हैं। इसका असर चीन के तेजी से खाली होते राजस्व पर पडऩे लगा है। इस वर्ष 20 नवंबर तक मूडीज ने 39 रिपोर्टें जारी की हैं जो चीनी रियल एस्टेट सैक्टर के बारे में पूरी तरह नकारात्मक हैं। वेंक कंपनी के ऊपर चीन की बाकी रियल एस्टेट कंपनियों की तुलना में कर्ज बहुत कम है लेकिन फिर भी अमरीकी डॉलर बांड में वेंक की स्थिति लगातार गिरती जा रही है, और वेंक कंपनी की ये हालत अक्तूबर महीने से लगातार ऐसी ही बनी हुई है। 

इसी के चलते वेंक के कई बांड्स अपना समय पूरा नहीं कर पाए जिससे निवेशकों में इसकी छवि और खराब बनती जा रही है, इससे कंपनी में अनिश्चितता लगातार बढ़ रही है। वेंक ने इन्वैस्टर इंटरैक्शन प्लेटफॉर्म पर लोगों के बीच आकर भरोसा दिलाया कि उनके पास फंड की कोई कमी नहीं है और आधारभूत संरचना का कोई संकट मौजूद नहीं है। कंपनी के ऋण की कीमतों में जो अस्थिरता देखी जा रही है वो अस्थायी है और बाजार में हो रही उथल-पुथल के चलते ऐसा हो रहा है। जहां तक वेंक कंपनी की बात है तो ये कंपनी निवेशकों के नजरिए से बहुत मजबूत है।


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