‘जमाई राजा’ के चुनाव प्रचार में न आने से लालू ने ली राहत की सांस

punjabkesari.in Saturday, Oct 10, 2015 - 02:25 AM (IST)

देश के सर्वाधिक पिछड़े हुए राज्यों में से एक बिहार में चुनावी संग्राम का बुखार जोरों पर है और कयामत की घड़ी आने में अब बहुत देर नहीं।  यहां प्रस्तुत हैं इन चुनावों के नवीनतम घटनाक्रम : 

* बिहार के 38 में से 32 जिले नक्सल प्रभावित हैं। इनमें दक्षिण बिहार के कुछ जिले भी शामिल हैं जहां 12 अक्तूबर को मतदान होगा। यह इलाका ‘रैड ज़ोन’ कहलाता है। यहां शाम होते ही सन्नाटा छा जाता है। नक्सलियों ने यहां मतदाताओं से वोट न देने का फरमान जारी किया है। 
 
* फिल्म ‘शोले’ में हेमामालिनी का ‘बसंती’ का रोल बहुत प्रसिद्ध  हुआ था और एक बार लालू ने कहा था कि ‘‘हम बिहार की सड़कों को हेमामालिनी के गालों जैसा चिकना बनवा देंगे।’’ अब हेमामालिनी ने एक चुनावी सभा में कहा है कि ‘‘आप सबसे राजग के लिए वोट मांगने आई हूं। आप वोट जरूर दीजिएगा क्योंकि यह बसंती की इज्जत का सवाल है।’’  
 
* पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के पैतृक गांव हथियावा में तो क्या उनके पैतृक घर में भी बिजली नहीं है। उनके रिश्ते के भाई मधेश्वर मांझी के अनुसार, ‘‘जिस दिन जीतन राम पैदा हुए उस दिन ‘जीवितपुत्रिका’ का पावन पर्व था जिस कारण उनका नाम जीतन राम रखा गया।’’ गांव वाले जीतन राम मांझी के होते हुए भी गांव का विकास न होने पर निराश तो हैं पर वोट उन्हीं को देंगे।
 
* लालू ने 3 अक्तूबर को कहा कि ‘‘कुछ हिन्दू भी गौमांस खाते हैं और हर व्यक्ति को अपनी मनपसंद चीजें खाने का अधिकार है’’ पर बाद में बयान से पलट कर कह दिया कि ‘‘मेरे मुंह से वह बात शैतान ने बुलवाई थी।’’
 
इस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 8 अक्तूबर को कहा, ‘‘शैतान को पूरी दुनिया में लालू जी का ही पता मिला? हमारा मुकाबला इसी शैतान से है। जिनके शरीर में शैतान बैठा है, वे बिहार का विकास नहीं कर सकते।’’ जवाब में लालू ने पूछा कि ‘‘2002 में गुजरात में मोदी पर कौन-सा शैतान सवार था तब उनके राजधर्म न निभाने पर वाजपेयी जी की आत्मा रोई थी?’’
 
फिर 9 अक्तूबर को लालू ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुझे शैतान कह कर बिहार के पिछड़े-दलितों का अपमान किया है। मुझे शैतान कहने वाले स्वयं ‘ब्रह्मï पिशाच’ हैं। नरेंद्र मोदी देश के प्रधानमंत्री  बनने के लायक नहीं। हम उन्हें बिहार से भगाएंगे। आज पूरा देश थू-थू कर रहा है।’’
 
* बाबा रामदेव ने जहां लालू को यदुवंशी न होकर कंस का वंशज बताया वहीं लालू ने स्वयं को गौपालक व भाजपा को ‘कुत्ता पालक’ बताते हुए कहा, ‘‘कुत्ता पालने वाले हम गौपालकों को न सिखाएं। भाजपा वालों के घर में गाय नहीं कुत्ते बंधे रहते हैं और लिखा होता है ‘कुत्तों से सावधान’।’’
 
* लालू के समधी मुलायम सिंह ने उनके महागठबंधन से नाता तोड़ कर बिहार में अलग से चुनाव लडऩे और चुनाव प्रचार करने के लिए अपने भतीजे व लालू के दामाद तेज प्रताप सिंह यादव तथा अन्य रिश्तेदारों को बिहार भेजने की घोषणा करके लालू की चिंता बढ़ा दी थी परंतु अब तेज प्रताप सिंह ने यह घोषणा करके ‘ससुर जी’ को कुछ राहत दे दी है कि वह बिहार में सपा के चुनाव प्रचार के लिए नहीं आएंगे। 
 
* भाजपा द्वारा अपने चुनाव घोषणा पत्र में पहले छात्राओं को स्कूटी और पैट्रोल देने की घोषणा पर नीतीश कुमार ने भाजपा नेताओं को ‘नकलची’ बताते हुए कहा कि जब हम अपनी कोई घोषणा लागू कर देते हैं तब भाजपा वाले उस जैसी नई घोषणा कर देते हैं। हमने छात्राओं को साइकिल देना शुरू किया था तो इन चुनावों में भाजपा ने उन्हें स्कूटी देने की घोषणा कर दी परंतु छात्राओं को स्कूटी चलाने के लाइसैंस कैसे दिलवाएंगे? 
 
* मतदाताओं को बांटने के लिए लाई जाने वाली नकदी और शराब आदि की बरामदगी जोरों पर है। अभी तक 16.86 करोड़ रुपए से अधिक नकद राशि के अलावा लगभग 1 करोड़ रुपए मूल्य का 8 किं्वटल गांजा, 8500 लीटर शराब, 8.5 किलो सोना जब्त किया जा चुका है। 
 
चुनाव पूर्व के सर्वेक्षणों में कभी किसी दल का तो कभी किसी अन्य दल का पलड़ा ऊपर-नीचे होता रहता है और नवीनतम सर्वेक्षण में जद (यू)-राजद व कांग्रेस के महागठबंधन को बहुमत तथा भाजपा नीत राजग गठबंधन को बहुमत से 3 सीटें कम मिलती बताई गई हैं। 
 
सभी सर्वेक्षणों में हमेशा की तरह मुख्यमंत्री के रूप में नीतीश कुमार सभी मतदाताओं की पसंद बने हुए हैं परंतु चुनावों में ऊंट किस करवट बैठता है यह तो 8 नवम्बर को परिणाम आने पर ही पता चलेगा।   
 

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