‘ज्यादा भार’ वाले पुलिस कर्मियों को ‘हल्के’ करने के लिए कैम्प

Sunday, Feb 10, 2019 - 04:14 AM (IST)

मुम्बई पुलिस ने अपने बल को सही बनावट में लाने के लिए अपना सर्वाधिक महत्वाकांक्षी कार्यक्रम शुरू किया है। पिछले शुक्रवार को 150 पुरुषों की एक पहली टोली, जिन्हें अपना वजन कुछ किलो कम करने की अत्यंत जरूरत थी, दादर स्थित नईगांव पुलिस प्रशिक्षण केन्द्र में एक महीने तक चलने वाले बूट कैम्प (नए रंगरूटों के लिए प्रशिक्षण शिविर) में शामिल हुई। 

यह शिविर मुम्बई पुलिस द्वारा पहले आयोजित किए गए किसी भी अन्य फिटनैस कार्यक्रम की तरह नहीं था। इन 150 पुरुषों को शिविर में शामिल होने के लिए काम से एक महीने की छुट्टी दी गई थी। शिविर का संचालन न्यूट्रीशनिस्ट रुजुता दिवेकर, के.ई.एम. अस्पताल के डाक्टरों के एक पैनल, ईशा फाऊंडेशन के योग विशेषज्ञों तथा इन-हाऊस फिटनैस विशेषज्ञों द्वारा किया जा रहा है।

150 पुरुष शिविर में सप्ताह के 6 दिन हर रोज 12 घंटे बिताएंगे, जिस दौरान वे सुबह 7 बजे रिपोर्ट करेंगे तथा सायं 7 बजे वापस लौटेंगे। दिवेकर ने उनके लिए दिन में 7 बार आहार का एक डाइट चार्ट तैयार किया है, जिसके अंतर्गत उनके दिन की शुरूआत घर पर एक केले या सूखी खजूरों के साथ होगी और समापन फिर घर पर हल्दी पाऊडर, अदरक पाऊडर तथा चीनी/गुड़ मिले दूध के एक गिलास के साथ होगा। दिन के दौरान के.ई.एम. अस्पताल के डाक्टरों के मार्गदर्शन में उन्हें जिम इंस्ट्रक्टर्स तथा योगाचार्य अभ्यास करवाएंगे। यदि किसी का मनोबल डौलता है तो वहां उनका उत्साहवद्र्धन करने के लिए वक्ता भी होंगे। व्यायामों में वार्म-अप व स्ट्रैचिंग, चलना या धीमी गति से दौडऩा, एयरोबिक्स, संतुलन तथा ताकत बढ़ाने वाले व्यायाम और योग व ध्यान शामिल होंगे।

शिविर में दिए जाने वाले आहार में ब्रेकफास्ट, लंच, दो स्नैक्स/हैल्थ ड्रिंक्स तथा डिनर शामिल होंगे। बूट कैम्प मुम्बई पुलिस कमिश्रर सुबोध कुमार जायसवाल के ‘स्वस्थ पुलिस सशक्त पुलिस’ अभियान का एक हिस्सा है। शिविर के लिए चुने गए पुलिस कर्मी वे हैं जिनका बॉडी मास इंडैक्स (बी.एम.आई.) ‘खतरनाक’ आंकड़े को छू रहा था। मुम्बई पुलिस के आंतरिक सर्वेक्षण के अनुसार 40,000 सदस्यों वाले पुलिस बल के लगभग 8 प्रतिशत सदस्य अधिक वजन वाले हैं। 

संयुक्त पुलिस आयुक्त, कानून व्यवस्था देवेन भारती ने बताया कि काम का अत्यधिक बोझ पुलिस कर्मियों को अपनी देख-रेख करने के लिए समय ही नहीं देता। उन्होंने कहा कि यह उन्हें एक स्वस्थ जीवनचर्या की ओर ले जाने का एक प्रयास है। यह सुनिश्चित करने के लिए कि वे दोबारा खान-पान की खराब आदतों की ओर न मुड़ें उन 150 पुलिस कर्मियों की पत्नियों का गत वीरवार को दिवेकर के साथ एक सत्र आयोजित किया गया, जिसमें उन्हें स्वस्थ भोजन के लाभों बारे जानकारी तथा कुकिंग के टिप्स भी दिए गए। अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (लोकल आम्र्स) एस. जयकुमार ने बताया कि बूट कैम्प में उनके पास टाटा मैमोरियल के डाक्टर, आदित्य ज्योत आई हॉस्पिटल के प्रो. डी.एस. नटराजन तथा दांतों संबंधी सलाह के लिए डा. सईद अबरार भी आएंगे। 

पुलिस उपायुक्त (लोकल आम्र्स) नियति ठाकर ने बताया कि पहले कैम्प से सीखी गई बातों से आगे के कार्यक्रमों में सुधार लाने में मदद मिलेगी। बूट कैम्प में भाग लेने वालों में से एक ने अपनी पहचान न बताने की शर्त पर बताया कि उसे यह जानकर अत्यंत हर्ष हुआ कि बल में किसी को उसके स्वास्थ्य को लेकर भी चिंता है।-वी. दलवी

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